शुक्रवार, 27 मार्च 2020

सलमान खान ने निकाला गाड़ी से बाहर

RTL टीवी चैनल के तकनीकी कर्मचारी E. Manuel (चित्र में दाईं ओर माइक्रोफोन के साथ) ने लगभग दो वर्ष पहले ऑस्ट्रिया में 'सुभाष घई' की फ़िल्म 'युवराज' के फ़िल्म यूनिट के साथ काम किया था। यह उनका किसी भारतीय फ़िल्म निर्माण कंपनी के साथ पहला अनुभव था। वे हंसते हुए इसके बारे में बताते हैं कि भारतीय फ़िल्म कंपनियों का काम करने का तरीका अमरीकी और जर्मन कंपनियों की अपेक्षा पूरी तरह अव्यवस्थित होता है। काफ़ी चीज़ें वे समय पर ही निर्धारित करते हैं कि क्या होना चाहिए। सलमान खान, कटरीना कैफ़ जैसे सितारे तो भगवान की तरह पूजे जाते हैं। अगर वो सेट पर दो घंटे देर से भी आएं तो सब लोग बस उनका इंतज़ार करते हैं। सलमान खान तो वाकई एक युवराज की तरह पेश आता है। वो कभी अकेला नहीं रहता, हमेशा अपने दोस्तों, स्टालिस्टों आदि से घिरा रहता है। एक बार वह सलमान खान की कार चला रहा था तो अपनी कंपनी के कहने पर उसने कुछ ऐसी हरकत कर दी जो सलमान खान को पसंद नहीं आई। तो सलमान खान ने उसे 'मूर्ख' कहकर गाड़ी से बाहर निकाल दिया।

फ़िल्म यूनिट के लोगों को पहाड़ियों में कैंपिंग बस में रहना पड़ा था। कैंपिंग बस की मल वाली टंकी मल से भर गई थी, फिर भी यूनिट वाले उसमें मलमूत्र करते रहे। टंकी इतनी भर गई थी कि पीछे से रिसनी शुरू हो गई थी। फिर भी उन्हें इससे कुछ फ़र्क नहीं पड़ रहा था। शायद या तो उन्हें पता नहीं था अब टंकी खाली करवानी चाहिए या फिर क्योंकि उन्हें खुद साफ़ नहीं करनी थी, इसलिए इस ओर ध्यान नहीं दिया। दोनों स्थितियों में यह एक प्रकार की मूर्खता है।