सोमवार, 20 अप्रैल 2020

chalk निर्माण


chalk का उपयोग
chalk का उपयोग हम विभिन्न रूपों में करते हैं। chalk से black board पर लिख़ते हैं तथा इस से drawing भी बनाई जाती है। इस से दर्ज़ी कपड़े पर निशान भी लगाते हैं।

chalk कौन बना सकता है?
यह काम हम आसानी से सीख सकते हैं। इसे कोई भी कर सकता है। लेकिन पढ़ा-लिखा व्यक्ति इसे ज़्यादा अच्छे ढंग से कर सकता है। इस में बाज़ार भाव के उतार-चढ़ाव की जानकारी, लेन-देन के लिए पढ़ाई ज़रूरी है।

chalk बनाने के लिए training
chalk बनाने के लिए आज-कल training भी दी जाती है। training अवधि काफ़ी छोटी होती है, यह training सिर्फ पांच दिनों की होती है, प्रतिदिन तीन घंटे training दी जाती है। training में जो सिखाया जाता है, वह निम्न प्रकार है:
chalk बनाने में काम आने वाले ज़रूरी सामान की जानकारी
सांचों का rate, ख़रीदने की जगह, अच्छे सांचों की पहचान आदि।
chalk को रंगीन कैसे बनाते हैं।
अच्छा chalk बनाना तथा उसे बढ़िया तरीक़े से पैक करना।
chalk बेचने से सम्बन्धित जानकारियां।
कुल लागत का हिसाब और मुनाफा निकालना।
chalk बनाने में रुपए-पैसे की मदद तथा ऋण देने वाली सरकारी व ग़ैर-सरकारी इकाई के विषय में जानकारियां देना।

training देने वाली संस्थाएं
श्रमिक विद्यापीठ, west block नं. 8 wing 7, R.K.Puram, नई दिल्ली-110067, phone 26105868
स्वयं सेवी संस्थाएं - इन की विस्तृत जानकारी श्रमिक विद्यापीठ से प्राप्त कर सकते हैं।

कम स्थान, कम पूंजी
chalk बनाने का काम हम 500 रु. से शुरू कर सकते हैं। इस में बड़ी-बड़ी machines वग़ैरह की ज़रूरत नहीं पड़ती। यह काम हम छोटी-सी जगह में ही शुरू कर सकते हैं, इस के लिए बड़े स्थान की कोई ज़रूरत नहीं होती। chalk का कारोबार बढ़ाने के लिए विभिन्न इकाइयों से ऋण प्राप्त किया जा सकता है।

machine तथा उपकरण
1. सांचे
aluminium या बन्दूक वाली धातु, पीतल या रबड़ के सांचे
aluminium के सांचे टिकाऊ और अधिक सस्ते होते हैं।
एक आम सांचे की क़ीमत 100 से 150 रु. तक होती है।
बाज़ार में ज़्यादा chalk बनाने के लिए बड़े सांचे भी उपलब्ध हैं, जिन से बड़ी मात्रा में chalk बनाई जा सकती है।
आप ये सांचे दिल्ली में लाल कुआं, फतेहपुरी के बाज़ार से ख़रीद सकते हैं।
पीतल, gunmetal तथा रबर के सांचे थोड़े महंगे होते हैं।
chalk बनाने के लिए एक बड़े टब की अवश्यकता होती है जिस से कि उस में घोल आसानी से बनाया जा सके।
packing के लिए हम Polythene की थैलियां या गत्ते के डिब्बे ले सकते हैं।

कच्चा माल
1. plaster of paris
chalk, plaster of paris से बनाया जाता है। इसे Gypsum से तैयार किया जाता है। Gypsum एक पत्थर है। यह राजस्थान में मिलता है। plaster of paris सफ़ेद रंग का powder होता है।
plaster of paris एक, दो, पांच और पचास kilogram की थैलियों में मिलता है।
plaster of paris की विभिन्न qualities होती हैं, इन का rate इन की quality के हिसाब से होता है। कम या ज़्यादा मात्रा में ख़रीदने पर भी rate घटता-बढ़ता है।

2. तेल
सांचों में chalk चिपके नहीं इस के लिए सांचों में थोड़ा-सा तेल लगाया जाता है जिस से chalk आसानी से बाहर निकल आती है।
चाक सांचों से आसानी से बाहर आए इस के लिए 5 प्रतिशत गाढ़ा वनस्पति तेल या mobil oil मिट्टी के तेल में मिला कर लगाते हैं।
कोई भी तेल, जो आप को सस्ता व आसानी से मिल सके, प्रयोग कर सकते हैं।

3. रंग
रंगीन chalk बनाने के लिए उस में रंग डाला जाता है।
ऐसे रंगों का प्रयोग करें जो आसानी से पानी में घुल जाएं।
रंगीन chalk में प्रयोग होने वाले रंगों को pigment कहते हैं। ये कई रंगों में मिलते हैं। जैसे:
- लाल रंग के लिए पैरा red
- नीले रंग के लिए ultra marine blue
- brown रंग के लिए बनट अम्बर
- पीले रंग के लिए premier yellow
- हरे रंग के लिए chrome green

4. चीनी मिट्टी
5. नील
6. favicol / गोंद / acrylic emulsion paint या sodium oleate / stearate / pomet
7. पानी

chalk बनाने का तरीक़ा
1. एक चौड़े बर्तन में 1/2 litre पानी लें। इस में धीरे-धीरे plaster of paris powder डालें। powder को धीरे-धीरे फैलाते हुए पानी में डालें। powder नीचे बैठने लगेगा फ़िर इस को हिलाते रहें। ऐसा तब तक करें जब तक plaster जल की ऊपरी सतह तक ना आए। इस प्रक्रिया से एक गाढ़ा घोल तैयार हो जाएगा। powder में पानी डालकर घोल बनाएं। इस तरह घोल बनाने से गट्ठे रह सकते हैं। इस लिए powder पानी में अच्छी तरह से मिला लें।
2. सांचों में अच्छी तरह से तेल लगाएं। चार भाग मिट्टी के तेल में एक भाग मीन का तेल मिला कर लगाएं। इस से chalk सांचे में नहीं चिपकते और chalk आसानी से बाहर आ जाती है।
3. सांचे frame में मज़बूती से कसे होने चाहिए। फ़िर घोल को धीरे-धीरे सांचों में डालें। खांचों में घोल थोड़ा ऊपर तक भरें।
4. कुछ ही समय में घोल जमकर कड़ा हो जाता है।
5. सांचे को frame से हटाएं। चाक़ू की मदद से धीरे-धीरे chalk निकालें।
6. chalk निकाल कर खुले बर्तन या tray में रखें और धूप में दिन भर उसे सूखने दें।
7. शाम तक chalk तैयार हो जाएगी, फ़िर इस की packing कर लें।

महेश दूबे