मंगलवार, 7 जनवरी 2025

सऊदी अरब के महापागलपन के पीछे की असली वजह

https://play.funk.net/channel/was-kostet-die-welt-12317/die-wahre-grund-hinter-dem-groessenwahn-von-saudiarabien-2026975

सऊदी अरब में असल में क्या चल रहा है? कांच से बना 170 kilometre लम्बा भविष्य का शहर, रेगिस्तान में एक ski-resort और superstars से भरी एक football league. लागत? $1.5 trillion से अधिक. इतना पैसा कहां से आ रहा है और यह सब क्या है? इस के पीछे एक रहस्यमयी निधि है जो पूरे देश को उलट-पुलट कर रही है. और सिंहासन का एक उत्तराधिकारी है जो इस परियोजना के लिए किसी भी हद तक जा सकता है. इस video में हम आपको सऊदी अरब के megalomania के पीछे का असली कारण बताते हैं!

MBS कौन है? 23 January 2015 को सऊदी अरब के राजा 'अब्दुल्ला अल अजीज' की मृत्यु हुई. वे 10 वर्षों से अधिक समय तक सऊदी अरब के राजा रहे. उसी दिन उनके सौतेले भाई सलमान गद्दी पर बैठे. उन्होंने तुरन्त अपने बेटे 'मुहम्मद बिन सलमान' MBS को नए रक्षा मन्त्री के रूप में नियुक्ति किया. रक्षा मन्त्री के रूप में 29 वर्षीय MBS के पास बहुत सारी शक्तियां आ गईं. लेकिन वह और अधिक चाहता था. April 2015 में उसे उस के चचेरे भाई 'मुहम्मद बिन Nayef' (MBN) के बाद नया deputy crown prince नियुक्त किया गया. यानि MBS को राजा बनने के लिए अपने पिता और चचेरे भाई के मरने का इन्तज़ार करना होगा. वह इतना इन्तज़ार नहीं करना चाहता था. इस लिए उसने एक योजना बनाई जो जल्द ही उसे दुनिया के सब से प्रभावशाली लोगों में से एक बना देगी.

सऊदी अरब और तेल

इस योजना को समझने के लिए हमें 1930 के दशक से शुरुआत करनी होगी. उस समय सऊदी अरब एक रेगिस्तानी राज्य था जिस में मुख्यत: खानाबदोश लोग रहते थे. उस समय की अर्थ-व्यवस्था की रीढ़ मुख्य रूप से तीर्थ-यात्रा पर्यटन थी. उस समय भी अब की तरह बड़ी संख्या में मुसलमान हज के लिए मक्का आते थे. देश की अर्थ-व्यवस्था मुसलमानों के पवित्र शहर मक्का की तीर्थ-यात्राओं से होने वाले पर्यटन राजस्व पर आधारित थी. लेकिन सऊदी अरब में जल्द ही आय का एक और स्रोत खुल गया. 1938 में, अमेरिकी drillers को सऊदी अरब के पूर्व में एक विशाल तेल क्षेत्र का पता चला. 10 साल बाद सऊदी ने बड़े पैमाने पर दोहन शुरू किया. यह एक ऐसी खोज थी जिस ने सऊदी अरब को कुछ ही दशकों में बेहद अमीर बना दिया. इन आंकड़ों को देखें: 1948 में सऊदी अरब ने तेल की बिक्री से लगभग 50 million Dollar कमाए. 70 के दशक की शुरुआत में ये वार्षिक तेल राजस्व 3 अरब Dollar हो चुका था. कुछ ही समय बाद वैश्विक तेल मूल्य संकट ने तेल की कीमत बढ़ा दी. 1980 में तेल राजस्व बढ़ कर $94 billion प्रति वर्ष से अधिक हो गया. तेल की बदौलत सऊदी अरब अब दुनिया के सब से अमीर देशों में से एक बन गया. लेकिन यह पूरी तरह से कच्चे माल पर निर्भर था. उस समय सऊदी राष्ट्रीय budget में तेल राजस्व का हिस्सा 90% से अधिक था.

1970 के दशक की शुरुआत में सऊदी राजा ने तेल राजस्व के साथ बड़ी परियोजनाओं को वित्त-पोषित करने के लिए एक सम्प्रभु धन कोष की स्थापना की: सार्वजनिक निवेश कोष, या संक्षेप में PIF. इसका उद्देश्य सऊदी अरब की अर्थ-व्यवस्था को व्यापक बनाना और इसे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव पर कम निर्भर बनाना था. यह एक अच्छा विचार था क्योंकि पिछले 70 वर्षों में तेल की कीमतों में बहुत उतार-चढ़ाव आया है. हालांकि पहले दशकों में PIF कुल मिला कर अपेक्षाकृत छोटा था और वैश्विक परिप्रेक्ष्य से महत्वहीन था. लेकिन MBS ने इसकी दशा बदल दी. 2015 में रक्षा मन्त्री बनने के केवल दो महीनों के बाद MBS ने अपनी पहली बड़ी आधिकारिक कार्यवाही की. उसने यमन देश के साथ युद्ध शुरू किया. उस के आदेश पर सऊदी युद्धक विमानों ने यमन में हौथी ठिकानों पर हवाई हमले किए. वह दुश्मन ईरान द्वारा समर्थित विद्रोहियों को पीछे धकेलना चाहता था और यमनी सरकार का समर्थन करना चाहता था.  यमन युद्ध अगले कुछ वर्षों के दौरान दुनिया में सब से ख़राब मानवीय आपदाओं में से एक साबित हुआ. सैकड़ों-हज़ारों नागरिकों की जान चली गई. सऊदी अरब ने युद्ध को अपने कट्टर दुश्मन ईरान के खिलाफ़ एक तरह की रक्षात्मक कार्यवाही के रूप में उचित ठहराया. लेकिन बिन सलमान के लिए युद्ध का शुरू से ही एक राजनीतिक आयाम भी था. हमले के कारण उसे अपने देश में भारी लोक-प्रियता हासिल हुई. वह एक युद्ध नायक बन गया. शक्ति हासिल करने के लिए उसने इस पृष्ठ-भूमि को सब से महत्वपूर्ण साधन बनाना शुरू कर दिया. इस समय PIF 40 साल से अधिक पुराना हो चुका था. पर वह अभी भी विशाल सऊदी तेल राजस्व के केवल एक छोटे हिस्से का प्रबन्धन कर रहा था. उसने कभी भी सऊदी अरब के बाहर कोई बड़ी सुर्खियां नहीं बटोरीं थीं. अब यह जल्द ही बदलने वाला था. March 2015 में मुहम्मद के पिता ने एक शाही decree पर हस्ताक्षर किए, जिस के तहत PIF को वित्त मन्त्रालय की बजाए एक नव स्थापित आर्थिक cabinet के अधीन कर दिया गया. और इस आर्थिक cabinet के अध्यक्ष कौन? सही: MBS. अब देश के आर्थिक भविष्य को निर्धारित करने में में MBS की भूमिका महत्वपूर्ण हो गई. और MBS जानता था कि सऊदी अरब एक बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है. दुनिया में केवल कुछ ही ऐसी अर्थ-व्यवस्थाएं थीं जो सऊदी अरब की तरह केवल एक ही वस्तु पर निर्भर थीं. हालांकि 1970 के दशक से सऊदी राष्ट्रीय budget में तेल राजस्व का हिस्सा 90 से गिर कर लगभग 70 प्रतिशत हो चुका था, लेकिन यह अभी भी बहुत अधिक था. MBS ने खुद एक बार कहा था कि यह एक बड़ी समस्या है: हमारे सामने सऊदी अरब में तेल पर निर्भरता का मामला है. ये बहुत बड़ा खतरा है. इस के अलावा सऊदी अरब का तेल भण्डार सीमित है और 'नवीकरणीय ऊर्जा' दुनिया भर में तेज़ी से महत्वपूर्ण होती जा रही है. MBS जानता था कि अगर सऊदी अरब भविष्य में दुनिया के सब से अमीर देशों में से एक बने रहना चाहता है तो उसे अभी कार्यवाही करनी होगी. और PIF इस में केन्द्रीय भूमिका निभा सकता है.

किसी भी कीमत पर विकास

2015 में PIF में लगभग 152 billion Dollar थे. नि:सन्देह यह बहुत सारा पैसा था. लेकिन वास्तव में बड़े सम्प्रभु धन कोष की तुलना में यह अपेक्षाकृत कम था. इस graphic में 2015 में दुनिया के 10 सब से बड़े सम्प्रभु धन कोष की ranking है. इस में आप सीधे देख सकते कि अधिकांश देश classic तेल या gas राज्य हैं. Norwegian sovereign wealth fund पहले स्थान पर है. इस के बाद एक अबू धाबी और एक चीन हैं. चौथे number पर सऊदी अरब की ही एक अन्य 'सम्प्रभु धन निधि' है. इस तरह MBS की PIF 10 साल तक पहले शीर्ष 10 में भी जगह नहीं बना पाई. MBS का एक ही लक्ष्य था, PIF को दुनिया में सब से बड़ा धन-कोष बनाना. November 2016 में उसने अपने पिता को राज्य के खज़ाने से $26 billion को fund में स्थानांतरित करने के लिए मना लिया. अनौपचारिक रूप से यह कई अरब अधिक हो सकता है. Reuters समाचार agency के अनुसार 2014 और 2017 के बीच सऊदी खज़ाने से 200 billion Dollar से अधिक गायब हो गए और कोई भी वास्तव में यह नहीं बता सकता कि पैसा कहां गया. एक अन्दरूनी सूत्र को सन्देह है कि PIF में कई अरब Dollar जमा हो गए हैं. क्योंकि 2016 में इसकी निवेश मात्रा बढ़ कर 183 अरब Dollar और एक साल बाद 224 अरब Dollar तक पहुंच गई थी. अब MBS ने ना केवल अपने नए पसन्दीदा project के साथ साथ अपने राजनीतिक career को भी आगे बढ़ाना शुरू किया. एक अनुस्मारक के रूप में: MBS पहले से ही रक्षा मन्त्री है, अपनी आर्थिक cabinet के प्रमुख है और सैकड़ों अरबों Dollar की धन निधि का भी नेतृत्व कर रहा है. लेकिन: वह अभी भी केवल deputy crown prince है. सिंहासन का पहला दावेदार वह नहीं बल्कि उस का चचेरा भाई MBN है. MBN लम्बे समय से MBS की आंख का कांटा बना हुआ था. जून 2017 में एक शाही बैठक में MBS ने अपने चचेरे भाई से इस्तीफ़ा देने के लिए कहा. इस के बाद सऊदी game of thrones के विजेता के रूप में MBS अब पहले से कहीं अधिक शक्तिशाली हो गया. अब उससने अपने देश में पैसे के वास्तव में बड़े स्रोतों का दोहन करना शुरू किया.

November 2017 में MBS ने सैकड़ों उच्च अधिकारियों, व्यापारियों और यहां तक ​​​​कि शाही परिवार के लोगों को jail में डाल दिया. हालांकि यह jail नहीं बल्कि रियाद के मध्य में एक 5 सितारा Ritz Carlton hotel था. लेकिन इन कैदियों को फ़िरौती का भुगतान करने के बाद ही hotel छोड़ने की अनुमति थी. आधिकारिक तौर पर यह भ्रष्टाचार के खिलाफ़ कार्यवाही थी. हकीकत में यह सरकारी खज़ाना भरने का पैन्तरा था. अन्त में गिरफ़्तार किए गए लोगों ने रिहाई के लिए लगभग 100 billion Dollar का भुगतान किया. और पैसे का बड़ा हिस्सा कहां गया? PIF में. कम से कम एक पत्रकार ने तो यही बताया है. उस का नाम: जमाल Khashoggi. वह सऊदी शाही परिवार के मित्र और सलाहकार हुआ करते थे. हालांकि बाद में उनका सत्तारूढ़ परिवार से मत-भेद हो गया और उन्होंने संयुक्त राज्य America से MBS के बारे में आलोचनात्मक लेख लिखे. उनका आखिरी लेख September 2018 में प्रकाशित किया गया था. October 2018 में सऊदी agents ने Istanbul में महावाणिज्य दूतावास में उस की हत्या कर दी. अमेरिकी गुप्तचर सेवा CIA का मानना ​​है कि इस हत्या का आदेश MBS ने दिया था. इस कृत्य से विदेशों में भय फैल गया. लेकिन MBS ने इसकी ज़्यादा परवाह नहीं की. उस का focus PIF पर था. 2018 में PIF का मूल्य बढ़ कर 360 billion Dollar हो गया. लेकिन MBS अभी भी सन्तुष्ट नहीं था.

2019 में Apple, Microsoft और Alphabet दुनिया की सब से मूल्यवान companies थीं. 11 December को MBS ने सरकारी तेल company सऊदी Aramco को सार्वजनिक कर दिया. सार्वजनिक होने के साथ ही इसने अविश्वसनीय $1.7 trillion की बाज़ार पूंजी प्राप्त की और यह तुरन्त दुनिया की सब से मूल्यवान companies बन गई. यह अब तक का सब से बड़ा IPO था. बाद में MBS ने सऊदी Aramco के shares को सीधे PIF में स्थानांतरित कर दिया. PIF के पास अब company की 16 प्रतिशत हिस्सेदारी थी. अकेले इस हिस्सेदारी की कीमत सैकड़ों अरब Dollar थी. 2023 में सऊदी Aramco से 15 billion Dollar का अच्छा लाभांश PIF में प्रवाहित हुआ. इस से 2023 में PIF का कुल मूल्य भी बढ़ कर 760 billion Dollar हो गया. PIF के रूप में MBS के हाथों में अब दुनिया का सब से शक्तिशाली राजनीतिक उपकरण था. और इस के साथ ही उसने सब से महत्वाकांक्षी, सब से महंगी, और शायद मानवता द्वारा अब तक देखी गई सब से पागलपन भरी परियोजनाओं को लागू करना शुरू किया.

30 December 2022 की शाम को जब football प्रशंसकों ने शाम को अपने cell phone पर जो देखा तो उन्हें अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हुआ. सऊदी अरब के football club अल-नासर ने एक Tweet भेजा जिसे तुरन्त लाखों बार देखा गया. अल-नासर club ने सर्वोत्कृष्ट football star Christiano Ronaldo के साथ अनुबन्ध किया जिस के अनुसार Ronaldo विज्ञापन सौदों के साथ प्रति वर्ष $200 million से अधिक कमाएंगे. Neymar और करीम Benzema जैसे अन्य प्रसिद्ध खिलाड़ियों ने भी Ronaldo का अनुसरण किया. 2023/24 में सऊदी clubs ने footballers के लिए लगभग 1 billion Dollar का भुगतान किया. केवल English premier league club ही नए खिलाड़ियों पर इतना पैसा खर्च कर सकता था. इस के अलावा 10 साल बाद सऊदी अरब विश्व कप की मेज़ुबानी करेगा. वह खेल आयोजनों में निवेश कर के अपनी छवि चमकाना चाहता है. इस के अलावा MBS PIF का पैसा बड़ी निर्माण परियोजनाओं में भी लगा रहा है जिन्हें giga projects कहा जा रहा है. उन में सब से प्रमुख है भविष्य का शहर NEOM. इस शहर का आकार Belgium देश जितना होगा जो दुबई के पड़ोसियों को भी आश्चर्य-चकित कर देगा. आपने सम्भवत: इस के बारे में पहले सुना होगा. YouTube में इस के बारे में ढेर सारे video उपलब्ध हैं. NEOM परियोजना में अन्य चीज़ों के अलावा एक कृत्रिम ski-resort, एक तैरता हुआ अष्टकोणीय औद्योगिक क्षेत्र और खास तौर पर कांच के बक्से में बन्द एक शहर 'The Line' भी शामिल है. केवल 200 meter चौड़े लेकिन 170 kilometre लम्बे इस शहर में भविष्य में नब्बे लाख लोग रहेंगे और काम करेंगे, वह भी बिना कारों के और बिना यातायात की भीड़ के. NEOM और विशेष रूप से 'The Line' 2016 में MBS द्वारा शुरू की गई एक दीर्घ-कालिक रणनीति 'Vision 2030' का हिस्सा हैं. PIF के द्वारा football league और The Line जैसे mega-projects को पोषित कर के MBS सऊदी अरब को एक पर्यटक आकर्षण में बदलना चाहता है और निवेश स्थान के रूप में इस की ओर ध्यान आकर्षित करना चाहता है. यह योजना वास्तव में काम करती दिख रही है: सरकारी राजस्व में तेल की हिस्सेदारी 2015 में 73% से गिर कर 2023 में 62% हो गई है.

The Line और NEOM की तस्वीरें अविश्वसनीय रूप से शानदार हैं. लेकिन अभी तक वे केवल विज्ञापन footage ही हैं. वर्तमान की सुर्खियां बता रही हैं कि ये परियोजनाएं कितनी अवास्तविक हैं. 2030 तक 170 kilometre की जगह सिर्फ़ 2.4 kilometre ही पूरा हो पाएगा, जिस में तीन लाख लोग भी नहीं रह पाएंगे, जब कि सऊदी सरकार इस परियोजना के लिए काफ़ी प्रयास कर रही है. The Line के लिए अपने गांव को खाली कराने का विरोध करने वाले एक व्यक्ति को सऊदी police ने गोली मार दी. बाद में 3 अन्य लोगों को उनके प्रतिरोध के लिए मौत की सजा सुनाई गई. सारे पैसे और सारी बेईमानी के बावजूद पर्यवेक्षक NEOM परियोजना पर सन्देह कर रहे हैं. और football league को ले कर भी जोश ठण्डा हो रहा है. तमाम सितारों के बावजूद सऊदी लीग की rating ख़राब है. क्या आपने पिछले समय में इस लीग के किसी खेल के बारे में सुना है?

ऐसा लग रहा है कि MBS सारा पैसा बरबाद कर रहा है. लेकिन नहीं. Neom और football league जैसी परियोजनाएं हिमशैल का केवल एक सिरा मात्र हैं. क्योंकि PIF का अधिकांश पैसा इस पागलपन भरी परियोजनाओं में नहीं बल्कि सऊदी companies में प्रवाहित हो रहा है. ये परियोजनाएं उतनी शानदार नहीं, लेकिन अधिक आशाजनक हैं. अन्तिम वार्षिक report के अनुसार Neom जैसी giga परियोजनाएं PIF का केवल 8 प्रतिशत हैं. 21 प्रतिशत अन्तर-राष्ट्रीय स्तर पर निवेश किया जाता है. PIF को विविधतापूर्ण बनाने के लिए पैसा Uber जैसी companies के shares में लगाया जा रहा है. यदि सऊदी अरब में चीज़ें ठीक नहीं होती हैं, तो विदेशी निवेश कम से कम PIF की सम्पत्ति को कुछ हद तक स्थिर कर देता है. PIF की लगभग 70% सम्पत्ति का निवेश सऊदी अरब के रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण आर्थिक क्षेत्रों का समर्थन करने के लिए किया जाता है, जैसे कि pharmaceuticals और automotive उद्योग. एस तरह 'The Line' जैसी परियिजनाएं केवल ध्यान आकर्षित कर रही हैं. वास्तव में PIF स्थानीय अर्थ-व्यवस्था के लिए उपयोग किया जा रहा है.

'Dalia Samra-Rohte' सऊदी अरब में German chamber of foreign trade के प्रतिनिधि-मण्डल का नेतृत्व कर रही हैं. वे उन German companies की मदद करती हैं जो Vision 2030 के अन्तर्गत सऊदी अरब में व्यापार करना चाहती हैं. वे कहती हैं कि automotive क्षेत्र में कारखाने स्थापित किए जा रहे हैं क्योंकि हमारे पास German companies हैं जिन्होंने सड़क उत्पादन के लिए इस मूल्य श्रृंखला को स्थापित करने के लिए पहले आदेशों पर हस्ताक्षर किए हैं. machines अभी तक नहीं आई हैं, लेकिन आने वाली हैं. अभी 2024 में सब कुछ स्थापित करने की प्रक्रिया में हैं, लेकिन कार्य शुरू हो चुका है.

परियोजनाओं के लिए अक्सर पूरे बुनियादी ढांचे का पुनर्निर्माण करना पड़ता है. इस तरह के कारखाने को सड़कों, पानी के pipe, ऊर्जा आपूर्ति आदि की आवश्यकता होती है. रेगिस्तान में सब कुछ बनाना आसान नहीं है. इस के लिए सऊदी companies को तत्काल PIF से बहुत सारे पैसे की ज़रूरत होगी. लेकिन दुनिया में सब से बड़ा sovereign wealth fund बनाने के MBS के लक्ष्य का क्या हुआ? PIF अब कुल 925 अरब Dollar का हो गया है. हालांकि यह अभी भी दुनिया के सब से बड़े sovereign wealth funds में केवल छठे स्थान पर है. लेकिन अगले कुछ वर्षों में इस में बदलाव होगा. PIF का लक्ष्य 2030 तक 2 trillion Dollar का प्रबन्धन करना है. फिर यह दुनिया का सब से बड़ा sovereign wealth fund होगा. और MBS अपने गन्तव्य पर.

निष्कर्ष

इतिहासकार PIF को एक निवेश निधि के रूप में कम और सऊदी अभिजात वर्ग के लिए एक निजी खज़ाने के रूप में अधिक देखते हैं. PIF के साथ MBS ने खुद को दुनिया के सब से बड़े धन के ढेर में से एक का मालिक बना लिया है. क्या सऊदी अर्थ-व्यवस्था को बदलने का आधिकारिक लक्ष्य सफ़ल होगा? यह कहना कठिन है. वास्तव में अर्थ-व्यवस्थाओं को विकसित करना इतना आसान नहीं है. सऊदी अरब के पास वास्तव में दिखाने के लिए बहुत कुछ नहीं है, कम से कम अब तक तो. लेकिन PIF के द्वारा MBS ने अपनी शक्ति को मजबूत करने के अपने अनौपचारिक लक्ष्य को लम्बे समय से हासिल कर लिया है. MBS वास्तव में सऊदी अरब का वास्तविक शासक है. और The Line या Christiano Ronaldo जैसे superstar के साथ सऊदी football league जैसी बेतुकी परियोजनाओं ने उन्हें विश्व प्रसिद्ध बना दिया है. ये परियोजनाएं भले ही आर्थिक रूप से कोई माने ना रखें, लेकिन ध्यान खींचने के अपने लक्ष्य को पहले ही प्राप्त कर चुकी हैं.