रविवार, 13 फ़रवरी 2011

म्युनिक मन्दिर में सरस्वती पूजा 2011

13 फरवरी को IGCA ने म्युनिक के हरि ओम मन्दिर में सरस्वती पूजा का आयोजन किया। पण्डित धर्म पराशर ने विद्या, कला और संगीत की देवी मां सरस्वती की पूजा अर्चना संपन्न की। अमरजीत सिंह शौकीन ने मन्दिर की रसोई में ही चने, चावल, दाल, पूरियों और खीर के साथ स्वादिष्ट भोजन प्रसाद (लंगर) तैयार किया। शालिनी सिन्हा, मिथिलेष सिन्हा, राजेश मिस्त्री और रूपा सेन ने मिलकर बच्चों के painting competition और fancy dress competition की व्यवस्था की। दोनों प्रतियोगिताओं में बच्चों को सात साल तक की आयु और सात साल से अधिक की आयु की दो श्रेणियों में बांटा गया। हालांकि प्रतियोगिता के लिए बच्चों के नाम लिखवाने के लिए पहले से आग्रह किया गया था। पर बिल्कुल मौके पर लगभग दोगुने बच्चे भाग लेने के लिए पहुंच गए। भारतीय कोंसल श्री यशपाल मोतवानी, उनकी धर्मपत्नी, कोंसल श्री गोलदार, उनकी धर्मपत्नी, पूर्णिमा अरोड़ा और वर्षा पाटिल ने जज की भूमिका अदा की। fancy dance competition में बड़े बच्चों की श्रेणी में शबरी बनी प्रियंका जोशी को पहला ईनाम, नारद मुनि और कृष्ण बने बच्चों को दूसरा ईनाम और द्रौपदी बनी रिया अरोड़ा को तीसरा ईनाम मिला। छोटे बच्चों में नारद मुनि बनी श्रेया मंगला को तीसरा ईनाम और गायत्री माता बनी सृष्टि जैन को दूसरा ईनाम मिला। पहला ईनाम एक पांच वर्षीय बच्ची 'सुहानी' को मिला जिसने बहुत ही creative idea के साथ सब्ज़ियां बेचने वाली लड़की की भूमिका निभाई और आलू ले लो, प्याज ले लो आदि आवाज़ें लगाईं। सभी को यह बहुत रोचक लगा और बहुत पसन्द आया। नारद मुनि की भूमिका में श्रेया मंगला ने हिन्दी में संवाद बोले 'नारायण नारायण, आप सभी जनों को नारद मुनि का सादर प्रणाम' और सृष्टि जैन ने गायत्री मन्त्र गाया। इसके अलावा cowboy, राजकुमारी, कृष्ण आदि बने अन्य बच्चों को भी सान्त्वना पुरस्कार मिले। अमरजीत सिंह शौकीन ने बच्चों को ईनाम बांटे। ऐसे ही painting competition में भी पहले, दूसरे और तीसरे ईनाम के अलावा भाग लेने वाले सभी बच्चों को सान्त्वना पुरस्कार मिले। इसके अलावा कई बच्चों ने मिलकर स्नेहा भारद्वाज द्वारा choreographed शास्त्रीय संगीत पर एक dance performance भी दी। पन्द्रह वर्षीय प्रिया अरोड़ा ने हिन्दी में हरिवंश राय बच्चन की एक कविता सुनाई।