रविवार, 10 दिसंबर 2023

बाल सैनिक: बचपन के बजाय युद्ध

दुनिया भर में 250,000 से 300,000 बाल सैनिक सक्रिय हैं। अकेले 1990 से 2000 के वर्षों में लगभग 20 लाख बच्चों की मृत्यु हो गई, 60 लाख बच्चे विकलांग हो गए और 10 लाख बच्चों को गंभीर मनोवैज्ञानिक क्षति हुई है। जर्मनी सबसे बड़े हथियार निर्यातकों में से एक है। संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस के बाद, यह आमतौर पर फ्रांस और चीन के साथ तीसरे स्थान पर है। जर्मनी विशेष रूप से बड़ी संख्या में छोटे हथियारों का निर्यात करता है, जिनका उपयोग मुख्य रूप से बाल सैनिकों को लैस करने के लिए किया जाता है। Bundeswehr में नाबालिगों की संख्या 2011 में 689 से 2022 में 1773 तक दोगुनी से अधिक हो गई है। इनमें लगभग बीस प्रतिशत युवा महिलाएं हैं।

2011 में एक साल के लिए सैन्य सेवा की अनिवार्यता समाप्त होने के बाद, Bundeswehr ने नए रंगरूटों को भर्ती करने का अपना सबसे महत्वपूर्ण भर्ती उपकरण खो दिया। तब से Bundeswehr पूरे जर्मनी में युवाओं और नाबालिगों को सैनिक के पेशे की‌ ओर लुभाने के लिए नियमित तौर पर मनोरंजक, साहसिक और रोमांचक शिविरों का आयोजन कर रहा है (Bundeswehr Adventure Camps), जिनमें युवा लोग बिना एक पैसा खर्च किए भाग ले सकते हैं। इन साहसिक सप्ताहों में नौसेना, वायु सेना और थल सेना भी भाग लेती है। वहां युवाओं को रोमांचक खेलों के साथ साथ पर्वतीय सैनिकों, चिकित्सा इकाइयों, टैंक इकाइयों और साइबर कमांड से परिचित कराया जाता है। अनेकों पोस्टर अभियानों के बाद Bundeswehr ने सोशल मीडिया को आजमाया और यूट्यूब श्रृंखला 'Die Rekruten' को फिल्माया।  

https://youtube.com/playlist?list=PL0nyHde37tIao-vYD1K4rvhW4Hoav-ITq

वामपंथी सांसद Norbert Müller के अनुसार यह निंदनीय है कि Bundeswehr विशेष रूप से नाबालिगों की भर्ती को लक्षित कर रहा है। विज्ञापन अभियानों में अक्सर तथ्यात्मक अभिविन्यास और सूचना की कमी होती है। Bundeswehr बार-बार वैज्ञानिक रूप से विवादास्पद बयानों के साथ विज्ञापन करता है और सैनिक के पेशे की जटिलता और उससे जुड़े खतरों का पर्याप्त रूप से प्रतिनिधित्व नहीं करता है। युद्ध और शांति के सवालों से निपटने के लिए विज्ञापन सही तरीका नहीं है। बाल अधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र समिति ने भी अतीत में संघीय सरकार से नाबालिगों को लक्षित करने वाले सभी प्रकार के विज्ञापनों से परहेज करने का बार-बार आह्वान किया है। अपनी प्रतिक्रिया में संघीय सरकार ने कहा कि वह शिविरों की बढ़ती मांग से खुद को पुष्ट देखती है। इससे पता चलता है कि 'Bundeswehr कार्यस्थल' को बेहतर तरीके से जानने में युवाओं की रुचि बढ़ी है.

https://aufschrei-waffenhandel.de/
http://www.kindersoldaten.info/
https://www.redhandday.org/en/
https://muenchen.paxchristi.de/
https://www.muenchner-friedensbuendnis.de/
https://dip.bundestag.de/vorgang/adventure-camp-der-bundeswehr/57291