बुधवार, 25 अक्तूबर 2023

भूरे कोयले के लिए एक और गांव सफाचट

Düsseldorf के पश्चिम दक्षिण में विद्युत company RWE के Garzweiler नामक एक बड़े कोयला चालित विद्युत संयन्त्र के पास Lützerath नामक छोटे से गांव के नीचे भूरे कोयले (lignite) का खनन करने के लिए RWE company 2006 से 2022 तक सारे निवासियों को विस्थापित करवा चुकी है और मध्य January 2023 से गांव के सारे मकान और इमारतें ध्वस्त कर के खुदाई शुरू करना चाहती है. यहां से उसे 28 करोड़ टन (1 टन = 1000 किलो) कोयला मिलने की उम्मीद है. लेकिन उन घरों में लगभग चार सौ पर्यावरण कार्यकर्ता घुस आए हैं जो गांव के विध्वंस का विरोध कर रहे है. उन्होंने गांव की सारी सड़कों पर barricades लगा कर वाहनों को रोकने की कोशिश की है. लगभग एक हज़ार police वाले वहां मौजूद हैं जिन से कार्यकर्ताओं की लगातार मुठभेड़ हो रही है. company और सरकार Ukraine युद्ध के कारण खड़ी हुई ऊर्जा समस्या का बहाना बना कर कर रही है कि इससे Germany 2038 की बजाए 2030 में ही कोयला आधारित ऊर्जा से मुक्त हो जाएगा और इसकी वजह से पांच अन्य गांव भी ध्वस्त होने से बच जाएंगे. लेकिन पर्यावरण कार्यकर्ताओं का कहना है कि ऊर्जा समस्या का समाधान करने के लिए गांव की नीचे छुपे कोयले के खनन की कोई ज़रूरत नहीं है. 2018 में जब lignite के खनन के लिए Lützerath के दक्षिण में Hambacher Forst नामक एक जंगल को हटाया जाना था, तब green party, जो उस समय सरकार में नहीं थी, इसका विरोध कर रही थी. लेकिन अब जब NRW राज्य में green party सरकार में है, तो इसे बढ़ावा दे रही है.