मंगलवार, 19 दिसंबर 2023

मछली पालन के लिए high-tech aquarium

औसतन, Germany में प्रत्येक व्यक्ति प्रति वर्ष लगभग 14 किलो मछली खाता है, और Austria में आठ किलो. अधिकांश मछलियां या तो आयात की जाती हैं, या जंगली रूप से पकड़ी जाती हैं या जलीय कृषि से, यानी मछली पालन से. दोनों विकल्प पारिस्थितिक रूप से आपत्तिजनक हैं, क्योंकि पानी का प्रदूषण, अत्यधिक मछली पकड़े जाना और मछलियों को हम तक पहुंचने के लिए अक्सर लम्बी दूरी तय करना, सभी खाद्य श्रृंखला के लिए हानिकारक हैं. Vienna की एक start-up 'Blue Planet Ecosystems' (BPE) अब यह साबित करना चाहती कि कैसे चारों ओर से घिरा Austria खुद टिकाऊ तौर पर मछली का उत्पादन कर सकता है. संस्थापक एक विशेष aquarium में प्राकृतिक खाद्य श्रृंखला की नक़ल करते हैं और AI का उपयोग कर के इसे नियन्त्रित करते हैं. इसकी शुरुआत सूक्ष्म शैवाल (algae) से होती है, जो प्रकाश, पानी और carbon पर जीवित रहते हैं. वे zooplankton नामक छोटे जानवरों का भोजन बनते हैं, जो आगे मछलियों का भोजन बन जाते हैं. उनका मल विघटित हो जाता है और अन्तत: शैवाल की आजीविका बन जाता है. एक चक्र. computer एक camera और censor का उपयोग कर के मछली के स्वास्थ्य, पानी की गुणवत्ता, तापमान और oxygen स्तर की निगरानी करता है. और वह जल्दी से जान लेता है कि कौन सी परिस्थितियां इष्टतम परिणाम देती हैं. BPE ने अपनी खाद्य मछली के रूप में बहुत अनुकूलनीय Tilapia को चुना है. इष्टतम शैवाल अभी भी पाया जाना बाक़ी है.

https://www.blueplanetecosystems.com/