बुधवार, 25 अक्तूबर 2023

Schwandorf में दस्तावेज़ी फिल्मोत्सव

Schwandorf में 3 से 12 march तक विश्व के 25 उच्च कलात्मक वृत्तचित्रों के साथ Zwickl नामक एक छोटा सा Documentary Film Festival नौवीं बार आयोजित किया गया (2wickl.de). इन में से पांच फिल्मों को Bayern राज्य के फिल्मकारों ने बनाया था और उन में से एक को Zett पुरस्कार के नाम से विशेष रूप से design की गई trophy, एक हज़ार Euro की पुरस्कार राशी और पांच हज़ार Euro का camera rental voucher दिया गया. अधिकतर फिल्में शहर के बीच एक चर्च (Spitalkirche) में दिखाई गईं जो अब चर्च के सामान्य कार्य की बजाए अन्य आयोजनों के लिए इस्तेमाल होती है. Zwickl दो Euro के सिक्के को कहते हैं. पहले इस फिल्मोत्सव में हर फिल्म का प्रवेश शुल्क दो Euro होता था. इस लिए इस फिल्मोत्सव का नाम Zwickl पड़ा. पर इस साल से प्रवेश शुल्क चार Euro कर दिया गया है, यानि दो Zwickl. फिल्मोत्सव के लिए चर्च में विशेष रूप से एक बड़ी screen और cinema hall वाली सीटें लगाई गईं.

दिखाई गई फिल्मों में सब से प्रमुख है रूस के पूर्व विपक्ष नेता Alexei Nawalny (*1976), जो अब कई सालों के लिए रूस में एक jail में बन्द हैं, पर बनी दस्तावेज़ी फिल्म 'Nawalny'. इस फिल्म को 25 January 2022 को Sundance film festival में पहली बार दिखाया गया था. इस में दिखाई गई सनसनीखेज़ जानकारियों ने तहलका मचा दिया और इसे कई पुरस्कार मिले. बाद में इसे HBO Max पर release किया गया. यह फिल्म Alexei को August 2020 में ज़हर दिए जाने के पीछे लोगों की पोल खुलने की सच्ची कहानी है जो किस्मत से बन गई.

दरअसल 2020 के शुरू में Canada के एक मशहूर फिल्म निर्देशक Daniel Rohar, Netherlands की एक online खोजी पत्रकारों की company Bellingcat के एक Bulgaria में रहने वाले अन्वेषक Christo Grozev द्वारा खोजी गई कुछ महत्चपूर्ण जानकारियों के बारे में कुछ फिल्में बनाना चाहते थे. इसी बीच 20 august 2020 को Alexei Navalny को Siberia में Tomsk नामक शहर से उड़ान द्वारा वापस Moscow जाते हुए किसी ने ज़हर दे दिया. किस्मत से pilot ने रास्ते में Omsk नामक शहर में emrgency landing कर दी और Alexei को अस्पताल में coma में रखा गया. Alexei की पत्नी Yulia भी वहां पहुंच गई. पर उसे अपने पति को मिलने नहीं दिया जा रहा था. Yulia को लग रहा था कि अगर वह अपने पति तक नहीं पहुंची तो उसे मार दिया जाएगा. पर वह किसी तरह Alexei को बचाने और इलाज के लिए Germany में Berlin के Charite अस्पताल में भिजवाने में सफ़ल हो गई. Berlin के अस्पताल में इलाज के दौरान OPCW नामक एक संस्था ने पुष्टि की कि Alexei को दिए गए ज़हर का नाम novichok है जो Putin के अन्तर्गत चलने वाली रासायनिक हथियार बनाने वाली एक संस्था द्वारा बनाया जाता है. ज़हर दिए जाने के कुछ घंटों बाद novichok के लक्षण शरीर से गायब हो जाते हैं और लगने लगता है कि मृत्यु प्राकृतिक रूप से हुई है. इस हादसे के कारण Christo ने अपना पूरा ध्यान इस हादसे की खोज पर लगा दिया. उसने करीब डेढ लाख Euro खर्च कर के darknet से Alexei से जुड़े पिछले कुछ सालों की हवाई यात्राओं और telephone numbers की जानकारी हासिल की और सुरागों को जोड़ते जोड़ते वह अन्त में चार व्यक्तियों को पहचानने में सफ़ल हो गया जिन में से किसी एक ने Alexei को ज़हर दिया हो सकता है. उधर Alexei अस्पताल से बरी हो कर स्वस्थ होने के लिए अपनी पत्नी Yulia के साथ Germany में Black Forest में बहुत सी छोटे से गांव में रहने लगा. इसी बीच Christo ने उससे सम्पर्क किया और अपनी हासिल की गई जानकारी के बारे में उसे बताया और उससे से मिलने Germany चला गया. निर्देशक Daniel Rohar भी उस के साथ Germany चला आया. आखिर उसे फिल्म बनाने के लिए एक ज़बरदस्त मुद्दा मिल गया था. यह दस्तावेज़ी फिल्म 'Nawalny' मुख्यत यहीं Germany में उन लोगों के साथ रहते हुए shoot की गई है. चार सन्दिग्धों पता चलते ही Alexei ने उन्हें prank call किए. call करते समय Daniel ने अपना camera set कर रखा था. पहले तीन लोगों को call करते समय Alexei ने उन्हें अपना अपना असली नाम बताया और पूछा कि वे उसे क्यों मारना चाहते थे. पर उन तीनों ने phone काट दिया. चौथे व्यक्ति को call करने के लिए Alexei ने खुद को एक सुरक्षा अधिकारी बताया और गुस्से से पूछा कि Alexei Nawalny बच कैसे गया, मरा क्यों नहीं. तो वह व्यक्ति उसे सच-मुच सारी बात बताने लगा कि उड़ान थोड़ी लम्बी खिंचती और emergency landing नहीं होती तो Alexei का मरना तय था. यह एक सनसनीखेज़ जानकारी थी जो live shoot की गई थी.

अन्य फिल्मों में एक 2007 में बनी 'Am Limit' है, जो Bavaria में रहने वाले दो पेशेवर पर्वतारोही भाइयों की कहानी है जो America में California में Yosemite घाटी की एक हज़ार meter ऊंची चोटी 'The Nose' का दो घंटे और 48 minute में चढ़ने का record तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं और अपने खतरनाक और जानलेवा जुनून में जीवन का अर्थ ढूंढ रहे हैं. हालांकि फिल्म बनने के बाद वे यह record तोड़ने में सफ़ल हो गए थे.

'Girl Gang' नामक फिल्म Berlin में रहने वाली एक लड़की की कहानी है जो चौदह साल की उम्र में ही एक social media influencer बन चुकी थी और लाखों Euro कमाने लगी थी. हालांकि इस सफ़लता में उस के माता-पिता की बहुत बड़ी भूमिका थी जो अपना सामान्य पेशा छोड़ कर चौबीस गंटे केवल अपनी बेटी के लिए काम करने लगे थे. फिल्म में चार साल तक उस की निजी दिन-चर्या के पहलू को दिखाया गया है जिस से पता चलता है कि Instagram में लाखों followers होने के बावजूद असली ज़िन्दगी में उस का कोई दोस्त नहीं है और माता-पिता के साथ भी वह हमेशा तनाव के साथ बात करती है. फिल्म में बताया गया है कि कैसे companies अब अपने विज्ञापन के लिए पारम्परिक तरीकों को छोड़ कर influencers को नियुक्त कर रही हैं जिस से influencers पर लगातार mobile पर चिपके रहने का दबाव रहता है. एक ओर उन्हें हरेक post डालने का पन्द्रह हज़ार Euro तक भुगतान मिलता है पर उन्हें जल्दी जल्दी और समय पर content तैयार करते रहना पड़ता है.

'Liebe, D-Mark und Tod' में साठ के दशक में Ruhrgebiet में कोयले और लोहे की खानों में काम करने के लिए अस्थायी तौर पर आए तुर्की अतिथि श्रमिकों की कहानी है जिन्होंने अपनी कठिन और भेदभाव से भरी ज़िन्दगी को दर्द भरे और भड़काऊ गीतों में ढाल कर संगीत कार्यक्रम करने और albums record करने आरम्भ किए. उन में से कुछ लोग बड़े सितारे बन गए. उन्होंने सैंकड़ों albums release कीं और लाखों cassettes बेचे. पर Germany के किसी media में उनको जगह नहीं मिली.

'The Bubble' में Florida में सेवा-निवृत्त, वृद्ध और सफ़ेद चमड़ी वाले लगभग डेढ लाख अमीर लोगों के लिए बनाई गई एक आलीशान बंगलों वाली एक बस्ती, 'The Villages' के बारे में बताया गया है जहां वे अब अपने परिवारों, बाल-बच्चों से दूर हो के अपने रहे सहे जीवन को पूर्णता के साथ जीने की कोशिश कर रहे हैं. इस बस्ती में swimming pools, golf courses, shooting ranges हैं और एक सौ से भी अधिक तरह के खेल, सांस्कृतिक और संगीत आयोजन और कार्य-शालाएं आयोजित की जाती हैं. ये लगभग सभी लोग republican party का समर्थन करते हैं. चुनाव के दिनों में इन्होंने Trump के लिए खूब प्रचार किया था. इस बस्ती से बाहर निकलते ही असली जीवन से पाला पड़ता है, और काले African लोग दिखाई देते हैं जो दबाव के बावजूद बस्ती के लिए अपनी ज़मीन नहीं बेचना चाहते. अगले कुछ सालों में इस बस्ती का क्षेत्रफल दोगुना किए जाने की योजना है.

'Freiheit' (स्वतन्त्रता) के शीर्षक से एक कार्यक्रम में छह से पन्द्रह minute लम्बी सात लघु फिल्में दिखाई गईं. 2011 में बनी छह minute की 'The Centrifuge Brain' में Institute for Centrifugal Research के Dr. Nick Laslowicz को मेलों दिखने वाले अजीब-ओ-ग़रीब और डरावने झूले design कर के मानव मस्तिष्क पर उनके असर का अध्ययन करते हुए दिखाया गया है. Oktoberfest जैसे मेलों दिखने वाले झूले तो उनके सामने कुछ भी नहीं. आठ minute की 'Arefi. der Hirte' में ईरान के एक 55 वर्षीय चरवाहे को दिखाया गया है जो सुनसान पहाड़ी इलाकों में अपनी 300 बकरियों को पाल रहा है. हालांकि उस का परिवार है, दो बेटे university में पढ़ रहे हैं, पर उसे घर में पत्नी के साथ रहने की बजाए पहाड़ों में बकरियों के साथ रहना पसन्द है. आठ minute की 'Faxen' में Gelsenkirchen' ज़िले की jail में कैदियों द्वारा विकसित की गई इशारों द्वारा सन्देश भेजने की तकनीक को दिखाया गया है. पन्द्रह minute की 'Letters from Silivri' में Osman Kavala (*1957) नामक एक तुर्की मानवाधिकार कार्यकर्ता के द्वारा 2017 में सरकार विरोधी प्रदर्शनों में अपनी कथित भूमिका के लिए remand में लिए जाने के बाद कई महीनों, बल्कि तीन साल तक बिना सुनवाई के तुर्की के Silivri नामक ज़िले की jail से लिखी हुई चिट्ठियों से jail में उस की दिन-चर्या को बयान किया गया है.