बुधवार, 25 अक्तूबर 2023

अपने शिशु को चाकू से गोदा

2 march 2023 को Schweinfurt की जिला अदालत ने Somalia की एक लगभग 28 वर्षीय शरणार्थी महिला को अपनी तीन महीने की बच्ची की हत्या के आरोप में आजीवन कारावास की सजा सुनाई. हालांकि दो दिन की सुनवाई के अन्त में chamber इस निष्कर्ष तक नहीं पहुंच सका कि उस महिला ने अपनी बच्ची को चाकू से क्यों मारा. फ़ैसला अभी तक कानूनी रूप से बाध्यकारी नहीं है (Az: 11 Js 9519/22). Germany में हत्या को दो रूप से समझा जाता है. जान-बूझ कर, ठण्डे दिमाग से, योजना के साथ की गई हत्या को Mord कहते हैं, और गुस्से में आ कर या अपने बचाव में की गई हत्या को Totschlag कहते हैं. अभियोजकों ने Totschlag के तहत नौ साल की सजा का अनुरोध किया. उन्होंने अपनी याचिका में कहा «प्रतिवादी अपनी शादी से असन्तुष्ट थी. Somalia से तुर्की, Greece और France के रास्ते Germany पहुंचने बाद वह अपने पति से अलग होना चाहती थी, क्योंकि वह समय-समय पर हिंसक रहता था. अपराध के दिन, 6 August, 2022 को, बच्चे का पिता Schweinfurt के पास Geldersheim में शरणार्थियों के लिए बने एक लंगर केन्द्र (Ankerzentrum) में अपने सांझे कमरे से चला गया और अपने दोस्तों के साथ शराब पीने, धूम्रपान करने और खेलने लगा. तंग आकर महिला ने लगभग 9:30 बजे रसोई का चाकू लिया और बच्ची के शरीर पर कुल आठ बार वार किए. बच्ची लहूलुहान हो गई. महिला के बचाव पक्ष ने भी Totschlag के पक्ष में आठ साल की सजा का अनुरोध किया. लेकिन पीठासीन न्यायाधीश ने कहा »ये सही है कि मां हताश और निराश थी. वह निश्चित रूप से अपने रिश्ते में समस्याओं से अभिभूत महसूस कर रही थी और शायद अपने पति से बदला लेना चाहती थी. पर फिर भी हत्या को न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता.« एक मनोचिकित्सक के अनुसार, मां Borderline personality disorder नामक अस्थिर व्यक्तित्व विकार से पीड़ित थी. उसने युवावस्था में बड़े पैमाने पर आघात झेले थे. लेकिन वह मानसिक रूप से बीमार नहीं थी.