गुरुवार, 26 अक्तूबर 2023

जर्मनी में भारतीय छात्र

एक अनुमान के अनुसार जर्मनी में लगभग तीस हज़ार भारतीय छात्र हैं को जर्मन विश्वविद्यालयों के सस्ते शिक्षा शुल्क, पाठ्यक्रम की लचीली अवधि, कई शोध विकल्प और विश्वविद्यालयों की अच्छी प्रतिष्ठा के कारण जर्मनी में अध्ययन करने आते हैं। अध्ययन के साथ साथ उन्हें विश्वविद्यालयों में शोध सहायक के रूप में काम करने और उद्योगों में internship करने के भी अवसर मिल जाते हैं। जर्मनी के विश्वविद्यालयों का अनेक कंपनियों के साथ अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में सहयोग होता है। इसके अलावा जर्मनी का बुनियादी ढांचा और अच्छे उद्योग छात्रों को अध्ययन के बाद यहां नौकरी करने के लिए लुभाते हैं। समय समय पर होने वाले नौकरी मेलों में नए अवसरों के बारे में जानकारी मिलती रहती है। वर्तमान स्थिति में अंतरराष्ट्रीय छात्रों को जर्मनी में दाखिला पाने के लिए प्रति वर्ष €11,172.00 की कुल राशि को block करना होता है जो हर महीने किश्तों में वापस कर दी जाती है। इसके अलावा खर्च चलाने के लिए छात्रों को गोदाम, रेस्तरां, भोजन और किराने की delivery कंपनियों और supermarkets में अंशकालिक काम मिल जाता है। बड़े शहरों में रहने में खर्च अधिक आता है, इसलिए छात्र अन्य छात्रों के साथ सांझे apartments की तलाश करते हैं। कई विश्वविद्यालयों में कम किराए वाले विशेष छात्रावास भी उपलब्ध होते हैं। छात्रों को संग्रहालयों, चिड़ियाघरों जैसे अनेक स्थानों में घूमने के लिए छूट भी मिलती है। जर्मनी में आने वाले भारतीय छात्रों को सबसे पहले भाषा की समस्या होती है। छात्रों को भाषा को अच्छी तरह से सीखने और दैनिक जीवन में और काम पर इसका इस्तेमाल करने में कई महीने या साल लग जाते हैं। चूंकि वे अंग्रेजी और हिंदी के साथ सहज होते हैं, इसलिए उन्हें जर्मन भाषा अपनाने में समय लगता है। अधिकतर विश्वविद्यालयों में जर्मन पाठ्यक्रम भी उपलब्ध होता है जहां वे अपने जर्मन भाषा के कौशल को सुधार सकते हैं। भाषा की समस्या के कारण रहने के लिए सस्ता आवास ढूंढना भी मुश्किल हो जाता है। भारत में गर्म मौसम के अभ्यस्त होने के कारण यहाँ के ठंडे और बरसाती मौसम में भी उन्हें काफ़ी समस्या होती है। पर जर्मनी में पढ़ाई के अपने फायदे भी हैं। छात्रों को अध्ययन और शोध के लिए विश्व-स्तरीय बुनियादी ढांचे तक पहुंच प्राप्त होती है। काम या अध्ययन के उद्देश्यों के लिए यूरोपीय संघ के अन्य देशों में प्रवेश आसानी से मिल जाता है। जैसे-जैसे जर्मनी में भारतीय समुदाय बढ़ रहा है, वैसे-वैसे युवा छात्रों को अनेक कार्यक्रमों में अन्य भारतीयों से मिलने के लिए अनेक अवसर मिलते हैं। भारत और जर्मनी के बीच सहयोग हर साल बढ़ रहा है और इससे छात्रों को जर्मनी में अध्ययन करने और भारत में जर्मन कंपनियों के कारोबार को बढ़ाने और भारतीय कंपनियों को जर्मनी की नई तकनीकों को अपनाने में मदद करने के अवसर मिलते हैं।