बुधवार, 15 अप्रैल 2020

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  1. पर्यावरण संरक्षण संस्था NABU ने कहा है कि चिरनोबिल आपदा के 25 वर्ष बाद अब विश्व दूसरी बड़ी परमाणु आपदा देख रहा है। हालांकि जापान में आपदा का पूरा आकलन अभी नहीं हुआ है, पर एक बात साफ़ है, इससे मनुष्य और प्रकृति को भारी क्षति पहुंची है। परमाणु ऊर्जा अरबों यूरो की कब्र खोद रही है। जर्मन करदाता भी इससे परे नहीं, भले मामला अन्दरूनी हो या बाहरी। इसी सप्ताह एक दानदाता सम्मेलन में यूक्रेन में परमाणु विस्फोट के परिणामों के लिए 55 करोड़ यूरो दिए जाने का निर्णय हुआ। इसमें से 4.2 करोड़ यूरो जर्मनी को देने हैं। कुल मिलाकर रिएक्टर के खण्डहर के सुरक्षित ताबूत की कीमत 1.6 अरब यूरो तक होगी। पर परमाणु कचरे के भण्डारण पर कभी भी सरकार या कम्पनियों द्वारा पर्याप्त चर्चा नहीं की जाती। परमाणु ऊर्जा की असली कीमत कभी दिखाई नहीं जाती। पवन और जल ऊर्जा बेशक परमाणु ऊर्जा से सस्ती है। इसके अलावा परमाणु ऊर्जा मनुष्य प्रकृति के लिए खतरा भी है। यूक्रेन और बेलारूस में अब तीसरी पीढ़ी रेडियोधर्मी सन्दूषण से पीड़ित है। जापान में भी लाखों लोग कई वर्षों तक संक्रमित घरों, खेतों और कृषि उत्पादों से प्रभावित रहेंगे।
    http://www.presseportal.de/pm/6347/2031098/
  2. Red Bull crashed ice में भारी भीड़
    16 जनवरी 2009 को म्युनिक के ओलंपिया पार्क में कोल्ड ड्रिंक बनाने वाली कंपनी रेड बुल द्वारा आयोजित तेज़ आईस स्केटिंग की विश्व चैंपियनशिप का क्वालीफाइंग राउण्ड आयोजित किया गया। इस चैंपियनशिप का नाम है ''Red Bull Crashed Ice''. इसमें 64 प्रतिभागियों ने भाग लिया जिसमें से 32 कनाडा के बेंकूवर शहर में होने वाले अगले राउण्ड में जायेंगे। साढे तीन सौ मीटर की इस दौड़ में प्रतिभागियों की गति अस्सी किलोमीटर प्रति घंटा तक जा सकती थी। उन्हें तीन स्पीड ब्रेकरों के ऊपर से होकर एक टॉवर के गिर्द घूमकर वापस आना था। यह आइस स्केंटिंग का एक नया और बेहद आक्रमक और खतरनाक रूप है। यह आयोजन मुफ़्त था और इसका खूब विज्ञापन किया गया था। इसलिये इसे देखने इतने लोग आये थे कि मेट्रो ट्रेन में, प्लैटफ़ार्म में, या ओलंपिया परिसर में, कहीं भी पैर रखने को जगह नहीं थी। जब एरीना चालीस हज़ार लोगों से भर गया थो अन्य लोगों के आने के लिये बन्द कर दिया गया।
  3. आज सवेरे सवेरे कार्यालय जाते समय मोबाइल बज गया। उठाया तो कोई सख्त आवाज़ में बोला ''मुझे रमा शंकर और सरबजीत सिंह सिद्धु'' का नंबर चाहिए। इतना तो मैं समझ गया कि यह व्यक्ति बसेरा पत्रिका के संबंध में बात कर रहा है। लेकिन बुरा लग रहा था कि वह बिना अपने बारे में कुछ बताए सीधे किसी का फोन नंबर क्यों मांग रहा है। मैंने विनम्रता से पूछा कि ाप उनका नंबर क्यों मांग रहे हैं? तो वह बोला कि उसने उनसे बात करनी है। तो मुझे फिर से बुरा लगा, कि भई बात करनी है तो मुझसे करो, यहां का कर्ता धर्ता तो मैं ही हूँ। साथ वह बोला कि मुझे आपसे भी बात करनी है। इतनी सख्त आवाज़ में ऐसी सुनकर तो मैं डर गया। लगा कि उसे ज़रूर पत्रिका में कुछ ऐसा दिखा होगा जो हमारे लिए समस्या खड़ी कर सकता है। मैंने उससे पूछा कि उसने क्या बात करनी है। साथ ही यह भी कहा कि आप अपना नंबर दे दें, मैं उनसे बात करके आप को नंबर दे दूँगा। तो उसने पूछा ''क्या बसेरा पत्रिका आप ही निकालते हैं?'' मैंने डरकर कहा ''हां''। तो अगला प्रश्न ''आप किस लिए यह पत्रिका निकाल रहे हैं? आपका मकसद क्या है? आप जर्मनी के बारे में क्या जानते हैं? आपको यहां कितना समय हो गया? नौ सालों में आपने इस देश के बारे में क्या जाना है आदि आदि।'' मैंने दिमाग ठंडा रखने की कोशिश की। मैं ट्रेन में था, अधिक स्वतंत्रता से और अधिक समय के लिए बात नहीं कर सकता था। मुझे समझ भी नहीं आ रहा था कि यह व्यक्ति आखिर किस लिए फोन कर रहा है। लेकिन धीरे धीरे इतना समझ आ गया था कि डरने वाली कोई बात नहीं है, यह व्यक्ति खुद परेशान है और बहुत सी बातें करना और बताना चाहता है। आगे जो कुछ भी उसने बताया, उससे ज़्यादा हैरानी तो नहीं हुई पर मैं काफी परेशान हो गया। आगे बाद में।
  4. बैंकों ने किए mobile TAN लागू', 'बैंकों ने कुछ देर से mobila TAN लागू कर दिए हैं। यानि online banking के लिए पहले डाक द्वारा छह अंकों वाले सौ TAN संख्याओं की सूचि मिलती थी। ये संख्यायें online banking में कोई भी काम निपटाने के लिए ज़रूरी होती थीं। लेकिन अब इस सूचियों की बजाय TAN नंबर मोबाइल पर SMS द्वारा भेज दिया जाता है। यानि अगर आप किसी को पैसे ट्रांस्फर कर रहे हैं, तो बटन दबाते ही आपको एक SMS प्राप्त हि जाएगा जिस पर उस transaction को पूरा करने के लिए TAN नंबर लिखा होगा। शायद यह इस लिए किया गया है ताकि लोग देश के बाहर रह कर online banking न कर सकें।
  5. 27 मार्च को मुझे एक कार्यक्रम देखने के लिए Saarbrücken जाना था पर मैंने अभी कोई टिकट बुक नहीं की थी, क्योंकि रेल टिकट बहुत महंगी थी (92 यूरो एक ओर का किराया, और मुझे वापस भी आना था)। मेरे पास Bahncard भी नहीं था। कुछ और लोगों ने भी जाना था, वे सब भी रेल द्वारा जाने वाले थे। अचानक 26 की रात को एक ईमेल देखी कि कोई 25 यूरो में रेल की Lidl टिकट बेच रहा है। मुझे पता था कि यह क्या होती है। मैंने सुबह ही उससे संपर्क किया और टिकट स्टेशन जाने से पहले उससे मिलकर टिकट ले ली। तब पता चला कि ये Lidl सुपरमार्केट द्वारा बेची जाने वाली रेल टिकट होती हैं जिनसे आप केवल 66 यूरो में दो बार जर्मनी के अंदर एक शहर से दूसरे शहर जा सकते हैं। इन यात्राओं के लिए आप ICE जैसी तेज़ रेलों में भी यात्रा कर सकते हैं। लेकिन यह टिकट केवल 31 मार्च तक ही वैध थी, यानि केवल दो तीन दिन और। वह यह टिकट एक बार उपयोग कर चुका था इसीलिए सस्ती दे रहा था। मैं स्टेशन गया। क्योंकि मैंने उसी रात वापस आना था, इसलिए वापस आने का समय और किराया देखने लगा। तभी एक महिला आकर कहने लगी कि उसके पास एक बिल्कुल नई Lidl टिकट बिकाऊ है। मैंने उसके साथ अपनी टिकट 30 यूरो में बदल ली। इसमें दोनों का फायदा था। मेरा वापस आने का जुगाड़ भी हो गया, और उसके लिए दो की बजाय एक टिकट बेचना अधिक आसान था। यानि 55 यूरो में मेरा आने जाने का जुगाड़ हो गया। मैं बहुत खुश था। पर उस दिन लगभग सभी लोग रेलों पर इसी टिकट द्वारा यात्रा कर रहे थे क्योंकि इसकि अवधि समाप्त होने वाली थी और यह सप्ताहांत था। बल्कि रेलों में टिकट चेकर भी इस टिकट से बहुत परेशान थे क्योंकि इसके कारण जर्मनी की तेज़ रेलें भी मुंबई की लोकल ट्रेनों की तरह भर भर के जा रहीं थीं।
  6. परमाणु बिजली घर बंद करो', '24 अप्रैल को जर्मनी में तीन जगह पर लोग कोई सवा सौ किलोमीटर लंबी पंक्ति बनाकर परमाणु ऊर्जा का विरोध करेंगे। वे परमाणु बिजली घरों को बंद करने की मांग कर रहे हैं। इस पर एक विज्ञापन बनाया गया है जिसमें मेरी कुछ जान पहचान वाले लोग हैं।
    http://www.ausgestrahlt.de/mitmachen/menschenkette/kinospot.html
  7. Nintendo खेलों की प्रदर्शनी
    म्युनिक के BMW Welt में वीडियो गेम्स बनाने वाली कंपनी ने Nintendo अपने नए खेलों की प्रदर्शनी लगाई है। ये खेल केवल बटन न दबा कर उसी तरह हिल डुल कर खेले जाते हैं जैसे असली खेलों में होता है। जैसे टेनिस, मोटरसाइकल चलाना, बाउलिंग करना, मोटरबोट चलाना। इन खेलों के साथ वायरलेस स्टीरिंग भी होता है जिसे घुमाने से मोटरबोट या मोटरसाइकल घूमता है। सामने स्क्रीन के नीचे पड़ा सेंसर आपकी हरकतों को स्क्रीन पर दिखाता है। यानि आप इसके सामने कहीं खड़े होकर खेल सकते हैं। बाउलिंग करने के लिए भी आपको खेल का रिमोट हाथ में लेकर वैसे ही हिलना होगा जैसे आप सचमुच बाउलिंग कर रहे हों। तीर कमान चलाने के लिए दो रिमोटों को हाथ में लेकर एक को ऐसे पीछे खींचना होता है जैसे आप सचमुच कमान की रस्सी खींच रहे हों। इसके साथ ही स्क्रीन निशाने का फोकस दिखाई देता है। फिर बटन छोड़ने पर तीर चलता है। यहां तक कि साइकल चलाने के लिए वायरलेस पैड भी हैं जिनपर खड़े होकर आप पैर चलाएंगे तो स्क्रीन पर साइकल चलेगा। इस पैड के साथ अनेक तरह की कसरतों के खेल भी विकसित किए गए हैं, जिन्हें बड़े और बूढ़े लोग बिना असली उपकरणों के कर सकते हैं। इन उत्पादों ने हर आयु के लोगों को निशाना बनाया है, भले वे बच्चे हों, या फिर बड़े और बूढे। यह ठीक है कि इनसे असली खेलों जैसा मज़ा नहीं आ सकता पर फिर भी लोगों को घर बैठे बैठे हिलने डुलने का बहाना मिल जाता है। खासकर वृद्ध-घरों में यह कंपनी जा जाकर उत्पादों का प्रदर्शन कर रही है, क्योंकि वृद्धों को बाहर आना जाना और खेलना नागवार गुज़रता है उन्हें इन खेलों के साथ खेलना आसान लगता है। प्रदर्शनी के कर्मियों के अनुसार माइक्रोसाफ़्ट के एक्सबॉक्स और सोनी कंपनी के प्लेस्टेशन में अभी इस तरह के उत्पाद नहीं आए।
    http://www.nintendo.de/NOE/de_DE/wii_54.html
  8. Atommüllverarbeitung, परमाणु कचरे में से कुछ हद तक radioactive material दोबारा पाने की विधि. जर्मनी में 17 परमाणु बिजली घर हैं। परमाणु कचरे को फिलहाल पुनरचक्रण के लिए फ्रांस या इंगलैण्ड भेजा जाता है, फिर वापस मंगवाया जाता है। Zwischenlager, अन्तरिम भण्डारण, Endlager, निपटान, radioaktive Abfälle, रेडियोधर्मी कचरा, international atomic energy agency, अन्तरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेन्सी, atomic power plant, परमाणु विद्युत संयन्त्र, atomic power, परमाणु ऊर्जा, nuclear supplier group, NSG, परमाणु आपूर्ति समूह, Nuclear non-Proliferation Treaty, नाभिकीय अप्रसार सन्धि, das Kernkraftwerk, nuclear power plant, नाभिकीय विद्युत संयन्त्र, Kernspinuntersuchung, Magnetic resonance imaging (MRI), nuclear magnetic resonance imaging (NMRI), thermal, hydel, nuclear, wind, solar, bio energy, Atomkraftwerk, परमाणु ऊर्जा संयन्त्र, रेडियोधर्मी कण, Chernobyl, चेरनोबिल
  9. ऑटोमोटिव क्षेत्र के लिए सामान बनाने वाली कम्पनी Valeo ने 2011 की पहली तिमाही में विश्वभर में राजस्व वृद्धि दर्ज की है। कम्पनी को 19.2% वृद्धि के साथ 226 करोड़ यूरो राजस्व प्राप्त हुआ। हालांकि जापान में परमाणु आपदा के कारण 22% गिरावट आई।
    http://www.presseportal.de/pm/35826/2031406/
  10. 110331 को एक 87 वर्षीय महिला के घर के द्वार पर आकर एक लगभग 20 वर्षीय युवक ने खुद को सीवर कर्मचारी बताकर कहा कि वह घर की पाइपों का निरीक्षण करना चाहता है। घर में आकर उसने महिला से तलघर में कुछ देखकर आने के लिए आग्रह किया। जब महिला तलघर से वापस आई तो वह महिला से मरम्मत के लिए अग्रिम राशि की मांग करने लगा। महिला को पहले ही शक हो चुका था। उसने युवक को घर से बाहर निकल जाने के लिए कहा। और वह युवक चला गया। 20 अप्रैल को महिला को पता चला कि उसकी अल्मारी से गहने चोरी हो चुके हैं। उसने पुलिस को सूचित किया। तलाश जारी है।
    http://www.presseportal.de/polizeipresse/pm/10374/2031051/
  11. essen. पुरानी और पुरातन गाड़ियों, पुरज़ों और सेवाओं के विश्व के सबसे बड़े व्यापार मेले techno-classica का आज शुभारम्भ हुआ। पिछले सालों की तरह grugaparkt में 1200 प्रदर्शकों को बीस भवनों में बाण्ट कर यह मेला पूरी तरह भर गया। आयोजक siha के अनुसार 400 से अधिक प्रदर्शक आवेदनों को अस्वीकार करना पड़ा। इस मेले में करीब दो लाख आङ्गतुक अपेक्षित हैं। मेले में कार निर्माता, आपूर्तिकर्ता, वितरक और प्रदाता पहले से अधिक जटिल और भव्य ढङ्ग से पेश किए गए हैं। अगले साल इस मेले को और बढ़ाया जाएगा। इस जमावड़े से पुरानी और पुरातन गाड़ियों के आर्थिक महत्व का पता चलता है। एक प्रतिनिधि सर्वेक्षण के अनुसार करीब 43 लाख जर्मन पुरानी गाड़ियों को पसन्द करते हैं। जर्मन सड़कों पर करीब सात लाख बीस हज़ार एतिहासिक गाड़ियां और मोटर साइकल दौड़ रहे हैं। 2000 से लेकर पुरानी गाड़ियों की सङ्ख्या दोगुनी हो गई है। इस मेले में ढाई हज़ार पुरानी गाड़ियां बिक्री के लिए पेश की गई हैं। इस बार कुछ बड़ी कार कम्पनियां अपनी पुरानी कारों को प्रदर्शित करेङ्गी, जैसे mercedes-benz की sports car sl की साठ साल की कहानी। bmw भी mini के अलावा तीस के दशक के phantom model की दो कारों के साथ विलासिता-मार्का rolls-royce का इतिहास पेश कर रही है। audi भी अपनी एतिहासिक विजेता धावक गाड़ियों के साथ उपस्थित रहेगीम जैसे प्रसिद्ध धावक चालक bernd rosemeyer की पहाड़ी दौड़ लगाने वाली गाड़ी typ c और walter röhrl की quattro s1 जिससे उसने पच्चीस साल पहले pikes peak में record बनाया था। opel भी इस मेले में अपना डेढ सौ साल का इतिहास प्रस्तुत कर रही है। rüsselsheim स्थित यह कम्पनी गाड़ियों में सफ़लता हासिल करने से पहले साइकल और सिलाई मशीनें बनाती थी। तीस के दशक में ङह कम्पनी यूरोप की सबसे बड़ी कार कम्पनी थी। यह इतिहास अब कम्पनी के मुख़यालय में भी प्रस्तुत किया जाएगा। 2014 में कम्पनी अपने पुराने कारखाने में एक सङ्ग्रहालय खोलेगी। friedrichshafen स्थित गियर विशेषज्ञ कम्पनी zf की तरह कई महत्वपूर्ण आपूर्तिकर्ता भी मेले में भाग ले रहे हैं। यह कम्पनी mercedes sl pagode और bmw 328 roadster जैसी पुरानी गाड़ियों के गियर भी कॉपी करके बनाती है। stuttgart स्थित वाहन की विद्युत और ignition विशेषज्ञ bosch भी अपनी तमाम पुरज़ों की सूचियों और नियम पुस्तिकाओं सहित उपस्थित हैं। आयातित markों में से peugeot सब से वफ़ादार प्रदर्शकों के रूप में उपस्थित है। यह कम्पनी गाड़ियों में सबसे पुरानी और अभी तक अस्तित्व बनाए रखने वाली कम्पनी होने का दावा करती है। यह कम्पनी 1810 में चक्की बनाने वाली कम्पनी के रूप में शुरू हुई थी।
  12. Garmisch-Partenkirchen में 21 अक्तूबर रात नौ बजे पुलिस ने सड़क पर एक फ़्रेंच नम्बर वाली मिनी बस को चेक करने के रोका। उसमें कई लोग थे। चेक करने के लिए एक 38 और एक 39 वर्षीय पुलिसकर्मी सड़क पर खड़े थे। एक उनकी 29 वर्षीय साथिन पुलिस गाड़ी में बैठी थी। तभी अचानक तेज़ गति से एक कार आई और उसने सड़क पर खड़े दोनों पुलिस कर्मियों को हवा में उड़ा दिया। दोनों पुलिसकर्मियों को बहुत चोट आई और उन्हें अस्पताल में दाखिल करवाया गया। उनमें से 39 वर्षीय पुलिसकर्मी की अस्पताल में मृत्यु हो गई। गाड़ी में बैठी महिला पुलिसकर्मी को भी हल्की चोटें आई। गाड़ी चला रही 25 वर्षीय युवती को सड़क पर खड़ी मिनी बस और पुलिस कर्मियों का पता ही नहीं चला। उसे भी गहरा मानसिक धक्का लगा है।
    http://www.polizei.bayern.de/oberbayern/news/presse/aktuell/index.html/125416
    http://www.polizei.bayern.de/oberbayern/news/presse/aktuell/index.html/125511
  13. Lüdenscheid, 110421, एक युवक को एक मरणासन्न रोगियों के अस्पताल का कर्मचारी बनकर चन्दा मांगते हुए देखा गया है।
  14. Kassel, 110420, रात ग्यारह बजे पैदल चल रहे एक 28 वर्षीय व्यक्ति को अचानक चार लगभग 17-19 वर्षीय युवकों ने पीछे से आकर घूंसों और लातों से मारना शुरू कर दिया। व्यक्ति नीचे गिर पड़ा। फिर एक ने उससे उसका मोबाइल और डेबिट कार्ड मांगा और चारों ने फिर उसे लातों और घूंसों से मरना शुरू कर दिया। इससे पहले कि स्थिति काफ़ी बिगड़ती, वहां एक कार आकर रुकी। चारों युवक बिना कुछ लिए वहां से भाग लिए। 31 वर्षीय कार चालक ने कुछ दूर तक पीछा किया।
    http://www.presseportal.de/polizeipresse/pm/44143/2031049/
  15. भारत में हर साल सैंकड़ों फ़िल्में बनती हैं लेकिन अभिनय की तकनीक पर शायद ही कोई साहित्य उपलब्ध हो। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय और Fim and Television Institute of India Pune के वेबसाईट पर भी कोई महत्वपूर्ण सूचना नहीं है। यहां पर एक चीज़ प्रचलित है जो भारत में कभी नहीं सुनी impro theatre. इसमें तीन चार कलाकार स्टेज पर वो करते हैं जो दर्शक उन्हें कहते हैं। जैसे दर्शकों द्वारा दिए गए किसी विषय पर एक scene बनाना। ज़ाहिर है कि उन्हें स्टेज पर आने से पहले पता ही नहीं होता कि उन्हें करना क्या है और न ही उन्हें तैयारी के लिए कोई समय दिया जाता है। बस पांच चार तीन दो एक गिना जाता है और दृश्य शुरू। एक उदाहरण you tube पर मिला देखिए। इसमें दर्शक हंस हंस के पागल हो जाते हैं। ये दिखने में जितना आसान और सहज है करने में उतना ही मुश्किल। इसमें पूरी तरह चौकन्ना रहना पड़ता है दूसरा क्या कह रहा है उसपर ध्यान रखकर उसे आगे बढ़ाना होता है भाषा और दुनिया भर के विषयों पर अच्छी पकड़ रखनी पड़ती है। munich में भी कई इंप्रो थिएटर समूह हैं जैसे
    http://www.fastfood-theater.de/home.php
    munich impro centre, info@munichimprocenter.com
    Felix
    Robin
    Bake this
    Mixit
    Äpfeltaschen
    Bühnenpolka
    Mike Meister
    http://www.tatwort.de/
  16. fastfood theater की एक छंटी हुई कलाकार Karin Krug जो 20 साल से impro theatre कर रही हैं सिखाती भी हैं। उनके पति ने भारत में 1700 किलोमीटर की पैदल यात्रा की और ये पुस्तक प्रकाशित की। उनके पति यहां फ़्रांसिसी फ़ोटोग्राफ़र Nicolas Chorier की किताब A Kites Eye View के जर्मन संस्करण Indien von oben के उद्घाटन समारोह पर मौजूद थे। इस पुस्तक में भारत में कई जगह पर पतंग पर कैमरा लगाकर फ़ोटो दिखाई गई हैं। इस समारोह में ज़ुबिन मेहता भी मौजूद थे।
  17. The equation of a Parabola 2D is x = y² / 4*f where f = Focal Length. To construct one in V5 Space which has a specific focal length three points have to be calculated. These are the Start Point End Point and the Tangent Intersection Point. In the picture a parabola of 100 units focal length has been constructed on a Support XY-plane so that its vertex is at the point000 and the focus at 10000. In this example the start and end points are to have an arbitrary value of 400 so to find their y value the equation is transposed and x = 400 plugged into it. The Focal Point is at the centre of the small circle. y = 4 * f * x ^0.5 Therefore y = 400 The tangent intersection point is on the X-axis at the negative value of the start and end points. Thus the three points required to make a 100 focal length parabola are Start Point = 400 4000 End Point = 400-4000 Tangent Intersection Point = -40000
  18. Westfalen-Blatt ने जापान की परमाणु आपदा के बाद जर्मनी में छिड़े विवाद पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि परमाणु ऊर्जा से बाहर निकलना, कम से कम तुरन्त निकलना एक सपना ही रहेगा। कम से कम 2020 तक तो प्रतीक्षा करनी ही पड़ेगी। इसकी कीमत भी बहुत ऊंची होगी और जर्मनी की अर्थ व्यवस्था पर इसका भारी असर पड़ेगा।
    http://www.presseportal.de/pm/66306/2031427/
  19. एक दो तीन
    तेज़ाब फ़िल्म के इस गाने का मुखड़ा देखिए स्टाफ़ नोटेशन (staff notation) में। ये रही सुनने के लिए इसकी मिडी (midi) फ़ाईल, और ये रही प्रिण्ट करने के लिए पीडीएफ़ फ़ाईल।
  20. अंग्रेज़ी फ़िल्मों की हिन्दी dubbing, vcd पर
    भारत में हिन्दी में डब की हुई बेशुमार हॉलीवुड फ़िल्में मिलती हैं, लेकिन vcd पर। और वहीं अंग्रेज़ी फ़िल्मों की dvd मिलती हैं, लेकिन केवल अंग्रेज़ी soundtrack के साथ, जबकि dvd एक से अधिक soundtrack जोड़े जा सकते हैं। आपको फ़िल्म जिस भाषा में देखनी हो, देख लें। यहां जर्मनी में भी अधिकतर मिलने वाली हॉलीवुड फ़िल्मों की dvds में अंग्रेज़ी और जर्मन के अलावा कई अन्य भाषाओं के न केवल soundtracks होते हैं, बल्कि उपशीर्षक भी होते हैं। आप फ़िल्म देखने के लिए जो चाहें, combination लगा सकते हैं। ख़ासकर अन्य भाषाएं सीखने में यह बहुत सहायक है। तो फिर ऐसा भारत में क्यों नहीं हैं। क्यों एक ही फ़िल्म के दो अलग अलग बाज़ार हैं, एक पढ़े लिखे अंग्रेज़ लोगों के लिए जो 200-300 रुपए की original dvd ख़रीदते हैं, जिसमें हिन्दी soundtrack की ज़रूरत ही नहीं समझी जाती, अंग्रेज़ी ही ठीक है, और एक आम कम पढ़े लिखे रिक्शाछाप लोगों के लिए जो 50 रुपए की देसी vcd ख़रीदते हैं जिसमें अंग्रेज़ी फ़िल्म को हिन्दी में डब करके दिखाया जाता है। केवल inglourious bastards की vcd पर हिन्दी में synopsis देखा। उसमें नाम भी रोमन लिपि में लिखे थे और खुशप्रद है। जबकि walt disney की हिन्दी vcd में synopsis तो हिन्दी में हैं पर नाम भी देवनागरी में लिखे हुए हैं। eagle में तो synopsis हिन्दी में हैं ही नहीं, अंग्रेज़ी में हैं।
  21. गाएं या बजाएं
    कुछ दिन पहले यहां (जर्मनी) के किसी टीवी चैनल पर बॉलीवुड फ़िल्मों में संगीत (गानों) की भूमिका पर एक वृतचित्र दिखाया गया। इसमें कुछ बड़े अभिनेताओं (शा्हरुख खान), संगीत निर्देशकों (अल्ला रक्खा रहमान), गायकों (आशा भोंसले), choreographers (Shiamak Davar) तथा लेखकों के साक्षात्कार के साथ साथ आम लोग गाने गा कर झूमते हुए, मज़ा लेते हुए तथा अन्ताक्षरी खेलते हुए दिखाए गए। यहां हिन्दी फ़िल्मों का टीवी पर, तथा बड़ी सुपरमार्किटों में हिन्दी डीवीडी बिकने का चलन काफ़ी बढ़ रहा है। कुछ बातें जो मुझे खटकती रहीं, वो ये, एक तो सभी ने साक्षात्कार अंग्रेज़ी में दिए। दूसरा, इस पौने घण्टे क वृतचित्र में इन लोगों ने कम से कम 200 बार शब्द ''संगीत'' का उपयोग किया। यहां लोगों को संगीत का बहुत शौक है, संगीत की वजह से बॉलीवुड हॉलीवुड का मुकाबला कर पा रही है, इत्यादि। क्या गाने ही संगीत हैं? क्या ये गाने एक आम आदमी को संगीत के बारे में सही प्रकार से रूची जगाने में सक्षम होते हैं? कितनी ही टीवी प्रतियोगिताओं में सिर्फ़ गाने वाले प्रतियोगी ही बुलाए जाते हैं। कभी कुछ वादकों की प्रतियोगिता होते देखी है? क्या बोलों के बगैर संगीत नहीं होता? होता है। एक तो गाना, उससे भी मुश्किल एक दूसरे के साथ स्वर मिला के गाना, उससे भी मुश्किल कोई संगीत वाद्य बजाना, उससे भी मुश्किल एक दूसरे के साथ स्वर मिला के वाद्य बजाना। हम किस श्रेणी में आते हैं? शायद सबसे पहले वाली में।
  22. Orientalismus in Europa

    110128-110501. दो तीन सौ साल पहले तक अरबी और अफ्रीकी देशों की उन्नत संस्कृति ने यूरोप के अनेक व्यापारियों, कलाकारों और राजा महाराजाओं ने आकर्षित किया था। वहां की जन जीवन, कला, आभूषण आदि यूरोप के लोगों के लिए बहुत आकर्षक थे। बहुत से लोगों ने यहां यात्राएं करके अनेक वृत्तान्त सुनाए, चित्र बनाए। ऐसे ही अनोखे चित्रों की प्रदर्शनी चल रही है म्युनिक के Kunsthalle में। कोई डेढ सौ चित्रों और मूर्तियों के द्वारा पूरब और पश्चिम के बीच के अनोखे सम्बन्ध और टकराव दर्शाए गए हैं। ज़रूर देखें।
    http://www.hypo-kunsthalle.de/newweb/orientalismus.html
  23. 5 फरवरी की रात को Neuhausen में एक डिस्को के बाहर एक लड़ाई में एक 18 वर्षीय नवयुवक को चाकू से बुरी तरह घायल कर दिया गया। उसपर कम से कम दस बार चाकू से घाव किये गये। सर्दी के मोटे कपड़ों के कारण उसकी जान बच गई। वह अपने एक दोस्त को बचाने के लिये लड़ाई में कूद पड़ा था और एक विरोधी को घूंसा जड़ दिया जिससे लड़ाई नये सिरे से शुरू हो गई। ज़ख्मी करने के बाद लगभग दस लोगों का विरोधी समूह वहां से भाग गया। पुलिस ने इस केस में एक 17 वर्षीय जर्मन-ट्युनिशियन को और एक 17 वर्षीय इराकी को पकड़ा है। इराकी ने चाकू से हमला करने का अपराध स्वीकार किया है।
    http://www.polizei.bayern.de/muenchen/news/presse/aktuell/index.html/109756
    http://www.polizei.bayern.de/muenchen/news/presse/aktuell/index.html/109769
    http://www.polizei.bayern.de/muenchen/news/presse/aktuell/index.html/110048
  24. अक्सर अपनाये जाने वाले तरीकों की तरह 8 फरवरी को Neuhausen में एक करीब तीस वर्षीय व्यक्ति ने करीब तीन बजे एक वृद्धा के फ़्लैट की घण्टी बजायी और कहने लगा कि वह नगलपालिका से है और पानी की पाइपें चेक करने आया है। उसने फोटो वाला एक identity card भी दिखाया। वृद्धा ने उसे अन्दर आने दिया। अन्दर आकर उसने बाथरूम के सारे नल खोल दिये और वृद्धा को कोई खाली बक्सा लाने के लिये कहने लगा। पर वृद्धा ने एक पल के लिये भी उसे आंख से ओझल नहीं होने दिया। आखिर हारके वह कहने लगा कि उसने बहुत पानी बहा दिया है, वह इसके पैसे देना चाहता है। इससे वृद्धा को उसपर बहुत शक हो गया और उसने उसे घर से निकल जाने के लिये कह दिया। शक की स्थिति में ऐसे व्यक्ति को बाहर दरवाज़े पर प्रतीक्षा करने और 089-2361-6110 नम्बर पर सूचना प्राप्त करने की सलाह दी गई है।
    http://www.polizei.bayern.de/muenchen/news/presse/aktuell/index.html/109891
  25. दो महिलायें चर्च की ओर से झूठी रसीदें दिखाकर दुकानों से चन्दा मांगती देखी गई हैं। पहले 29 जनवरी को Milbertshofen की एक फार्मेसी में वे एक चर्च की रसोई के लिये चन्दा मांगने गईं। फिर 18 फरवरी को Haidhausen की एक संगीत वाद्यों की दुकान में वे Obersendling की एक चर्च की झूठी रसीदें दिखाकर चन्दा मांगती दिखायी दीं। वे अभी पकड़ी नहीं गई हैं।
  26. 17 फरवरी शाम साढे पांच बजे Thierschstraße पर स्थित एक सुनार की दुकान में एक तीस-चालीस वर्ष का बायरिश बोलने वाला व्यक्ति घुस आया और हथियार दिखाकर कई हज़ार यूरो के गहने उड़ा ले गया। उसने मास्क पहना था। हथियार से डरा कर उसने 46 वर्षीय मालकिन और एक 24 वर्षीय महिला कर्मचारी को ज़मीन पर लेटने के लिये मजबूर किया। फिर खिड़कियों से गहने उठा कर भाग गया। बाहर निकलने से पहले उसने मास्क भी उतार लिया था।
  27. 16 फरवरी को सुबह साढे तीन बजे किसी ने पुलिस को फोन पर बताया कि Moosach में एक फ़्लैट में गोली चली है। फ्लैट में पहुंच कर पुलिस को पता चला कि गोली चलने की खबर झूठी थी पर टॉयलेट में से कोकीन का एक बैग पाया गया। जांच से पता चला कि वहां उपस्थित चार व्यक्तियों और एक महिला ने थोड़ी देर पहले नशीली दवाओं का सेवन किया था। उन्हें गिरफ़्तार करके खून, बाल और मूत्र जांच के लिये भेजा गया।
    http://www.polizei.bayern.de/muenchen/news/presse/aktuell/index.html/110438
  28. 16 फरवरी सुबह साढे ग्यारह बजे Sendlinger Straße पर वहां घूम रही एक ब्रिटिश पर्यटक के पास एक करीब चालीस वर्षीय औरत कोई समाचार पत्र बेचने आई। जब पर्यटक महिला ने अंग्रेज़ी में समझाया कि उसे जर्मन अखबार की ज़रूरत नहीं तो बेचने वाली औरत अंग्रेज़ी में कहने लगी कि उसके दो बच्चे हैं और उन्हें खाने के लिये पैसों की ज़रूरत है। इस पर पर्यटक महिला पर्स निकाल कर छुट्टे पैसे खोजने लगी। फिर बेचने वाली औरत ने उसके हाथ पर हाथ रखा और चुपके से कुछ नोट निकाल लिये, और चली गई। करीब एक घण्टे बाद पर्यटक महिला को चोरी का पता चला।
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  29. 13 फरवरी को Unterschleißheim में एक कार्निवाल कार्यक्रम के दौरान एक 18 वर्षीय लड़का अन्य अतिथियों के साथ गाली गलोच करते हुये देखा गया। पुलिस को बुलाने पर भी हिंसक विरोध करने लगा और बुरी बुरी गालियां बकने लगा। एक पुलिसकर्मी की तो उसने दान्त मारकर अंगुली काट ली। उसकी तलाशी लेने पर उसके पास लगभग एक ग्राम हशीश पायी गई। थाने ले जाने पर भी वह अन्य पुलिसकर्मियों को अपमानित करने लगा। उस पर अब शारीरिक चोट करने, अपमान करने, पुलिस कारवाई का विरोध करने और नशीली दवाओं के सेवन के आरोप लगाये गये हैं।
  30. 'एक बारह वर्षीय बेटे के साथ एक दम्पत्ति शहर की दुकानों में चोरियों के लिये सक्रिय है। अक्सर दम्पत्ति दुकानों में घुसकर कर्मचारी या कैशियर को प्रश्न पूछने लगते हैं और बातों में उलझा लेते हैं और बेटा पर्स आदि उड़ाने की ताक में रहता है। 8 फरवरी को भी वे दो दुकानों में गये। एक पर्यटन एजेंसी में तो कर्मचारी बहुत चौकस थी। बाप ने उसका ध्यान बण्टाने और बेटे को ओझल करने की बहुत कोशिश की, पर उसने उसे कार्यलय के अन्दर घूमते हुये देख लिया और परिवार को बाहर निकल जाने का आदेश दे दिया।
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  31. शुक्रवार 12 फरवरी को Stachus में एक दुकान में किसी ग्राहक औरत की प्रैम में पड़ा पर्स किसी ने उड़ा लिया जिसमें लगभग दो सौ यूरो थे। अगले दिन पुलिस दिकान की वीडियो रिकार्डिंग चेक करके जाने ही वाली थी कि उन्हें दुकान में वही व्यक्ति नज़र आया जो वीडियो रिकार्डिंग में चोरी करता हुआ पाया गया था। वह एक अन्य ग्राहक का पर्स उड़ाने की तैयारी में था। पुलिस ने उस 46 वर्षीय तुर्क को तुरन्त गिरफ़्तार कर लिया। उस नशीली दवाओं के डीलर पर पहले भी दो बार गिरफ़्तारी वारण्ट जारी हो चुका है।
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  32. शनिवार 13 फरवरी को Ostbahnhof के पास सुबह चार बजे एक 20 वर्षीय ऑस्ट्रियन पर्यटक पैदल जा रहा था कि पांच युवकों के एक झुण्ड ने उससे किसी फास्ट फूड रेस्त्रां का पता पूछा जो इस समय खुला हो। अभी बातचीत हो ही रही थी अचानक उनमें से एक बायिरश बपलने वाले करीब पच्चीस वर्षीय युवक ने उसे नीचे गिरा दिया। उसके नीचे गिरते ही पांचों उस पर टूट पड़े और उसे पीटने लगे। फिर एक ने उसका बटुआ निकाल कर उसमें से पैसे निकाल लिये और फिर वे सभी भाग गये।
    http://www.polizei.bayern.de/muenchen/news/presse/aktuell/index.html/110299
  33. 'शनिवार 13 फरवरी को Ostbahnhof के पास सुबह पौने पांच बजे एक 30 वर्षीय युवक पैदल घर आ रहा था कि एक नवयुवक आकर उससे ''रास्ता इस्तेमाल करने का शुल्क'' मांगने लगा। इसपर युवक ने दस यूरो देने की भेण्ट की तो नवयुवक ने धमकाया कि वह बटुआ उसके हवाले करदे नहीं तो उसे जान से हाथ धोना पड़ेगा। साथ ही उसने उसे घूंसा भी जड़ दिया। इससे डर कर युवक ने अपना बटुआ उसके हवाले कर दिया। नवयुवक ने बटुए से पैसे निकाल कर बटुआ वापस कर दिया और वहां से चला गया।
    http://www.polizei.bayern.de/muenchen/news/presse/aktuell/index.html/110299
  34. बच्चे को भी बनाया चोर
    10 फरवरी दोपहर को एक दम्पत्ति एक सात आठ साल के बच्चे के साथ रेलवे स्टेशन के पास एक नाखून स्टुडियो में गये। उन्होंने स्टुडियो के कर्मचारियों को इधर उधर की बातों में उलझा लिया, इतने में बच्चे ने कहा कि वह टॉयलेट जाना चाहता है। टॉयलेट के रास्ते में उसे कर्मचारियों के कमरे से भी होकर जाना था। उसने वहां पड़े एक वियतनामी महिला कर्मचारी के थैले में से पैसों का पर्स चुरा लिया। उन लोगों के जाने के बाद ही चोरी का पता चला।
    http://www.polizei.bayern.de/muenchen/news/presse/aktuell/index.html/110125
  35. 10 फरवरी को भी एक व्यक्ति ने खुद को नगरपालिका का कर्मचारी कह कर एक वृद्धा को दो सौ यूरो का चूना लगा दिया। Maxvorstadt में वृद्धा के फ़्लैट की बिल्डिंग के बाहर खड़ा वह व्यक्ति कहने लगा कि बिजली का रेट दोबारा तय किये के लिये फ़्लैट को दोबारा ठीक तरह से मापना पड़ेगा। वृद्धा ने विश्वास करके उसे अन्दर आने दिया। थोड़ी देर बाद उसने कहा कि वृद्धा ने ज़रूरत से अधिक बिजली का बिल अदा किया है, उसे तीन यूरो वापस मिलेंगे, पर इसके लिये उसे पांच सौ यूरो का नोट तोड़ना होगा। वृद्धा ने विश्वास करके उसे दो सौ यूरो दे दिये और वह पैसे लेकर भाग गया।
    http://www.polizei.bayern.de/muenchen/news/presse/aktuell/index.html/110125
  36. दस फरवरी को सुबह दस बजे Englschalking में एक 87 वर्षीय वृद्धा के फ़्लैट में किसी ने आकर घण्टी बजायी और बढ़िया जर्मन जुबान में कहने लगा कि वह बिल्डर और मकान मालिक की ओर से फ़्लैट का माप लेने आया है। वृद्धा ने विश्वास करके उसे अन्दर आने दिया और अधिक चल फिर न सकने की स्थिति में उस पर नज़र न रख सकी। वह एक दराज में से गहने और सोने के दान्त चुरा ले गया।
    http://www.polizei.bayern.de/muenchen/news/presse/aktuell/index.html/110048
  37. एक वृद्धा बैंक से बाहर निकली तो एक अज्ञात व्यक्ति उसके पास आकर दो यूरो के छुट्टे पैसे मांगने लगा। वह अपने पर्स में छुट्टे पैसे खोज ही रही थी कि व्यक्ति ने उसे बातों में उलझा लिया और खुद पर्स में पैसे खोजने लगा। घर पहुंच कर वृद्धा को पता चला कि उसके पर्स में से कई सौ यूरो गायब हैं।
    http://www.polizei.bayern.de/muenchen/news/presse/aktuell/index.html/110405
  38. सोमवार, 8 फरवरी को रात नौ बजे ISPO व्यापार मेले में एक 31 वर्षीय और एक 27 वर्षीय व्यक्ति साइकलिंग से सम्बन्धित उत्पाद बनाने वाली एक कम्पनी के स्टैण्ड पर खड़े इधर उधर घूर रहे थे। सुरक्षा कर्मियों ने देखा कि उन्होंने एक Downhill कम्पनी का हेल्मेट और चश्मा चुरा लिया। उन्होंने उसे रोक लिया और पुलिस को बुला लिया। पूछताछ पर वे कहने लगे कि उन्हें हेल्मेट का डिज़ाइन अच्छा लगा, और वे उसे केवल देख रहे थे।
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  39. म्युनिक के Gern क्षेत्र में मालिक की अनुपस्थिति में एक बंगले में 5 और 7 फरवरी के मध्य एक चोर घुस आया, लेकिन बुरी तरह ज़ख्मी होकर गया। वह खिड़की तोड़कर अन्दर तो आ गया लेकिन अन्दर किसी चीज़ से टकरा कर उससे इतना खून बहा कि कि सारे घर में खून के धब्बे पाये गये हैं। अनुमानित करीब दो लीटर खून बहा है। चोरी के नाम पर वह केवल मर्दों के जूते उठा सका पर बदले में वह अपने सड़े हुये जूते छोड़ गया। पुलिस का अन्दाज़ा है कि वह चोरी के बाद पट्टी बन्धवाने के लिये तुरन्त किसी डॉक्टर के पास गया होगा।
    http://www.polizei.bayern.de/muenchen/news/presse/aktuell/index.html/109891
  40. सात फरवरी को रात बारह बजे एक युवती अपने घर जा रही थी कि दो व्यक्तियों ने उस पर झपट कर उसका बैग हथिया लिया और वहां से भाग गये।
    http://www.polizei.bayern.de/muenchen/news/presse/aktuell/index.html/109769