मंगलवार, 19 दिसंबर 2023

अफ्रीका में तख्ता-पलटों की झड़ी

2020 के बाद से Africa के आठ देशों में सेना ने तख्ता-पलट कर दिया है. यह संयोग नहीं है कि सूडान के अलावा बाक़ी सभी देश France के पूर्व उपनिवेश हैं. तख्ता-पलटों की ना केवल Africa में बल्कि दुनिया भर में आलोचना हो रही है.

26 July 2023 को Niger के वायु सेना के colonel major Amadou Abdramane ने राज्य TV station RTN पर सन्देश दिया कि अब से Niger गणराज्य निलम्बित है और अब देश की स्थिति को सेनाओं ने सम्भाल लिया है. कुछ समय पहले तक, Niger को Sahel क्षेत्र में स्थिरता का आधार माना जाता था. Europe ने इस देश को इस्लामी लड़ाकों के खिलाफ़ लड़ाई में एक केन्द्रीय भागीदार के रूप में देखा और एक वास्तविक लोक-तन्त्र के निर्माण पर उम्मीदें जताईं. अब यह राज्य रातों-रात पश्चिम से विमुख हो गया. माली में दो तख्ता-पलट हुए, August 2020 और मई 2021 में. colonel Assimi Goita ने पहले 2020 में माली में तख्ता-पलट किया, फिर अगले साल 24 may को उसने खुद को राज्य का प्रमुख घोषित कर दिया. उसने राष्ट्रपति के कार्यालय को मजबूत किया. वह माली में तैनात France के 5,000 सैनिकों के खिलाफ़ हो गया और रूसी Wagner भाड़े के सैनिकों का पक्ष लेने लगा. इस बीच, Chad में सेना ने सत्ता में अपनी जगह बना ली. इस के बाद शरद ॠतु 2021 में गिनी और सूडान आए. सूडान British उपनिवेश होने वाला एकमात्र अशांत देश था. 2022 में Burkina Faso में सेना ने दो बार विद्रोह किया. 30 September 2022 को मार्क्सवादी Ibrahim Traoré Burkina Faso में तख्ता-पलट कर के दुनिया के सब से युवा राष्ट्र प्रमुख बन गया. उस का जन्म 1988 के आस-पास हुआ था. वह France से दूर हो रहा है और संयुक्त राज्य America और Putin पर भरोसा कर रहा है. Traoré का कहना है कि वह भ्रष्टाचार से लड़ना और अधिक समानता हासिल करना चाहता है. सन्दिग्ध राष्ट्रपति चुनावों के बाद, 30 August 2023 को पांच दशकों से निरंकुश शासन के अधीन रहे पूरी तरह से ग़रीब देश Gabun में तख्ता-पलट हुआ. general Brice Nguema वर्तमान में अन्तरिम राष्ट्रपति के रूप में शासन कर रहे हैं. कथित तौर पर जून 2024 में चुनाव की योजना है.

दशकों से Sahel क्षेत्र के पूर्व औपनिवेशिक देशों में France के खिलाफ़ गुस्सा बढ़ता जा रहा है. हालांकि तख्ता-पलट के अन्य कारण भी हैं, जैसे भ्रष्टाचार, इस्लामी आतंक और ग़रीबी से लड़ने में सरकार की अक्षमता आदि. हालांकि ये देश दशकों से औपचारिक रूप से स्वतन्त्र हैं, लेकिन France ने कभी भी अपने पूर्व उपनिवेशों को पूरी तरह से नहीं छोड़ा. Paris ने एकतरफा अनुबन्धों, भ्रष्ट network, वित्तीय निर्भरता और, यदि आवश्यक हो, सैन्य हस्तक्षेप से नियन्त्रण स्थापित करना जारी रखा. 1959 में America के राष्ट्रपति पद पर लौटते हुए, Charles de Gaulle ने 1960 के "African वर्ष" में French औपनिवेशिक साम्राज्य के अधिकांश हिस्से को स्वतन्त्र कर दिया. लेकिन France के लिए विशेष आर्थिक अधिकार अपने पास सुरक्षित रखे. इस तरह उसने France की कच्चे माल तक विशेष पहुंच सुनिश्चित की, जिस में तेल, gas, हीरे, सोना और अन्तिम लेकिन महत्वपूर्ण Uranium शामिल है, जो आज तक France के 58 परमाणु reactors को ईंधन देने वाले आयात का 60 प्रतिशत हिस्सा बनाता है. इस के अलावा, उड़ान और landing अधिकार Air France के पास रहे. France की हथियार companies ने Africa के देशों को सामान बेचना जारी रखा. यहां तक कि तट पर मछली पकड़ने का अधिकार भी लम्बे समय तक France हाथों में रहा. इस के अलावा, युवा African राज्य 1945 से भुगतान के साधन के रूप में तथा-कथित CFA Frank का उपयोग कर रहे हैं. CFA का मतलब शुरू में »colonies françaises dAfrique« था, बाद में »coopération financière en Afrique« कर दिया गया. यह एक क्षेत्रीय मुद्रा है जिसे पहले French Frank की दर से जोड़ा जाता था, और बाद में Euro की दर से जोड़ा जाता रहा. आज तक 14 African देशों की मुद्रा Paris में छपती है. हाल तक, अनैच्छिक मौद्रिक समुदाय में भाग लेने वाले राज्य अपनी विदेशी मुद्रा का आधा हिस्सा French केन्द्रीय bank के पास जमा करने के लिए बाध्य हैं. दशकों से इसने विरोधाभासी स्थिति पैदा कर दी है: CFA राज्यों को अपनी पूंजी France में जमा करनी पड़ती है और फिर महंगे ॠणों के माध्यम से French banks से अपना पैसा उधार लेना पड़ता है.

1962 में de Gaulle ने African व्यापार को व्यवस्थित करने के लिए एक छाया मन्त्रालय की स्थापना की. Élysée palace में कार्यरत staff में अब 100 से अधिक कर्मचारी हैं और यह किसी भी संसदीय नियन्त्रण से परे है. उस समय के नेता Jacques Foccart को "महाशय Afrique" उपनाम दिया गया था और उन्होंने एक भ्रष्ट संरक्षण प्रणाली स्थापित की थी. यहां का सब से शक्तिशाली उपकरण सरकारी स्वामित्व वाली तेल company elf (आज total energies) है. यह पूर्व उपनिवेशों में drilling रियायतों के लिए African शक्तिशाली लोगों को लाखों का "bonus भुगतान" प्रदान करती है. दशकों तक elf की बिक्री का दो से पांच प्रतिशत Swiss खातों में प्रवाहित होता रहा. उसका उपयोग रिश्वत के लिए, Africa में French गुप्त सेवा संचालन और तख्ता-पलट को वित्त-पोषित करने के लिए किया जाता रहा. पश्चिम और मध्य Africa में elf की भूमिका ज़बरदस्त है. 1970 के दशक से France का लगभग आधा कच्चा तेल आयात वहीं से हुआ है. Gabun के राष्ट्रपति Omar Bongo ने आपसी सम्बन्धों को संक्षेप में बताया है: "France के बिना Africa बिना चालक की कार है और Africa के बिना France बिना ईंधन वाली कार."

Omar और उनके बेटे Ali Bongo ने 30 August, 2023 तक 56 वर्षों तक Gabun देश पर शासन किया है. Chad में Déby परिवार ने अब तक 33 वर्षों तक शासन किया है, और Cameroon में 90 वर्षीय Paul Biya ने 41 वर्षों तक शासन किया है. Togo के राष्ट्रपति Faure Gnassingbé अपने पिता के शासन को 56वें वर्ष तक बढ़ा रहे हैं, और 81 वर्षीय Teodoro Obiang अपने चाचा के साथ 55 वर्षों तक equatorial गिनी के शीर्ष पर रहेंगे. ये सभी राज्य गणतन्त्र के रूप में कार्य करते हैं और नियमित चुनाव कराते हैं. लेकिन censorship और मानवाधिकारों का उल्लंघन हर जगह है. यहां European विचारों के अनुरूप लोक-तन्त्र की बात नहीं हो सकती. कच्चे माल की बिक्री से होने वाला मुनाफ़ा विदेशों में प्रवाहित होता है. बढ़ती युवा आबादी आर्थिक सम्भावनाओं की कमी का सामना कर रही है. Niger में प्रति महिला 6.82 जन्म के साथ दुनिया में सब से अधिक जन्म दर है. जब तक भ्रष्ट राष्ट्रपति तानाशाह France के साथ सहयोग करते हैं, Paris का प्रतिरोध बहुत कम रहता है. पर यदि कोई राज्य नेता "Franç-Afrique" नामक इस गुट प्रणाली से अलग हो जाता है, तो पूर्व औपनिवेशिक शक्ति विकास सहायता में भारी कटौती के साथ प्रतिक्रिया करती है. औपनिवेशिक काल की समाप्ति के बाद से France ने 40 से अधिक बार Africa में सीधे सैन्य हस्तक्षेप किया है.

Franç-Afrique नामक भावना पारस्परिक है: African तानाशाह राजवंशों की सन्तानें कुलीन French विश्व-विद्यालयों में पढ़ती हैं, वे Paris में luxury apartment और Côte d'Azur (French Riviera) पर सम्पत्ति बनाती हैं और French parties के लिए महत्वपूर्ण दानकर्ता हैं. यह सब करने से वे स्वयं French उच्च वर्ग का हिस्सा बन जाती हैं. शायद ही कोई French राष्ट्रपति हो जिसे African कुलीन वर्गों के बीच भाई-भतीजावाद या सन्दिग्ध सम्बन्धों का दोषी ना पाया गया हो. Gabun के Bongo कबीले को Nicholas Sarkozy के 2007 के राष्ट्रपति चुनाव अभियान का financer माना जाता है. राष्ट्रपति François Mitterand का बेटा Jean-Christoph Mitterand अंगोला में अवैध हथियारों के व्यापार में शामिल रहा है. इस व्यापार में उसने ने शुरुआत में लाखों कमाए और 2009 में निलम्बित सजा पाई. राष्ट्रपति Valéry Giscard d'Estaing ने मध्य Africa के स्व-घोषित सम्राट Bokassa प्रथम से उपहार के रूप में हीरे स्वीकार किए, जो एक विशेष रूप से क्रूर तानाशाह था, जो French सेनापतियों की मदद से 13 साल तक सत्ता में रहा.

शीत युद्ध की समाप्ति के साथ, कभी राज्य-संचालित Franç-Afrique प्रणाली व्यक्तिगत network में परिवर्तित हो गई. French अरबपति Vincent Bolloré के logistics साम्राज्य के पास पश्चिम African तट पर अधिकांश बन्दरगाहें हैं या व्यापक उपयोग रियायतें हैं. media में उन्हें "Africa का राजा" कहा जाता है. उनका France और उस के पूर्व उपनिवेशों के बीच सारे व्यापार पर एक आभासी एकाधिकार है. बेशक वह France की राजनीति से अच्छे से जुड़े हुए हैं. Nicholas Sarkozy ने 2007 में अपने निजी Jet का उपयोग किया और Bolloré की luxury नौका पर राष्ट्रपति के रूप में अपने पहले चुनाव का जश्न मनाया. 

France और उस के पूर्व उपनिवेशों की असहज निकटता "operation Barkhane" से हिल गई है. Sahel में सैन्य अभियान, जो 2014 में शुरू हुआ था, का उद्देश्य क्षेत्र में इस्लामी आतंकवादी संगठनों का मुकाबला करना था. France ने हाल ही में माली, Niger, Chad और Burkina Faso में 4,500 सैनिकों को तैनात किया है, लेकिन mission बुरी तरह विफ़ल हो रहा है. इस्लामवादियों द्वारा लूटपाट और हमले बढ़ रहे हैं. साथ ही France के खिलाफ़ Africans का गुस्सा भी बढ़ रहा है. 2014 से 2021 तक France Sahel क्षेत्र में आतंकियों से लड़ता रहा. माली, Niger और Chad जैसे देश शुरू में "operation Barkhane" पर सहमत हुए. पर जैसे-जैसे इस्लामवादियों के खिलाफ़ त्वरित सफ़लताएं हासिल नहीं हो पाईं, अनेक सैनिक मारे जाते रहे और लागत बढ़ गई, तो Africa में आलोचना भी बढ़ गई. August 2023 में अखबार »Le Point« के साथ एक साक्षात्कार में, Emanuel Macron ने कहा »operation Barkhane ने हमारी सीमाओं से कुछ हज़ार kilometre की दूरी पर खिलाफ़त के उद्भव को रोक दिया है. इस mission के बिना माली, Burkina Faso और शायद Niger अब तक अस्तित्व में नहीं रहते.« इस तरह के बयानों को Africa में अहंकारपूर्ण माना गया और इससे आबादी की उम्मीदें चीन जैसे अन्य देशों पर केन्द्रित हो गईं जो निवेश करने के इच्छुक हैं. Sahel में विद्रोही French तिरंगे को जलाते हैं और अक्सर रूसी झण्डा लहराते हैं. अब तक, तख्ता-पलट वाले राज्यों में आबादी के लिए बहुत कम सुधार हुआ है. हाल के सैन्य तख्ता-पलट से वाञ्छित स्थिरता नहीं आई है. माली और Burkina Faso दोनों में, तख्ता-पलट नेताओं के सत्ता में आने के बाद से आतंकवादी पीड़ितों की संख्या में वृद्धि हुई है. CFA frank को एक स्वतन्त्र मुद्रा में बदलने की घोषणा लगातार स्थगित की जा रही है. मूल रूप से 2015 के लिए योजना बनाई गई थी, अब यह परियोजना 2027 के लिए निर्धारित है. Euro से जुड़ी मुद्रा क्षेत्र के विकास में बाधा बनी हुई है.