शुक्रवार, 27 मार्च 2020

कपड़े धोने के पाउडर से भी निकलती है रौशनी

Dr. Andreas Korn-Müller is a chemicals expert running shows in many countries to explain scientific principles through interesting experiments, mostly carried out with easily available things.

ਜਰਮਨੀ ਦੇ ਕੈਮਿਕਲ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਗ ਡਾਕਟਰ ਮਯੁੱਲਰ ਵਿਗਿਆਨ ਦੇ ਬਹੁਤ ਸਾਰੇ ਸਿਧਾਂਤ ਘਰ ਪਈਆਂ ਚੀਜਾਂ ਦੇ ਨਾਲ ਆਸਾਨ ਜਿਹੇ ਪ੍ਰਯੋਗਾਂ ਦ੍ਵਾਰਾ ਸਮਝਾਓਂਦੇ ਹਨ. ਕਈ ਦੇਸ਼ਾਂ ਵਿੱਚ ਉਹਨਾਂ ਦੇ ਸ਼ੋ ਚੱਲਦੇ ਰਹਿੰਦੇ ਹਨ. ਪੜੋ ਉਹਨਾਂ ਬਾਰੇ ਸੰਖੇਪ ਵਿੱਚ.

क्या आप जानते हैं कि सामान्य कपड़े धोने वाले पाउडर में से भी प्रकाश निकल सकता है? जी हां। कोई आधे गिलास पाउडर में दो चम्मच लौह नमक डालिये। यह नमक (potassium ferrocyanide, Blutlaugensalz या Eisensalz) केमिस्ट की दुकान से मिलता है पर मुश्किल से। इस मिश्रण के दो चम्मच किसी सूखे और खाली गिलास में डालें और उसमें ठण्डा पानी उण्डेलें। फिर लाइट बन्द कर दें और देखें कि यह गिलास अंधेरे में भी चमक रहा है। यह रौशनी घंटों तक रहती है। इसे ठण्डी रौशनी कहते हैं क्योंकि यह रौशनी किसी चीज़ के गर्म होने के कारण नहीं निकलती जैसा कि आम होता है। यह प्रयोग जर्मनी के मशहूर केमिस्ट और शोमैन डॉ. आन्द्रियास कॉर्न म्युल्लर (Dr. Andreas Korn-Müller) का है जिन्होंने घर में पड़ी आम वस्तुओं से विज्ञान के रोचक प्रयोग करने की दो पुस्तकें लिखी हैं और देश विदेश में रोचक शो करते रहते हैं। http://www.science-comedy.com/यह चित्र अंधेरे में 30 सेकेण्ड exposure time के साथ खींचा गया है। एक अन्य प्रयोग में डॉ. म्युल्लर चीन का एक प्राचीन बर्तन दिखा रहे हैं जिसमें पानी भरकर अगर उनके दोनों हैण्डलों को गीले हाथों से विशेष प्रकार से रगड़ा जाये तो बर्तन में से E और A के सुर निकलते हैं (यानि गा और धा की ध्वनि)। E यानि गा की ध्वनि निकलने पर पानी में हलचल होने लगती है। धीरे धीरे ध्वनि और तीव्र होती जाती है और पानी में उछाल आने लगता है। प्रयोग को और प्रभावी बनाने के लिये उन्होंने पानी के ऊपर तरल नाईट्रोजन डाल दी है जिससे सफेद बादल पानी के साथ ऊपर की ओर फैलने लगते हैं।