barefoot Gen एक जापानी आत्मकथा है। पुस्तक के लेखक Keiji Nakazawa केवल सात साल के थे जब उनके शहर hiroshima पर atom bomb गिरा। Gen एक जापानी शब्द है जिसका अर्थ होता है `जड़ें´ या स्रोत्र। लेखक ने इसे इन शब्दों में समझाया है: मैंने पुस्तक के मुख्य पात्र को Gen का नाम इसलिए दिया जिससे कि वो नयी पीढ़ी के लिए ताकत का स्रोत्र बन सके। एक ऐसी पीढ़ी जो hiroshima की झुलसी मिट्टी पर नंगे पांव चल कर उसकी ज़मीन को महसूस कर सके और जिसमें अणु अस्त्रों को तिरस्कार करने की शक्ति हो। ऐसे ही आदर्श व्यक्ति के लिए मैं निरन्तर काम करता रहूँगा। 1972-73 में barefoot Gen सबसे पहले शाकुन शोनिन जम्प पत्रिका में श्रृंखलाबद्ध होकर छपी। जापान में सर्वाधिक खपने वाली इस साप्ताहिक पत्रिका की 20 लाख प्रतियां छपती हैं। इसमें hiroshima में bomb गिरने से पहले और बाद का एक मार्मिक और ग्राफिक वर्णन है। इसे न केवल नौजवान पाठकों ने सराहा परन्तु पालकों, शिक्षकों आदि ने भी इसकी प्रशंसा की। barefoot Gen के ऊपर अभी तक तीन फ़िल्में बन चुकी हैं। उसके साथ अंग्रेज़ी में एक ऐनिमेशन फिल्म भी बनी है।
Gen की कहानी उन तमाम आम लोगों की कहानी है जो द्वितीय महायुद्ध से पहले और atom bomb के आक्रमण के बाद अमानवीय परिस्थितियों से जूझने को मजबूर हुए। हमें उम्मीद है कि barefoot Gen युद्ध की बरबादी - विशेषकर atom bomb द्वारा मचाई तबाही का एक संजीदा दस्तावेज साबित होगी। वैसे यह जापानी comic बुक अंग्रेज़ी में छपी comics से बहुत भिन्न लगेगी, परन्तु इसकी सच्ची भावनायें और मार्मिक अनुभव दुनिया भर के बच्चों और वयस्कों को जरूर अपील करेंगी।
barefoot Gen युद्ध सम्बन्धी comic
Art Spiegelman की प्रस्तावना
Gen की कहानी मुझे अभी भी प्रताड़ित करती है। मैंने उसे 1970 के दशक के अंत में पढ़ा था। तभी मैंने अपनी पुस्तक माउफस पर काम शुरू किया था। माउफस में बीसवीं शताब्दी की दूसरी केंद्रीय दुर्घटना का सविस्तार उल्लेख है।
Gen को पढ़ते समय मुझे फ्लू और तेज बुखार था। बुखार के सपने जैसे Gen ने मेरे मस्तिष्क को झकझोर कर रख दिया। पुस्तक के बिम्ब और घटनाएँ मुझे इतनी स्पष्टता और नज़दीकी से याद हैं जैसे वो मेरे जीवन में ही घटी हों, Nakazawa की ज़िन्दगी में नहीं। लोग जिस तरह से hiroshima के मलबे में चलते हुए अपनी पिघली त्वचा को घसीटे हैं, जलते हुए घबराए हुए घोड़े का सड़कों पर घूमना और एक नौजवान लड़की के चेहरे के जख़्मों पर से भुनगों का निकलना, यह अमिट बिम्ब मुझे अभी भी याद हैं। Gen में बिना लाग-लपेट के atom bomb की तबाही को दरशाया गया है। पुस्तक में कोई सुपरमैन नहीं हैं, केवल एक वास्तविक त्रासदी का वर्णन है। मैंने हाल में इन किताबों को दुबारा पढ़ा। मुझे लगा कि barefoot Gen की जीवन्तता पुस्तक में ही निहित थी और वो मेरे बुखार के कारण नहीं थी। comics एक गज़ब का माध्यम हैं जिनके द्वारा बिम्बों और अल्प शब्दों में बहुत सघन जानकारी पेश की जा सकती है। मुझे लगता है कि हमारा मस्तिष्क भी इसी तरह सोचता होगा और बातें याद रखता होगा। लोग cartoons में सोचते हैं! action कहानियों और चुटकुलों के लिए तो comics उपयुक्त हैं ही, परन्तु उनका हस्त लेखन से भी क़रीबी का रिश्ता है। इसलिए आत्मकथा लेखन के लिए भी cartoons बहुत उपयुक्त हैं। 1960 के भूमिगत cartoons के विकास से पहले बहुत कम ही आत्मकथायें cartoons के रूप में लिखी गयीं। खासकर व्यक्तिगत इतिहास को विश्व इतिहास से जोड़ने वाली cartoon किताबें लगभग नदारद थीं। इससे पहले कि आत्मकथायें cartoons के रूप में आयें यह जरूरी था कि comics वयस्कों के पढ़ने का एक वैध माध्यम बनें। Nakazawa के जीवन से परिचित होने से पहले मेरा यही सोच था। 1972 में, केवल 33 साल की उम्र में Nakazawa ने atom bomb की विभीषिका से बचने की आत्मकथा को चित्रों में उकेर कर एक जापानी बच्चों की comic पत्रिका में श्रृंखलाबद्ध करना शुरू किया। शीर्षक एकदम सीधा और स्पष्ट था जैसा मैंने देखा (and I saw it) एक साल बाद उन्होंने Gen की श्रृंखला शुरू की। उसका रूप एक काल्पनिक कथा जैसा था पर उसकी जड़ें गहरे अनुभव में थीं। कहानी एक साहसिक लड़के की थी जिसने युद्ध के तांडव को क़रीबी से अनुभव किया था। जापान में comics पढ़ना गलत नहीं समझा जाता। वहां थोक के भाव से comics पढ़े जाते हैं (कुछ साप्ताहिक comics 30 लाख से ज़्यादा बिकते हैं। इन्हें सभी आयु और वर्ग के लोग चाव से पढ़ते हैं। वहाँ अर्थ-व्यवस्था, महजौंग और समलैंगिक सेक्स से लेकर सामुराई, रोबो आदि पर भी comics प्रचलित हैं। वैसे जापानी comics के बारे में मैं ज़्यादा नहीं जानता हूं। उनकी अपार दुनिया का मेरे कामकाज से कोई सीध सम्बन्ध भी नहीं है। कई बार तो मुझे सभी जापानी चीजों के बारे में ऐसा लगता है। इस खाई को पाटने के लिए शायद Gen से शुरू करना ही सबसे अच्छा होगा। आधुनिक comic बुक पिश्चम की देन है। इसलिए पिश्चम द्वारा पूर्व पर atom bomb के क़हर को रिपोर्ट करने का शायद comic ही सबसे उपयुक्त माध्यम है। परन्तु जापानी comics का अपना विशिष्ट स्टाइल और अन्य विशेषताएं हैं जो पिश्चम से बिलकुल भिन्न हैं और Gen पढ़ते समय उन्हें स्वीकारना चाहिए। जापानी कहानियां अक्सर बहुत लम्बी होती हैं। Gen की सम्पूर्ण कहानी 2000 पन्नों की है। इसमें शब्द कम और चित्र अधिक हैं। इसलिए 200 पृष्ठों की पुस्तक को घर से office की बस सवारी में आसानी से पढ़ा जा सकता है। जापानी comics प्रतीक चिन्हों से भरे होते हैं। Nakazawa का प्रतीक सूर्य है जो बार-बार पन्नों में से झांकता है। सूर्य जीवनदायी है, समय गुजरने का प्रतीक है, जापान का झंडा है और वो Gen की कहानी को ताल गति देता है।
जापानी cartoon किताबों में हिंसा की मात्रा अमरीकी comic बुक्स की अपेक्षा कहीं ज़्यादा होती है। Gen के पिता मौका पाते ही अपने बच्चों की जम कर पिटाई करते हैं। अमरीका में पिता की ऐसी हरकत को आपराधिक `child abuse´ करार दिया जायेगा। एक स्थान पर Gen चेयरमैन के लड़के की उंगलियों को काटकर अलग करता है। उस वीभत्स वर्णन को झेल पाना वाकई मुश्किल है। परन्तु यह व्यक्तिगत निर्दयता अमरीका द्वारा जापान के आम लोगों पर atom bomb गिराने की तुलना में एकदम फीकी है। जापानी cartoons में चेहरों का भी एक खास अंदाज होता है, आंखें और मुंह बड़े-बड़े होते हैं। इसमें Nakazawa की कोई गलती नहीं, यह एक जापानी परम्परा है। उनके चित्र भी रूप हीन, घरेलू और बहुत सूक्ष्म नहीं हैं। परन्तु फिर भी काम स्पष्ट और कुशल है और वो कथा के चित्रों को जादुई ढंग से उजागर करता है। सभी पात्रा जीवन्त हैं। चित्रों की सबसे बड़ी विशिष्टता उनकी सरलता और सच्चाई है। कथा की सच्चाई हमें hiroshima में हुई अविश्वसनीय और असम्भव चीजों में यकीन करने पर मजबूर करती है। यह एक गवाह की निष्ठुर कलाकृति है। जापानी comic books से अपरिचित पश्चिमी लोगों को शायद पुस्तक की भाषा कुछ अटपटी लगे पर इसमें पुस्तक का प्रमुख मजा है। Nakazawa एक बेहद कुशल कहानीकार हैं जो गम्भीर अप्रिय घटनाएँ सुनाते हुए भी अपने पाठकों का ध्यान बांधे रखने का गुर जानते हैं। युद्ध कालीन जापान में आम जनता की ज़िन्दगी की परेशानियों और उसमें ज़िन्दा रहने की कोशिश को उन्होंने बखूबी बयान किया है। जिस प्रकार Nakazawa मृत्यु के साये में जीते हुए भी रोजमर्रा की छोटी-छोटी खुशियों का वर्णन करते हैं उसमें एक विरोधाभास नजर आता है। परन्तु इससे हम एक नई संस्कृति से भी परिचित होते हैं। और जिस प्रकार मुख्यपात्र से हमें हमदर्दी पैदा होती है उसमें एक विशेष आनंद है। Nakazawa ने atom bomb के पीछे पश्चिमी नस्लवाद और शीतयुद्ध की राजनीति की बजाए जापानी उपनिवेशवाद को दोषी ठहराया है। ऐसा करने से उन्होंने पुस्तक को अमरीकी और ब्रिटिश पाठकों के लिए ज़्यादा आनन्ददायी बना दिया है। अंतत Gen एक अत्यन्त आशावादी कृति है। Nakazawa का विश्वास है कि Gen इनसानियत को सजग करेगा और मानवजाति अपने सच्चे हितों के लिए कार्य करेगी। Gen एक छोटा सा मस्त हीरो है जो बहादुरी, निष्ठा और मेहनत का प्रतीक है। Nakazawa का मनुष्य का अच्छाई में अटूट विश्वास है। इसके कारण कुछ लोगों को यह पुस्तक महज़ एक उत्कृष्ठ बाल-साहित्य लग सकती है परन्तु सच्चाई यह है कि Nakazawa यहां खुद अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है। वो न केवल ज़िन्दा रहने की घटनाओं का वर्णन कर रहा था परन्तु उनके पीछे का दर्शन भी समझा रहा था। Gen एक मानवीय कृति है जो दयालुता और सहानुभूति के मूल्यों पर ज़ोर देती है। इस पर अमल करके ही इंसान नई शताब्दी में कदम रख पायेगा।
Gen - भारत के लिए आनन्द पटवर्धन 1998 में जब भारत और पाकिस्तान ने आणविक परीक्षण किए तो हमें दुःख हुआ। ऐसा लगा जैसे दुनिया अब खुद को नष्ट करने पर तुल पड़ी है। जब हमारे देश वासियों ने मानवता को नष्ट करने के हथियारों का स्वागत किया और सड़कों पर उतर कर जश्न मनाया तो दिल वाकई में दहल गया। जब शांति-कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाने वालों से बातचीत की तो समझ में आया कि आम लोग आणविक प्रलय के बारे में कुछ भी नहीं जानते। फिर हम लोगों ने काफी प्रयासों के बाद hiroshima और nagasaki पर bomb गिराने वाली चंद ब्लैक-और-व्हाइट डौक्यूमैंटरी इकट्ठी कीं। इन फिल्मों को हमने स्कूलों, कॉलेजों और मजदूर बस्तियों में दिखाया। फिल्मों को देखने के बाद लोगों में तुरन्त एक निश्चित बदलाव आया। atom bomb की तबाही ने लोगों को झकझोर दिया। atomic क्लब के सदस्य बनने की बजाए अब लोग दहशत के मारे उससे कतराने लगे। यह तो ठीक था पर फिर भी ऐसा लगा जैसे कुछ गायब हो। फिल्मों में मरे, जले, झुलसे लोगों की छवियां सब दूर-दराज के देशों की थीं। यह हश्र यहां भी हो सकता है - यह बात लोगों को विचार के स्तर पर तो समझ में आ रहा थी पर भावनात्मक स्तर पर नहीं। hiroshima और nagasaki के लोग महज़ `atom bomb के शिकार´ नहीं थे। वो हर मायने में बिलकुल हम जैसे ही लोग थे।
barefoot Gen का यह गुण हमें सबसे अधिक अच्छा लगता है। मुख्य रूप से बच्चों के लिखी यह पुस्तक वयस्कों को भी बहुत भाती है। कहानी शिक्षाप्रद है।
जापान में bomb गिरने से पहले छोटे शहरों में रह रहे आम लोगों को तमाम कठिनाइयों से गुजरना पड़ा था। यह सब द्वितीय महायुद्ध के कारण था। इस युद्ध में पहली बार पृथ्वी के किसी शहर पर atom bomb गिराया गया। barefoot Gen को पढ़ते समय हमें इस बात का बिलकुल भी अंदाज नहीं होता कि हम इतिहास के सबसे महत्त्वपूर्ण अध्याय के पन्ने पलट रहे हैं - एक ऐसा पाठ जिसे इनसानियत खुद को जोखिम में डाल कर ही भूल सकती है। यह पुस्तक एक comic-book है क्योंकि इसमें कहानी को चित्रों में दरशाया गया है। पुस्तक में Nakaoka परिवार युद्ध के समय कैसे ज़िन्दा रहता है उसकी कुछ मार्मिक झलकियां भी हैं। एक प्रकार से यह पुस्तक एक ग्रीक त्रासदी जैसी है जिसका अंत हरेक को पहले से ही पता होता है। कहानी किस तरह से विकसित होती है - उसके विस्तृत विवरणों में ही उसका मजा है। पुस्तक के अंत तक उसका केंद्रीय प्लाट स्पष्ट नहीं होता है। बिलकुल आख़िर के पन्नों में ही atom bomb गिरने और उसके द्वारा हुई तबाही का विवरण सामने आता है। atom bomb गिरने के बाद की कहानी पुस्तक के दूसरे खंड में है। barefoot Gen atom bomb गिरने से पहले एक सामान्य कृषक गृहस्थ - Nakaoka परिवार के संघर्ष की कहानी है। Gen एक छोटा लड़का है जो अपने भाई-बहनों के साथ एक छोटे खेत में गेहूँ उगाता है और अन्य छोटे-मोटे कामकाज करता है। भोजन की बेहद क़िल्लत है जिससे बच्चों को हमेशा भूखे रहना पड़ता है। जापानी सैनिक propaganda के बावजूद Nakaoka को जापान के युद्ध हारने का अंदाज हो जाता है और वो युद्ध की बेवकूफी पर प्रश्न उठाता है। युद्ध का विरोध करने के कारण Nakaoka को राजनैतिक दमन और सामाजिक बहिष्कार का सामना करना पड़ता है। Nakaoka के युद्ध-विरोधी विचार प्रबल होते जाते हैं और अंतत: उसे जेल की हवा खानी पड़ती है। इस बीच बच्चों को भी `देशद्रोही´ होने की प्रताड़ना सहनी पड़ती है। परिवार के सम्मान को पुनः प्रस्थापित करने के लिए Gen का बड़ा भाई सेना में भर्ती होता है। कठिनाइयां बढ़ती जाती हैं। उसका यूनिट खतरे से भरा `खुदकुशी´ वाला यूनिट है। पुस्तक के अंत में hiroshima पर atom bomb गिरता है और जिसमें केवल Gen और उसकी मां ही जीवित बचते हैं। मां एक बच्ची को जन्म देती है और ज़िन्दगी चलती रहती है। हमें hiroshima के विध्वंस और उसके बाद की कहानी Gen की ज़ुबान से सुनने को मिलती है।
पूरी कहानी में Gen और Nakaoka का रोल विश्वसनीय इसलिए लगता है क्योंकि उन्हें आदर्श पात्रों जैसे नहीं पेश किया गया है। कोरियाई लोगों के प्रति वो भी नस्ल वादी भेदभाव करते हैं। पर अंत में जब एक कोरियाई पड़ोसी उनकी सहायता करता है तो उनकी मान्यताएं बदलती हैं। पिता Nakaoka जिनकी युद्ध-विरोधी मान्यताओं का हम आदर करते हैं भी, कई मायनों में अपूर्ण हैं। वो मौका मिलते ही अपने बच्चों की जमकर पिटाई करते हैंं। यह जापानी समाज में मर्दानगी की मान्यताओं की आलोचना है। शायद लेखक ने उसे कहानी में इसलिए शामिल किया है क्योंकि वो इंसानों की क्षमताओं और कमज़ोरियों दोनों पक्षों को उजागर करना चाहता है। हमें उनकी कई बातें पसंद आती हैं और कुछ नापसंद - बिलकुल वैसे ही जैसे कि अन्य दोस्तों के साथ होता है। इसी वजह से कहानी के पात्रा सजीव बनते हैं और हम उनके साथ रिश्ता जोड़ पाते हैं। यह सच है कि पुस्तक में जापानी सैन्य सत्ता, मर्दानगी आदि की जमकर धज्जियां उड़ाई गयी हैं। पर फिर भी एक बड़ी कमी है। पुस्तक में अमरीका की छवि बिलकुल साफ-सुथरी और निर्दोष नजर आती है जबकि उसने ही जापान पर atom bomb गिराये। ऐसा लगता है जैसे इस पूरे हादसे के लिए जापानी सत्ता वर्ग ही जिम्मेदार था और अमरीका के पास युद्ध को जल्द खत्म करने के लिए atom bomb गिराने करने के अलावा और कोई विकल्प ही नहीं था। नये शोध से पता चलता है कि जापान तो पहले ही युद्ध हार चुका था और इसलिए hiroshima और nagasaki पर atom bomb गिराने का कोई औचित्य ही नहीं था। जापानी सैनिक सत्ता कुचली जा चुकी थी और जापानी सम्राट आत्मसमर्पण के लिए तैयार था। वो बस एक दिखावटी समझौता चाहता था जिससे कि युद्ध के बाद वो जापान में नाममात्र का शासक बना रह सके। अमरीका इस समझौते के लिए तैयार हुआ - पर कब? hiroshima और nagasaki पर atom bomb गिराने के बाद। फर अमरीका ने bomb क्यों गिराये? शायद अमरीका और रूस के बीच शीत-युद्ध की शुरुआत इसका सही कारण थी। अमरीका अपनी विध्वंसक आणविक शक्ति का प्रदर्शन कर अपने दुश्मन रूस को भयभीत करना चाहता था। अमरीका ने इससे यह भी सुनिश्चत किया कि रूस जापान पर आक्रमण नहीं करे और युद्ध खत्म होने के बाद भी जापान पूरी तरह से अमरीका पर निर्भर रहे। इसके वैज्ञानिक कारण भी थे। वैज्ञानिक दो अलग-अलग आणविक बम्बों की विध्वंसक क्षमता भी मापना चाहते थे। पहला bomb प्लूटोनियम और दूसरा यूरेनियम पर आधारित था। इसलिए पहले hiroshima पर और उसके तीन दिनों बाद nagasaki पर bomb गिराये गये। 1972 में जब barefoot Gen प्रकाशित हुई तब तक सामान्य लोगों को यह गुप्त जानकारियाँ उपलब्ध नहीं थीं। शायद इसी वजह से पुस्तक में उनका कोई उल्लेख भी नहीं है। पुस्तक में अगर अमरीकी रोल को अधिक आलोचनात्मक और संदेह की दृष्टि से देखा जाता तो बेहतर होता। और चाहे कुछ भी हो barefoot Gen का मानवतावादी संदेश, सामाजिक और ऐतिहासिक विस्तार उसे दुनिया के सभी बच्चों और वयस्कों को पढ़ने के लिए बाध्य करेगी। hiroshima की कहानी एक ऐसी कहानी है जिसे सारी दुनिया को पढ़ना चाहिए और पढ़ कर भूलना नहीं चाहिए। barefoot Gen ने बस यही किया है।
गुरुवार, 31 अक्टूबर 2013
कानी हिरनी
प्रेमचन्द ‘महेश’
एक हिरनी थी। वह बड़ी सुन्दर और सुडौल थी। जब वह भागती तो बहुत सुन्दर चौकड़ी भरती थी। सारे जंगल के हिरन उस पर लट्टू थे। उसकी खूबसूरत खाल को पाने के लिए कई शिकारी भी ताक में लगे रहते थे। इतना सब होते हुए भी वह बाईं आँख से कानी थी। यही उसके लिए एक परेशानी थी। बाईं आँख से न दिखने के कारण बाईं ओर से लगे अनेक बार शिकारियों के निशाने से वह बाल-बाल बची थी।
अब कई दिन से एक शिकारी हाथ धोकर उसके पीछे पड़ गया था। वह उस शिकारी के भय के मारे अब अपनी झाड़ी में ही लुकी बैठी रहती थी। पर आखिर ऐसे कब तक बैठती? ऐसे लुककर बैठने से उसका काम थोड़े ही चलने वाला था। उसे अपने खाने का भी प्रबन्ध करना था। अपने साथियों से भी तो मिलना-जुलना था। तो यह सब घर बैठे थोड़ा ही हो सकता था! अतः घर बैठने में उसे अब बहुत कठिनाइयाँ मालूम पड़ने लगीं। इन कठिनाइयों से छुटकारा पाने के लिए अनेक बातें उसने सोचीं। आखिरकार एक बात उसके मन भाई। वह यह थी कि जंगल को छोड़ दिया जाए। नदी या समुद्र के किनारे ऐसे स्थान पर रहा जाए जो सुरक्षित हो और जहाँ उसकी बाईं आँख की ओर पानी रहे। वह बेचारी यही सोच सकी कि पानी के रास्ते कोई शिकारी उस पर हमला क्या करेगा? अन्त में यह सब बातें सोचकर उसने एक समुद्र के किनारे बसने का निश्चय कर लिया।
समुद्र के किनारे आकर वह कानी हिरनी बहुत प्रसन्न थी। यहाँ आकर अपनी बाईं आँख को समुद्र के किनारे की ओर और दाईं आँख को भूमि की ओर रखकर वह खूब चौकड़ी भरती फिरती। उसे अब यहाँ आने से जीवन का कोई खतरा तो रह ही नहीं गया था। समुद्र की ठंडी और प्यारी हवा अब उसे जंगल के वातावरण से कहीं अधिक पसन्द थी। इस प्रकार उसे समुद्र के किनारे रहते-रहते कई मास बीत गए। इस बीच उसे किसी भी शिकारी ने परेशान नहीं किया।
एक दिन कानी हिरनी समुद्र के किनारे घूम रही थी। समुद्र में बहुत दूर पर एक नाव में चार शिकारी बैठे जा रहे थे। उनमें से एक शिकारी ने इस सुन्दर हिरनी को देखा। हिरनी की सुन्दर खाल पाने के लिए शिकारी का मन ललचा उठा। उसने अपनी नाव से ही बेचारी कानी को निशाना बनाकर तीर छोड़ा। बाईं आँख कानी होने केे कारण हिरनी को भला यह सब कैसे मालूम पड़ता! वह तो मस्ती से समुद्र के किनारे घूम रही थी। इसी बीच शिकारी का छोड़ा तीर उसके पेट में आकर लगा। तीर लगते ही हिरनी मूर्च्छित हो धड़ाम से भूमि पर गिर पड़ी। कुछ देर बाद जब उसकी मूर्च्छा दूर हुई तो वह बोली - ‘‘आह! इस दुनिया में मैं भी कैसी अभागी रही! शिकारी से बचने के लिए मैं जंगल से भागी। इस समुद्र के किनारे आई। यहाँ आकर अपने को सुरक्षित समझने लगी। अब आज यही समुद्र का किनारा मेरे लिए मौत का कारण बना।’’ और यह सब कहते-कहते उसके प्राण-पखेरू उड़ गए। यह सच है कि मनुष्य कठिनाइयों से बचने की लाख कोशिश करे, पर वे आकर ही रहती हैं।
एक हिरनी थी। वह बड़ी सुन्दर और सुडौल थी। जब वह भागती तो बहुत सुन्दर चौकड़ी भरती थी। सारे जंगल के हिरन उस पर लट्टू थे। उसकी खूबसूरत खाल को पाने के लिए कई शिकारी भी ताक में लगे रहते थे। इतना सब होते हुए भी वह बाईं आँख से कानी थी। यही उसके लिए एक परेशानी थी। बाईं आँख से न दिखने के कारण बाईं ओर से लगे अनेक बार शिकारियों के निशाने से वह बाल-बाल बची थी।
अब कई दिन से एक शिकारी हाथ धोकर उसके पीछे पड़ गया था। वह उस शिकारी के भय के मारे अब अपनी झाड़ी में ही लुकी बैठी रहती थी। पर आखिर ऐसे कब तक बैठती? ऐसे लुककर बैठने से उसका काम थोड़े ही चलने वाला था। उसे अपने खाने का भी प्रबन्ध करना था। अपने साथियों से भी तो मिलना-जुलना था। तो यह सब घर बैठे थोड़ा ही हो सकता था! अतः घर बैठने में उसे अब बहुत कठिनाइयाँ मालूम पड़ने लगीं। इन कठिनाइयों से छुटकारा पाने के लिए अनेक बातें उसने सोचीं। आखिरकार एक बात उसके मन भाई। वह यह थी कि जंगल को छोड़ दिया जाए। नदी या समुद्र के किनारे ऐसे स्थान पर रहा जाए जो सुरक्षित हो और जहाँ उसकी बाईं आँख की ओर पानी रहे। वह बेचारी यही सोच सकी कि पानी के रास्ते कोई शिकारी उस पर हमला क्या करेगा? अन्त में यह सब बातें सोचकर उसने एक समुद्र के किनारे बसने का निश्चय कर लिया।
समुद्र के किनारे आकर वह कानी हिरनी बहुत प्रसन्न थी। यहाँ आकर अपनी बाईं आँख को समुद्र के किनारे की ओर और दाईं आँख को भूमि की ओर रखकर वह खूब चौकड़ी भरती फिरती। उसे अब यहाँ आने से जीवन का कोई खतरा तो रह ही नहीं गया था। समुद्र की ठंडी और प्यारी हवा अब उसे जंगल के वातावरण से कहीं अधिक पसन्द थी। इस प्रकार उसे समुद्र के किनारे रहते-रहते कई मास बीत गए। इस बीच उसे किसी भी शिकारी ने परेशान नहीं किया।
एक दिन कानी हिरनी समुद्र के किनारे घूम रही थी। समुद्र में बहुत दूर पर एक नाव में चार शिकारी बैठे जा रहे थे। उनमें से एक शिकारी ने इस सुन्दर हिरनी को देखा। हिरनी की सुन्दर खाल पाने के लिए शिकारी का मन ललचा उठा। उसने अपनी नाव से ही बेचारी कानी को निशाना बनाकर तीर छोड़ा। बाईं आँख कानी होने केे कारण हिरनी को भला यह सब कैसे मालूम पड़ता! वह तो मस्ती से समुद्र के किनारे घूम रही थी। इसी बीच शिकारी का छोड़ा तीर उसके पेट में आकर लगा। तीर लगते ही हिरनी मूर्च्छित हो धड़ाम से भूमि पर गिर पड़ी। कुछ देर बाद जब उसकी मूर्च्छा दूर हुई तो वह बोली - ‘‘आह! इस दुनिया में मैं भी कैसी अभागी रही! शिकारी से बचने के लिए मैं जंगल से भागी। इस समुद्र के किनारे आई। यहाँ आकर अपने को सुरक्षित समझने लगी। अब आज यही समुद्र का किनारा मेरे लिए मौत का कारण बना।’’ और यह सब कहते-कहते उसके प्राण-पखेरू उड़ गए। यह सच है कि मनुष्य कठिनाइयों से बचने की लाख कोशिश करे, पर वे आकर ही रहती हैं।
शनिवार, 19 अक्टूबर 2013
Profile - DJ Stephen Lobo
Professional chef and Food Artist for the last 17 years, cooked in Leela kempinski, Mumbai, Burj al arab – Dubai, First 7 star hotel in the world, working for Intercontinental Frankfurt since last 9 years, had the opportunity to cook personally for our respected Prime minister Mr Manmohan Singh and other important Ministers of our Country, everytime they passed through Frankfurt.
Started my Dj career with Cyclone at Hotel Leela Kempinski, as an Trainee and then going on to become the resident Dj out there, Was very much involved in Mumbai, with Clubs like J49, 1900´s and also in Goa, Pune, Bangalore before moving to Dubai, played with planet Hollywood and Pancho villa. Came to Frankfurt in 2000, Started Bollywood Club music trend, did Music for the most Coveted, Miss India Germany 2003 and also Worldwide.
In Frankfurt working with lot of event organisations and clubs. My musical destinations include, Paris, London, New York, Vienna, Nice, Vilnius, and almost the whole of Germany, worked with Famous companies like BBC asia, Zee Tv, Shiva sound system- London, Wizcraft-India.
During my whole DJ career I had the chance to work and produce music with famous Djs like DJ Nasha, dj Akhil, DJ Llyod, DJ Russel and many famous International and Bollywood Djs.
My technique of mixing food is as interestesting as my style of mixing Music, thus promoting Indian music all around the world.
My interview in Inder.net
http://www.indien-netzwerk.de/navigation/unterhaltung/artikel/dj_stephenlobo_04_12_03/stephenlobo.htm
विदेश में दो ही चीज़ें भारत का सबसे अच्छा प्रतिनिधित्व करती हैं, भारतीय भोजन और भारतीय संगीत। इन दोनों का मिश्रण हैं गोआ से Frankfurt में रहने वाले Stephen Lobo. Stephen Lobo पिछले नौ साल से न केवल Intercontinental जैसे बड़े होटल में बतौर बावर्ची काम कर रहे हैं और शहर से गुज़रने वाले बड़े बड़े भारतीय मन्त्रियों के लिए स्वादिष्ट भोजन तैयार करते हैं, बल्कि Frankfurt के नामी भारतीय clubs और आयोजकों के साथ वे बतौर DJ भी लगातार काम कर रहे हैं। Stephen Lobo ने भारत में मुम्बई के लीला Kampinski होटल में बतौर बावर्ची काम करने के साथ होटल के क्लब Cyclone में एक प्रशिक्षु के तौर पर अपना DJ career शुरू किया। बाद में वे club के पक्के DJ भी बने। उसके बाद वे J49, 1900´s जैसे मुम्बई के कई नामी clubs में और फिर पूना, गोआ और बंगलौर के clubs में सक्रिय रहे। उसके बाद वे दुबई में विश्व के पहले सात सितारा hotel बुर्ज-अल-अरब में बावर्ची के तौर पर काम करने चले गए और साथ ही Planet Hollywood and Pancho Villa आदि में बतौर DJ भी काम किया। 2000 में वे Frankfurt आ गए और यहां Bollywood संगीत का चलन शुरू किया। उन्होंने कई नामी clubs और संस्थाओं के साथ संगीत बजाया। प्रतिष्ठित TV कार्यक्रम जैसे Miss India Germany 2003 और Miss India Worldwide भी उनके हिस्से आए। इसके अलावा वे BBC Asia, Zee TV, Shiva Sound System (London), Wizcraft India आदि विश्व की कई companies के साथ भी काम करते रहे हैं और पूरी दुनिया का भ्रमण करते रहते हैं, जैसे Paris, New York, Vienna. अपने DJ career में उन्होंने DJ Nasha, DJ Aqeel, DJ Llyod, DJ Russel और कई अन्य प्रतिष्ठित अन्तरराष्ट्रीय और Bollywood DJ के साथ काम किया है। वर्तमान में वे Frankfurt की भारतीय संस्था 'भारत संघ' के साथ सक्रिय हैं।
Started my Dj career with Cyclone at Hotel Leela Kempinski, as an Trainee and then going on to become the resident Dj out there, Was very much involved in Mumbai, with Clubs like J49, 1900´s and also in Goa, Pune, Bangalore before moving to Dubai, played with planet Hollywood and Pancho villa. Came to Frankfurt in 2000, Started Bollywood Club music trend, did Music for the most Coveted, Miss India Germany 2003 and also Worldwide.
In Frankfurt working with lot of event organisations and clubs. My musical destinations include, Paris, London, New York, Vienna, Nice, Vilnius, and almost the whole of Germany, worked with Famous companies like BBC asia, Zee Tv, Shiva sound system- London, Wizcraft-India.
During my whole DJ career I had the chance to work and produce music with famous Djs like DJ Nasha, dj Akhil, DJ Llyod, DJ Russel and many famous International and Bollywood Djs.
My technique of mixing food is as interestesting as my style of mixing Music, thus promoting Indian music all around the world.
My interview in Inder.net
http://www.indien-netzwerk.de/navigation/unterhaltung/artikel/dj_stephenlobo_04_12_03/stephenlobo.htm
विदेश में दो ही चीज़ें भारत का सबसे अच्छा प्रतिनिधित्व करती हैं, भारतीय भोजन और भारतीय संगीत। इन दोनों का मिश्रण हैं गोआ से Frankfurt में रहने वाले Stephen Lobo. Stephen Lobo पिछले नौ साल से न केवल Intercontinental जैसे बड़े होटल में बतौर बावर्ची काम कर रहे हैं और शहर से गुज़रने वाले बड़े बड़े भारतीय मन्त्रियों के लिए स्वादिष्ट भोजन तैयार करते हैं, बल्कि Frankfurt के नामी भारतीय clubs और आयोजकों के साथ वे बतौर DJ भी लगातार काम कर रहे हैं। Stephen Lobo ने भारत में मुम्बई के लीला Kampinski होटल में बतौर बावर्ची काम करने के साथ होटल के क्लब Cyclone में एक प्रशिक्षु के तौर पर अपना DJ career शुरू किया। बाद में वे club के पक्के DJ भी बने। उसके बाद वे J49, 1900´s जैसे मुम्बई के कई नामी clubs में और फिर पूना, गोआ और बंगलौर के clubs में सक्रिय रहे। उसके बाद वे दुबई में विश्व के पहले सात सितारा hotel बुर्ज-अल-अरब में बावर्ची के तौर पर काम करने चले गए और साथ ही Planet Hollywood and Pancho Villa आदि में बतौर DJ भी काम किया। 2000 में वे Frankfurt आ गए और यहां Bollywood संगीत का चलन शुरू किया। उन्होंने कई नामी clubs और संस्थाओं के साथ संगीत बजाया। प्रतिष्ठित TV कार्यक्रम जैसे Miss India Germany 2003 और Miss India Worldwide भी उनके हिस्से आए। इसके अलावा वे BBC Asia, Zee TV, Shiva Sound System (London), Wizcraft India आदि विश्व की कई companies के साथ भी काम करते रहे हैं और पूरी दुनिया का भ्रमण करते रहते हैं, जैसे Paris, New York, Vienna. अपने DJ career में उन्होंने DJ Nasha, DJ Aqeel, DJ Llyod, DJ Russel और कई अन्य प्रतिष्ठित अन्तरराष्ट्रीय और Bollywood DJ के साथ काम किया है। वर्तमान में वे Frankfurt की भारतीय संस्था 'भारत संघ' के साथ सक्रिय हैं।
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2013
शेर की शादी
चिड़ियाघर का दरवाजा खुला देखकर एक शेर वहाँ से भाग निकला। भागकर वह जंगल में जा पहँुचा। जंगल में उस शेर को एक लकड़हारा मिला। लकड़हारा अपनी लड़की के साथ जंगल से लकड़ी काटकर शहर को जा रहा था। शेर ने लकड़हारे की लड़की को देखा। वह उस पर मोहित हो गया और लकड़हारे को रोककर बोला - ‘‘मैं जंगल का राजा हँू, यह तुमको मालूम ही है। यदि तुम अपनी लड़की को जंगल की रानी बनाना चाहते हो तो उसकी शादी मेरे साथ कर दो।’’
लकड़हारे ने शेर की बातें सुनीं। वह हक्का-बक्का रह गया। अब वह बड़ी कठिनाई मंे पड़ गया था। शेर को उत्तर भी दे तो क्या? वह सोचने लगा कि यदि मैं शेर को अपनी लड़की नहीं देता हँू तो वह मुझ पर क्रोध करेगा और जान से मार डालेगा। दूसरी ओर, उसके साथ लड़की की शादी यदि करता हँू तो उसका भी जीवित रहना कठिन है। लकड़हारा इन सब बातों को काप़$ी देर तक सोचता रहा। आखिर मंे उसने शेर से विनम्रता के साथ कहा - ‘‘महाराज, आप जंगल के राजा हैं। आपका बल सबको मालूम है। आपसे मैं अपनी लड़की का विवाह करने में अपना मान समझता हँू। महाराज, पर मेरी एक शर्त है, पहले आपको उसे पूरा करना होगा।’’
शेर लकड़हारे की बातों को सुनकर फूल उठा। उसकी प्रसन्नता का ठिकाना न रहा। वह हँसकर बोला - ‘‘मैं आपकी लड़की को पाने के लिए धरती की हर एक वस्तु ला सकता हँू। आप अपनी शर्त कहिए? मैं उसे पूरा करूँगा।’’
शेर को प्रसन्न जानकर लकड़हारे ने कहा - ‘‘महाराज, आप सुन्दर हैं और पशुओं में श्रेष्ठ हैं। जंगल में आपका पालन-पोषण होने के कारण आपके पंजे के नाखून और दाँत बड़े भयानक लगते हैं। मेरी बेटी इनसे डरती है। मगर आपके इन नाखूनों के कटने और दाँतों के उखड़ जाने पर मैं अपनी बेटी आपको ब्याह सकता हँू।’’
शेर को तो लकड़हारे की लड़की मन भा गई थी। वह किसी भी प्रकार से उससे शादी करना चाहता था। लकड़हारे की शर्त सुन वह खुश होकर बोला - ‘‘मुझे आपकी शर्त स्वीकार है। आप अपनी कुल्हाड़ी से मेरे पंजे के नाखून काटिए और मैं पत्थर पर मँुह मारकर अपने भयानक दाँत तोड़ फेंकता हँू।’’
इतना कहने के एकदम बाद शेर ने अपने सारे दाँत तोड़ डाले। उसे दाँत तोड़ने में खूब कष्ट हुआ और सेरों खून बहा, पर शादी की खुशी में उसने सब सहा।
इधर लकड़हारे ने भी अपनी कुल्हाड़ी से शेर के पंजे के नाखून काट दिए। तब वह बोला - ‘‘अब मेरी शीघ्र शादी कीजिए।’’ शेर के दाँत और पंजे न रहने के कारण अब वह भयानक नहीं था। अतः उसे देखकर लकड़हारे का भय जाता रहा और वह बोला - ‘‘हाँ महाराज, शादी करने से पहले आप अपने गले में रस्सी डलवा लें। इस रस्सी को पकड़कर मेरी लड़की आपके साथ फेरे लेगी।’’
शेर रस्सी को गले में डालने से पहले झिझका। शादी का भूत उसके सिर पर सवार था। अतः उसने खुशी-खुशी गले में रस्सी डाल ली। रस्सी गले में पड़ते ही लकड़हारे ने शेर को पेड़ से बाँध दिया और खूब मार लगाने लगा। इस पर शेर गुर्राने लगा।
उसे गुर्राता देख लकड़हारा बोला - ‘‘महाराज, गुर्राएँ नहीं। रस्म के अनुसार वर की मैं शक्ति-परीक्षा ले रहा हँू।’’ और ऐसा कहकर वह खूब जोर-शोर के साथ शेर पर डंडे बरसाने लगा। उसकी पिटाई से शेर अधमरा हो गया। इतने में ही चिड़ियाघर के नौकर शेर को खोजते-खोजते वहाँ आ पहँुचे। उन्होंने भी आकर शेर पर खूब डंडे बरसाए।
शेर सबसे पिटने के बाद बोला - ‘‘मुझे अब शादी नहीं करनी है। अतः मुझे अब मत मारो। मैं अब चिड़ियाघर में ही रहना चाहता हँू।’’ शेर को शादी की बात करते सुन नौकरों ने शेर को फिर खूब मारा। अन्त में वे शेर को चिड़ियाघर में ले गए।
लकड़हारे ने शेर की बातें सुनीं। वह हक्का-बक्का रह गया। अब वह बड़ी कठिनाई मंे पड़ गया था। शेर को उत्तर भी दे तो क्या? वह सोचने लगा कि यदि मैं शेर को अपनी लड़की नहीं देता हँू तो वह मुझ पर क्रोध करेगा और जान से मार डालेगा। दूसरी ओर, उसके साथ लड़की की शादी यदि करता हँू तो उसका भी जीवित रहना कठिन है। लकड़हारा इन सब बातों को काप़$ी देर तक सोचता रहा। आखिर मंे उसने शेर से विनम्रता के साथ कहा - ‘‘महाराज, आप जंगल के राजा हैं। आपका बल सबको मालूम है। आपसे मैं अपनी लड़की का विवाह करने में अपना मान समझता हँू। महाराज, पर मेरी एक शर्त है, पहले आपको उसे पूरा करना होगा।’’
शेर लकड़हारे की बातों को सुनकर फूल उठा। उसकी प्रसन्नता का ठिकाना न रहा। वह हँसकर बोला - ‘‘मैं आपकी लड़की को पाने के लिए धरती की हर एक वस्तु ला सकता हँू। आप अपनी शर्त कहिए? मैं उसे पूरा करूँगा।’’
शेर को प्रसन्न जानकर लकड़हारे ने कहा - ‘‘महाराज, आप सुन्दर हैं और पशुओं में श्रेष्ठ हैं। जंगल में आपका पालन-पोषण होने के कारण आपके पंजे के नाखून और दाँत बड़े भयानक लगते हैं। मेरी बेटी इनसे डरती है। मगर आपके इन नाखूनों के कटने और दाँतों के उखड़ जाने पर मैं अपनी बेटी आपको ब्याह सकता हँू।’’
शेर को तो लकड़हारे की लड़की मन भा गई थी। वह किसी भी प्रकार से उससे शादी करना चाहता था। लकड़हारे की शर्त सुन वह खुश होकर बोला - ‘‘मुझे आपकी शर्त स्वीकार है। आप अपनी कुल्हाड़ी से मेरे पंजे के नाखून काटिए और मैं पत्थर पर मँुह मारकर अपने भयानक दाँत तोड़ फेंकता हँू।’’
इतना कहने के एकदम बाद शेर ने अपने सारे दाँत तोड़ डाले। उसे दाँत तोड़ने में खूब कष्ट हुआ और सेरों खून बहा, पर शादी की खुशी में उसने सब सहा।
इधर लकड़हारे ने भी अपनी कुल्हाड़ी से शेर के पंजे के नाखून काट दिए। तब वह बोला - ‘‘अब मेरी शीघ्र शादी कीजिए।’’ शेर के दाँत और पंजे न रहने के कारण अब वह भयानक नहीं था। अतः उसे देखकर लकड़हारे का भय जाता रहा और वह बोला - ‘‘हाँ महाराज, शादी करने से पहले आप अपने गले में रस्सी डलवा लें। इस रस्सी को पकड़कर मेरी लड़की आपके साथ फेरे लेगी।’’
शेर रस्सी को गले में डालने से पहले झिझका। शादी का भूत उसके सिर पर सवार था। अतः उसने खुशी-खुशी गले में रस्सी डाल ली। रस्सी गले में पड़ते ही लकड़हारे ने शेर को पेड़ से बाँध दिया और खूब मार लगाने लगा। इस पर शेर गुर्राने लगा।
उसे गुर्राता देख लकड़हारा बोला - ‘‘महाराज, गुर्राएँ नहीं। रस्म के अनुसार वर की मैं शक्ति-परीक्षा ले रहा हँू।’’ और ऐसा कहकर वह खूब जोर-शोर के साथ शेर पर डंडे बरसाने लगा। उसकी पिटाई से शेर अधमरा हो गया। इतने में ही चिड़ियाघर के नौकर शेर को खोजते-खोजते वहाँ आ पहँुचे। उन्होंने भी आकर शेर पर खूब डंडे बरसाए।
शेर सबसे पिटने के बाद बोला - ‘‘मुझे अब शादी नहीं करनी है। अतः मुझे अब मत मारो। मैं अब चिड़ियाघर में ही रहना चाहता हँू।’’ शेर को शादी की बात करते सुन नौकरों ने शेर को फिर खूब मारा। अन्त में वे शेर को चिड़ियाघर में ले गए।
इस साल भारत में तीन दर्जन कारों की लॉंचिंग होगी
साल 2013 भारतीय कार प्रेमियों के लिए खुशियों का मौका लेकर आ रहा है. इस साल भारतीय बाजार में तीन दर्जन नयी कारें दस्तक देने जा रही हैं. पिछले साल की मंदी के बाद इसे उत्साहजनक कदम के तौर पर देखा जा रहा है. इनमें सभी कैटोगरी की गाड़ियां लांच हो रही हैं, भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इस साल नौ मॉडल लॉंच करने की योजना बना रही है, इसमें A-star का नया Version भी शामिल है. टाटा मोटर भी साल के मध्य में अपनी कम कीमत की कार टाटा नैनो का पावर डीजल Version ला रही है. यह भी खबर है कि कंपनी इस बीच इस कार का CNG Version ला सकती है. इसके साथ ही ह्युंडई मोटर्स, फोर्ड इंडिया, निसान मोटर्स, फियेट के अलावा मर्सडीज बेंज और बीएमडब्लू की नये माडल लॉंच करेगा.
यामाहा भारत का पहला महिला प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करेगे
यामाहा मोटर्स के द्वारा भारत में पहली बार महिलाओं के लिए ड्राइविंग प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है. कंपनी ने घोषणा की है कि वे इसकी शुरुआत चेन्नई से करने जा रहे हैं. यामाहा ने भारतीय स्कूटर बाजार में सितंबर, 2012 में प्रवेश किया जब उसने Ray स्कूटर लांच किया था. Ray स्कूटर को खास तौर पर भारतीय शहरी महिलाओं को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है. यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उन महिलाओं के लिए शुरू किया जा रहा है जो ड्राइविंग सीखने या लाइसेंस प्राप्त करने के बारे में सोच रही हैं.
UK में Land Rover की बिक्री में 25 फीसदी का इजाफा
2012 में Land Rover की बिक्री में रिकार्ड इजाफा हुआ है. बीते वर्ष Land Rover की बिक्री में 25 फीसदी का इजाफा हुआ है. उस साल Jaguar XF की बिक्री में 22 फीसदी और Mercedes E-Class के साथ Audi A6 में भी रिकार्ड बढोतरी दर्ज की गयी. इस साल British SUV brand ने 54480 कारें बेचीं, Jaguar की 65586 गाड़ियां बिकीं. Jaguar XF और Jaguar Land Rover की रिकार्ड बिक्री के कारण Land Rover UK को `best ever' retail sales year का अवार्ड मिला.
2012 में रॉल्स रॉयल ने 3575 कारें बेचीं
UK की लक्जरी कार कंपनी रॉल्स रॉयल ने साल 2012 में दुनिया भर में अपनी 3575 कारें बेचने में सफलता पायी है. इस साल कंपनी ने लैटिन अमेरिका समेत 40 नये देशों में अपनी कारों के लिए बाजार तैयार किया है. रॉल्स रॉयल के CEO Torsten Müller-Ötvös ने बताया कि इस सला हमने Middle East में 26 फीसदी बढोतरी दर्ज की है, जबकि Europe में यह 21 फीसदी रही है. कंपनी ने सबसे अधिक बढोतरी साउदी अरबिया में दर्ज की है, वहां बढोतरी की दर 61 फीसदी रही है, जबकि Asia Pacific में 18 फीसदी और जर्मनी में 15 फीसदी रही है. अगर मॉडल की बात की जाये तो सबसे अधिक बढोतरी Phantom family model में 95 फीसदी और Ghost में 73 फीसदी दर्ज की गयी.
ओपल जर्मनी में ADAM का Production शुरू करेगी
US के जनरल मोटर्स की सहायक कंपनी ओपल 19 जनवरी, 2013 से अपनी छोटी कार ADAM का निर्माम जर्मनी के Eisenach प्लांट में करने जा रही है. कंपनी ने इस प्लांट में $248m का निवेश किया है. इस प्लांट में Corsa कार के निर्माण की योजना है. ओपल प्रबंधन बोर्ड के Deputy chairman Dr. Thomas Sedron ने कहा है कि जर्मनी के Eisenach प्लांट में ADAM कार का निर्माण पहले से तय था. साथ ही कंपनी Cascada convertible को भी लांच करने की योजना बना रही है. कंपनी की योजना 2016 तक 23 नई कारों और 13 नये इंजन को लांच करने की है.
Ssang Yong में $900m निवेश करेगा महिंद्रा & महिंद्रा
भारत की अग्रणी ऑटोमोबाइल कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा आगामी 4-5 सालों में दक्षिण कोरियाई कंपनी SsangYong में तकरीबन $900m के निवेश की योजना बना रही है. महिंद्रा एंड महिंद्रा के Automotive & Farm Equipment sectors के President पवन गोयनका ने बताया कि दक्षिण कोरिया में तीन नई गाड़ियां और 6 इंजन विकसित करना चाहती है. यह फंड आंतरिक संचय, नई Equity और कर्ज के माध्यम से जुटाया जायेगा. SsangYong मोटर्स कोरिया की चौथी सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी है. महिंद्रा एंड महिंद्रा ने 2011 में इस कंपनी के 70 फीसदी शेयर $463.6m में खरीदा था.
800 नौकरियों की छटनी करेगा Honda UK
जापान की बड़ी कार बनाने वाली कंपनी Honda UK अपने Swindon प्लांट से लगभग 800 कर्मचारियों की छटनी करने की योजना बना रही है. इसकी वजह European region में होंडा कारों की मांग में कमी को बताया जा रहा है. Honda motors के executive vice president Kent ker ने बताया कि यूरोपीय कार बाजार में लगातार घटती मांग के कारण हम अपने व्यापारिक ढांचे में फिर से बदलाव करने की जरूरत महसूस कर रहे हैं. कंपनी की ओर से यह सूचना plant के कर्मियों को भी दे दी गयी है. इसे UK में Honda की सबसे बड़ी छटनी बताया जा रहा है. कंपनी के इस फैसले से न सिर्फ Union leaders बल्कि सरकारी अधिकारियों में भी निराशा का माहौल है. कंपनी के swindon plant में Jazz, Civic और CR-V मॉडल की गाड़ियों का निर्माण होता है.
Manjul Publishing Catalog
- ...और इंतज़ार थक गया, मृदुला बाजपेई, 125
- 21वीं सदी का लोक व्यवहार, Hindi translation of "you can! - people skills for life" by allan & barbara pease, 95
- 24 घंटे में ज़िन्दगी बदलें, hindi translation of the international bestseller "the 24-hour turn-around", 150
- 8वीं आदत, hindi translation of the international bestseller "the 8th habit" - by stephen r. covey, 295
- abridged hindi translation of "men are from mars, women are from venus" by john gray, 125
- Babylon का सबसे अमीर आदमी, Hindi translation of "the richest man in Babylon" by george s. clason, 125
- famous five smugglers के बीच, Hindi translation of "five go to smuggler's top" by enid blyton, 85
- famous five एक साथ भागते हैं, Hindi translation of "five run away together" by enid blyton, 85
- famous five और कारवां का सफर, Hindi translation of "five go off in a caravan" by enid blyton, 85
- famous five और खुफिया रास्ता, Hindi translation of "five go adventuring again" by enid blyton, 85
- famous five खज़ाने के टापू पर, Hindi translation of "five on a treasure island" by enid blyton, 85
- harry potter और अज़्काबान का कैदी, Hindi translation of the international bestseller "harry potter and the prisoner of azkaban" by j.k. Rowling, 295
- harry potter और आग का प्याला, Hindi translation of the international bestseller "harry potter and the goblet of fire" by j. k. Rowling, 395
- harry potter और पारस पत्थर, Hindi translation of "harry potter and the philosopher's stone" by j. k. Rowling, 165
- harry potter और माया पक्षी का समूह, hindi translation of "harry potter and the order of the phoenix" by j.k. rowling, 375
- harry potter और मौत के तोहफ़े, hindi translation of the international bestseller "harry potter and the deathly hallows" by j. k. rowling, 450
- harry potter और रहस्य मई तहखाना, hindi translation of "harry potter and the chamber of secrets" by j.k. rowling, 195
- hindi translation of "body language" by allan pease, 165
- hindi translation of "business school" by robert kiyosaki, 150
- hindi translation of "cashflow quadrant" by robert t. kiyosaki, 225
- hindi translation of "developing the leader around you" by john c. maxwell, 175
- hindi translation of "harry potter and the half-blood prince" by j.k. rowling, 350
- hindi translation of "personality plus" by florance littauer, 175
- hindi translation of "secrets of the millionaire mind" - by t. harv eker, 175
- hindi translation of "the alchemist" by paulo coelho, 125
- hindi translation of "the business school" by robert t. kiyosaki, 195
- hindi translation of "the ice cream maker" by सुबीर चौधरी, 95
- hindi translation of "the one minute manager" by kenneth blanchard & spencer johnson, 95
- hindi translation of "the sales success handbook" by linda richardson, 80
- hindi translation of "the secret seven" by enid blyton, 50
- hindi translation of “copycat marketing 101” by burke hedges, 95
- hindi translation of “eleven minutes” by paulo coelho, 175
- hindi translation of “selling 101” by zig ziglar, 95
- hindi translation of 'rich dad poor dad' by robert kiyosaki, 195
- hindi translation of the international bestseller "retire young retire rich" - by robert t. kiyosaki, 250
- management के नियम, richard templar, 195
- management के सबक, सम्रेंद्र नाथ राय, 95
- management के सरल नुस्खे, सम्रेंद्र नाथ राय, 95
- network marketing - सफलता की राज पर, hindi translation of "network marketing - the way of life" by janusz szajna, 150
- network marketing में धन कमाने के 201 आसान तरीके, hindi translation of "201 simple ideas to make more $$$ in network marketing" by richard tan & k.c. see, 175
- nutan pandit, 150
- rich devos की तरह कैसे बनें, hindi translation of "how to be like rich devos" by pat williams with jim denney, 295
- secret seven आगे बढ़ो, hindi translation of "go ahead secret seven", 50
- secret seven का रोमांचक कारनामा, hindi translation of "the secret seven adventure", 50
- secret seven पीछा करो, hindi translation of "the secret seven", 50
- team खिलाड़ी के 17 अनिवार्य गुण, hindi translation of “the 17 essential qualities of a team player” by john c. maxwell, 150
- the secret "रहस्य", hindi translation of the international bestseller "the secret" by rhonda byrne", 295
- time management by डॉ॰ सुधीर दीक्षित, 40
- weight loss cookbook, hindi translation of "weight loss cookbook" by डॉ॰ shikha sharma & niru gupta, 295
- अति प्रभावकारी लोगों की 7 आदतें, hindi translation of "7 habits of highely effective people" by stephen r. covey, 225
- अधिकतम सफलता, hindi translation of “maximum achievement” by brian tracy, 195
- अपना आत्म-गौरव कैसे बढ़ाएं, hindi translation of the international bestseller "how to raise your self-esteem", 150
- अपनी क्षमताओं को पहचानें, Hindi translation of "say yes to your potential" by skip ross & carol c. Carlson, 175
- अपनी टीम के leaders को विकसित कैसे करें,
- अपने दिन को सर्वोत्तम बनाएं, Hindi translation of "optimize your day" by rhoberta shaler, 125
- अपने बच्चे को बनाएं विजेता, Hindi translation of "make your child a winner" by डॉ॰ pradeep kapoor
- अपने भीतर छुपे leader को कैसे जगाएं, hindi translation of "developing the leader within you" by john c maxwell, 175
- अमीर बनने का नया विज्ञान, hindi translation of "the new science of getting rich" by wallace d. wattles, 95
- अमीरी की चाबी आपके हाथ में, hindi translation of "the master-key to riches" by napoleon hill, 150
- अमीरों के 5 नियम, डॉ॰ सुधीर दीक्षित, 175
- असफलता सफलता की सीढ़ी है, hindi translation of "you can fail - coping with faliure and getting ahead…," by shrinivas r. kandula, 195
- आज़ादी की ओर बढ़ते कदम, nelson mandela, 395
- आत्मविश्वास, hindi translation of the international bestseller "confidence" - by alan loy mcginnis, 125
- आत्मा के लिए अमृत का दूसरा प्याला, hindi translation of "a 2nd helping of chicken soup for the soul" by jack canfield and mark victor hansen, 195
- आत्मा के लिए अमृत, hindi translation of "chicken soup for the soul" by jack canfield and mark victor hansen, 195
- आदर्श स्वास्थ्य क्रांति, hindi translation of the international bestseller "the optimal health revolution" by duke johnson, 250
- आप भी leader बन सकते हैं, hindi translation of “the leader in you” by dale carnegie, 150
- आप भी बन सकते हैं अपने सपनों का इंसान, hindi translation of "become the person you dream of being" by wes beavis, 150
- आपका शरीर और प्रदूषण, hindi translation of "fighting body pollution" by paul kramer, 225
- आपकी ज़िन्दगी सिर्फ एक minute में बदल सकती है, hindi translation of "it only takes a minute to change your life!" by willey jolley, 165
- आपके अवचेतन मन की शक्ति, hindi translation of the international bestseller "the power of your subconscious mind", by डॉ॰ joseph murphy, 175
- आशा का संदेश, hindi translation of "hope from my heart" by rich devos, 325
- ऐसी वाणी बोलिए, hindi translation of "the art of talking so that people will listen" by paul w. swets, 165
- कार्य के नियम, hindi translation of “the rules of work” by richard templar, 195
- कैलाश मान सरोवर, hindi translation of "kailash mansarovar - diary of a pilgrim" निलेश नथवानी, 125
- क्या आपका डॉक्टर पोषक तत्वों के बारे में जानता है? hindi translation of "what your doctor doesn't know about nutritional medicine may be killing you" by ray d. strand, 195
- खाना खज़ाना भारतीय व्यंजनों का उत्सव, hindi translation of "khana khazana - celebration of indian recipes" by संजीव कपूर, 250
- गर्भावस्था, hindi translation of "pregnency" by नूतन पंडित
- गहरा रहस्य, hindi translation of "the deeper secret" by annemarie postma", 195
- चिंता छोड़ो सुख से जियो, hindi translation of "how to stop worrying and start living" by dale carnegie, 150
- चौथा पड़ाव, विजय दत्त श्रीधर, 175
- छुआ आसमान, hindi translation of the "wings of fire" - by abul phaqir jain-ul-abideen abdul kalam, 95
- जाने कितने रंग पलाश के, मृदुला बाजपेई, 95
- जीतने का साहस, hindi translation of the international bestseller "dare to win", 175
- जीना सिखा दिया, स्वयं प्रकाश, 250
- जीवन एक खोज, त्रिलोक छाबड़ा, 75
- जीवन की नई राह, hindi translation of “the road less travelled” by m. scott peck, m.d., 195
- जीवन के नियम, hindi translation of “the rules of life” by richard templar, 195
- जीवन के बाद जीवन, hindi translation of "life after life" by raymond a. moody, 150
- जोश से ही सारा फर्क पड़ता है, hindi translation of “enthusiasm makes the difference” by norman vincent peal, 175
- दुनिया का सबसे महान salesman, hindi translation of "greatest salesman in the world" by og mandino, 75
- दुनिया का सबसे महान चमत्कार, hindi translation of "greatest miracle in the world" by og mandino, 75
- दुनिया की सबसे महान सफलता, hindi translation of "the greatest success in the world" by og mandino, 75
- दौलत और ख़ुशी की सात रण नीतियां, hindi translation of "seven strategies for wealth and happiness" by jim rohn, 150
- दौलत के नियम, hindi translation of "the rules of wealth" by richard templar, 175
- निवास - 40 home plans, बेला गोधा, 195
- परवरिश के नियम, hindi translation of “rules of parenting” by richard templar, 195
- परिश्रमी जीवन - एक आत्मकथा, hindi translation of "an enterprising life" by jay van andel, 295
- प्रगति की राह पर आगे बढ़ें, hindi translation of "let go of whatever makes you stop" by john l. mason, 125
- प्रभावशाली व्यक्ति कैसे बनें? hindi translation of "becoming a person of influence" by john maxwell and jim dornan, 175
- प्रेम की पांच भाषाएं by gary chapman, 195
- प्रेम के नियम, hindi translation of “rules of love” by richard templar, 195
- बच्चे की उत्तम देखभाल, hindi translation of "baby and child care" by डॉ॰ r. k. सुनेजा, 175
- बड़ी सोच का बड़ा जादू, hindi translation of "the magic of thinking big" by david j schwartz, 175
- बड़े सपने देखें, hindi translation of the international bestseller "dreaming big" by bobb biehl & paul w. swets, 175
- बुलंद इरादे निश्चित कामयाबी, hindi translation of "you can if you think you can" by norman vincent peale, 175
- भारतीय शाकाहारी व्यंजनों का खज़ाना, hindi translation of "khazana of indian vegetarian recipes" by संजीव कपूर, 250
- मधुमेह: एक नया जीवन साथी, hindi translation of "diabetes: a partner for life" by डॉ॰ सुनील m. जैन, 175
- महिलाओं की आत्मा के लिए अमृत, hindi translation of the international bestseller "chicken soup for the woman's soul" by jack canfield, mark victor hansen, jennifer read hawthorne and marci shimoff, 175
- मां की आत्मा के लिए अमृत, hindi translation of the international bestseller "chicken soup for the mother's soul" by jack canfield, mark victor hansen, jennifer read hawthorne and marci shimoff, 195
- मित्रता का महत्व, hindi translation of 'the friendship factor' by alan loy mcginnis, 150
- मुश्किलें हमेशा हारती हैं संघर्ष करने वाले हमेशा जीतते हैं। hindi translation of "tough times never last but tough people do!" by robert h. schuller, 165
- मेरा cheese किस ने हटाया? hindi translation of "who moved my cheese" by spencer johnson, 125
- मैं selling में असफलता से सफलता तक कैसे पहुँचा? hindi translation of "how i raised myself from failure to success in selling?" by frank bettger, 175
- योग के सात आध्यात्मिक नियम, hindi translation of "seven spiritual laws of yoga" by deepak chopra & david simon, 150
- लक्ष्य, hindi translation of “goals!” by brian tracy, 175
- लोक व्यवहार, hindi translation of "how to win friends and influence people" by dale carnegie, 85
- लोकप्रिय बनने की कला, hindi translation of "how to start a conversation and make friends" by don gabor, 165
- लोगों को सर्वश्रेष्ठ कैसे बनाएं? hindi translation of "bringing out the best in people" by alan loy mcginnis, 175
- वस्तु आवास - 40 home plans, बेला गोधा, 295
- वादे जो निभाने हैं, hindi translation of "promises to keep" by charles paul conn, 75
- वेल्च नीति, hindi translation of "the welch way" by jeffery a. krames, 80
- शक्ति के 48 नियम, hindi translation of "the 48 laws of power" by robert greene, 195
- शक्ति, hindi translation of "the power" by rhonda byrne, 325
- शाबाश secret seven, hindi translation of "the secret seven", 50
- शिखर पर मिलेंगे by zig ziglar, 175
- शेयर बाज़ार में सफलता के सूत्र, डॉ॰ सुधीर दीक्षित, 60
- संकट सफलता की नींव है, hindi translation of "setback is a setup for a comeback" by willie jolley, 165
- संपूर्ण योग विद्या, राजीव जैन, 195
- संपूर्ण सफलता का लक्ष्य, sirshree, 150
- संपूर्ण स्वास्थ्य, hindi translation of "perfect health" by डॉ॰ दीपक चोपड़ा, 245
- संवाद का जादू, hindi translation of "am i making myself clear" by terry felber, 125
- सकारात्मक लोगों के लिए 10 शक्तिशाली वाक्य, hindi translation of "ten powerful phrases for positive people" - by rich devos, 150
- सकारात्मक सोच की अद्भुत शक्ति, hindi translation of "the amazing results of positive thinking" by norman vincent peale, 185
- सपना को सच हुआ, डॉ॰ सुधीर दीक्षित, 75
- सफल टीम कैसे बनाएं, hindi translation of "making trams work" by michael maginn, 80
- सफल सोच का सफल जादू, hindi translation of "the magic of thinking success" by david j. schwartz, 175
- सफलता 101 डॉ॰ सुधीर दीक्षित, 95
- सबसे मुश्किल काम सबसे पहले, hindi translation of international bestseller "eat that frog!" by brian tracy, 150
- समय आपकी मुट्ठी में, डॉ॰ विजय अग्रवाल
- समय का प्रबंधन, hindi translation of “managing the time of your life” by machen macdonald, 125
- समुद्र तट पर piano, hindi translation of "piano on the beach" by jim dornan, 175
- सर्वश्रेष्ठ समृद्धि के 7 नियम, hindi translation of "7 laws of highest prosperity" by cecil o. kemp jr., 150
- सवाल ही जवाब हैं, hindi translation of "questions are the answers" by allan pease, 75
- सादा सफल हनुमान, डॉ॰ विजय अग्रवाल, 150
- सोचिए और अमीर बनिए, hindi translation of "think and grow rich" by napoleon hill, 150
- सोचो बदलो ज़िंदगी बदलो, by brian tracy, 175
- सोनिया - एक जीवनी, hindi translation of "sonia - a biography" by rasheed kidwai, 225
- स्वास्थ्य क्रांति, hindi translation of the international bestseller "the wellness revolution" by paul zane pilzer, 195
- हम आपको अमीर क्यों बनाना चाहते हैं? hindi translation of the international bestseller "why we want you to be rich" by donald j. trump & robert t. kiyosaki, 225
- हर मंगल morrie के संग, hindi translation of "tuesdays with morrie" by mitch albom, 125
- हीरों की खान, Hindi translation of "acres of diamonds" by russell h. conwell, 50
कढ़ाई करना सीखें
मृदुला पंडित
अनुक्रम
कढ़ाई की कला 5
सुन्दर कढ़ाई और विभिन्न टाँके 9
नमूना छापने के लिए विभिन्न संयोजना 21
रूमाल, मेजपोश और ट्रे कवर के लिए बूटे 22
मेजपोश और तकिए के लिए कोने 23
टीकोजी के लिए नमूना 24
बेलों के नमूने 25
गले, दामन और आस्तीन के लिए बूटे 25
बच्चों के कपड़ों के लिए नमूने 26
कट वर्क के लिए नमूने 27
कढ़ाई की कला
कढ़ाई एक कला है। कपड़े को सुन्दर बनाने में इसका बहुत महत्त्व है। हम इस पुस्तक में तकिए के गिलाफ, मेजपोश, टीकोजी, ट्रे-कवर, रूमाल, ब्लाउज, साड़ी के बॉर्डर और बच्चों के कपड़ों आदि के लिए नमूने दे रहे हैं। लेकिन यह सभी नमूने तभी सुन्दर कढ़ेंगे जब इन आवश्यक बातों पर ध्यान रखा जाए:
(क) कहाँ छापें कपड़े पर नमूना
वैसे तो यह आपकी अपनी पसंद पर निर्भर होता है। विभिन्न प्रकार की संयोजना पृष्ठ 21 और 27 पर दी जा रही है। इनके अलावा भी आप अपनी पसंद की संयोजना बना सकते हैं।
(ख) कपड़े पर नमूने को छापना
कभी भी नमूने को सीधे किताब से कपड़े पर न उतारें। इससे किताब फट सकती है। नमूना छापने का सही ढंग इस प्रकार है:
(ग) धागा कैसा हो
कपड़ा सूई का नम्बर
लट्ठा, केसमेंट 6
पापलीन, रुबिया, नायलोन, टेरीकॉट 7,8
जॉर्जेट, मलमल, आरगन्डी, वायल 9,10
पतले बढ़िया सूती कपड़े नेट, जारजेट 11
पोत (बारीक मोती) का काम करने के लिए 12
धागों की मोटाई पर भी सूई का नम्बर निर्भर करता है। एक या दो धागों के लिए पतली और अधिक धागों के लिए मोटी सूई का प्रयोग कर सकते हैं।
(ङ) सदैव लम्बे नाके की सूई का प्रयोग करें। सूई खोंसने के लिए कुशन बना सकते हैं। इससे सूई में मुर्चा नहीं लगता।
(च) अगर आपको कढ़ाई का ज़्यादा अभ्यास नहीं है तो, कढ़ाई करते समय फ्रेम का प्रयोग कर सकते हैं।
(छ) यह चुनाव आप पहले ही कर लें कि कहाँ पर कौन-सा टाँका काढ़ना है।
(ज) सफाई का, सुन्दर कढ़ाई में काफ़ी योगदान होता है। कढ़ाई करने से पहले हाथों को अच्छी तरह साफ कर लेना चाहिए ताकि कपड़े और धागे गंदे न हों। जब आप कढ़ाई कर लें तो कपड़े और धागों को संभाल कर साफ जगह पर रखें।
(झ) जब आप कढ़ाई कर लें तो उस पर उलटी तरफ़ अच्छी तरह इस्त्री करें जिससे कपड़े की सिकुड़न खत्म हो जाए।
(×ा) अगर कपड़े में सिलवटें हों तो काढ़ने से पहले उस पर इस्त्री अवश्य कर लें।
(ट) कट वर्क काटने के लिए बारीक तेज कैंची या blade का प्रयोग करें। लेकिन सावधान रहें कि कपड़ा और कढ़ाई न कटने पाए।
सुन्दर कढ़ाई और विभिन्न टाँके
स्टेम stitch
सबसे पहले लाइन के ऊपर बाईं ओर से दाईं ओर थोड़े तिरछे टाँके मारें। टाँके बराबर लम्बाई के होने चाहिए। धागा हमेशा पिछले टाँके की बाईं ओर से ऊपर निकलता है। यह stitch तने और आउट लाइन बनाने के लिए प्रयोग की जाती है। भरवाँ कढ़ाई के लिए स्टेम stitch की बहुत-सी लाइनें पास-पास बनाकर आकार को भर देना चाहिए।
running stitch (कच्चे टाँके)
हम सभी जानते हैं कि कच्चे टाँकों का प्रयोग सिलाई करते समय होता है। लेकिन कढ़ाई के लिए भी इनका प्रयोग किया जा सकता है। टाँके बराबर की लम्बाई के लें। नीचे के टाँकों की लम्बाई भी बराबर रखें। परन्तु नीचे के टाँकों की लम्बाई ऊपर के टाँकों की आधी या उससे कम होनी जरूरी होती है।
बैक stitch (उलटी बखिया)
डिजाइन की लाइन पर से धागा ऊपर लाएँ। फिर एक टाँका पीछे की ओर लेकर सूई को पहले टाँके से थोड़ा आगे की ओर निकालें। अब पीछे की ओर एक और टाँका इस प्रकार लें कि सूई वहीं से नीचे डाली जाए जहाँ से उसे पहले आपने निकाला था।
straight stitch (सीधे टाँके)
इसे हम कच्चा टाँका कहते हैं या कहिए कि यह एक कच्चे टाँके जैसा होता है। इसके टाँके बराबर की दूरी पर लिए जाते हैं। हर टाँके की लम्बाई एक-सी या छोटी-बड़ी हो सकती है। टाँके पास-पास या दूर-दूर लिए जा सकते हैं। इसमें जरूरी यह होता है कि टाँके बहुत ढीले या बहुत लम्बे नहीं होने चाहिए।
साटन stitch
प्रस्तुत चित्र में बताई गई विधि से straight stitch से शुरूआत करें। अगर चाहते हों कि कढ़ाई उभरी दिखे तो पहले चेन stitch या running stitch उसे भर दीजिए। ये टाँके गद्दी का काम करेंगे और कढ़ाई उभरी हुई प्रतीत होगी। बस ध्यान रखें कि टाँके सीमा रेखा से बाहर न आ पावें।
long and short stitch (असम टाँके)
एक छोटा और एक बड़ा टाँका सीध में जब डाला जाता है तो वह अ-सम टाँका कहलाया जाता है। सबसे पहली पंक्ति में बारी-बारी से एक लम्बा और एक छोटा टाँका लें। यह टाँके ख़ूब पास-पास लें। ध्यान रखें कि टाँके सीमा रेखा से बाहर न जाने पाएँ। दूसरी पंक्ति में टाँकों की लम्बाई बराबर रखें ताकि कढ़ाई इकसार हो जाए। यदि आपको shade-दार कढ़ाई करनी है तो इस कढ़ाई के लिए अलग-अलग पंक्ति में हल्के और गहरे रंग के धागों का इस्तेमाल करें तो अच्छा है।
चेन stitch (जंजीरा)
नीचे से धागा ऊपर लाएं और उसे बाएँ अंगूठे से दबाए रखें। फिर सूई को दुबारा वहीं से नीचे डालें जहाँ से पहले ऊपर निकाली गई थी। सूई को कुछ आगे से बाहर निकालें। अब धागे को सूई की नोक के नीचे रखते हुए बाहर खींचें। हम इसका प्रयोग भरवा कढ़ाई के लिए भी किया करते हैं।
open chain stitch
धागे को ‘क’ स्थान से ऊपर लाएं। धागे को बाएँ अंगूठे से दबाकर रखें। अब सूई को ‘ख’ से नीचे डालकर ‘ग’ पर बाहर निकाल लीजिए। इस तरह बने फंदे को थोड़ा ढीला रखें। सूई को ‘घ’ से नीचे डालें और धागे को सूई की नोक के नीचे रखते हुए इस प्रकार ऊपर लाएं कि दूसरा टाँका लगाया जा सके। अंतिम फंदे के दोनों ओर दो छोटे टाँके लगाने चाहिए।
lady daisy stitch
यह टाँका चेन stitch के ही समान है। लेकिन इसमें हर फंदे को एक छोटे से टाँके से बन्द किया जाता है। यह टाँका फूल की पंखुड़ियाँ और पत्ती बनाने के लिए इस्तेमाल होता है।
Feather stitch
इसमें सबसे पहले धागे को ऊपर लाएँ। उसे बाएँ अंगूठे से नीचे दबाए रखें। थोड़ी दाहिनी ओर पहले टाँके की बराबर ऊँचाई पर से सूई नीचे डालें। अब सूई इस प्रकार बाहर लाएँ कि धागा सूई की नोक के नीचे ही रहे। अगली बार सूई को बाईं ओर टाँके की बराबर ऊँचाई पर से नीचे डाल दीजिए। अब फंदे के बीच में धागा सूई की नोक के नीचे रखते हुए टाँका लगा लें। इस तरह से बारी-बारी दाहिनी और बाईं ओर टाँके लगाइए।
फ्लाई stitch
इससे पहले एक ढीला-सा टाँका लीजिए। धागे को दाहिने अंगूठे से नीचे की ओर दबाए रखें। इस टाँके के बीच में थोड़ा नीचे एक छोटा-सा टाँका लगाएँ (जैसे प्रस्तुत चित्र में दर्शाया गया है) इन टाँकों को लम्बाई में या खड़ी पंक्तियों में काढ़ा जाता है।
स्पाइडर वेब फिलिंग stitch (मकड़ी जाला stitch)
सबसे पहले गोले में चित्र के अनुसार एक टाँका फ्लाई stitch का काढ़ें। उसके बाद दो सीधे टाँके लें। ऐसे गोला पाँच बराबर भागों में बँट जाएगा। ये पाँच टाँके जाले की नींव हैं। अब इन टाँकों के ऊपर और नीचे से धागा भरें। धागा तब तक भरें जब तक गोला पूरा न भर जाए।
rose stitch (फ्रेंच नॉट)
जिस जगह french knot बनाना है वहाँ से धागा ऊपर लाएं। धागे को बाएँ अंगूठे से दबाते हुए सूई पर दो बार लपेटें। धागे को कस कर दबाते हुए सूई को मोड़ कर उसी जगह लाएं जहाँ से पहले ऊपर लाए थे। अब सूई को उसी जगह के पास से नीचे घुसेड़ें। धागा खींच कर पीछे निकाल लीजिए। चित्र के अनुसार सूई को वहाँ निकालें जहाँ दूसरा टाँका लेना है। यदि rose stitch से फूल बनाना हो तो सूई पर धागा बहुत बार लपेटें। इससे फूल सुन्दर बनेगा।
स्क्रोल stitch
स्क्रोल stitch बाईं ओर से दाईं ओर काढ़ी जाती है। धागे को दाहिनी ओर से बाईं ओर इस प्रकार ले जाएँ कि एक फंदा-सा बन जाए। इस फंदे के बीच में चित्र के अनुसार एक छोटा-सा तिरछा टाँका लीजिए। यह टाँका लाइन से थोड़ा नीचे धागे को सूई की नोक से दबाते हुए लें। ये टाँके बराबर दूरी पर लगाएँ तभी सुन्दर लगेंगे।
फिश बोन stitch (मछली काँटा)
धागे का ‘क’ पर बाहर निकालें और एक छोटा-सा टाँका बीच की लाइन पर लीजिए। धागा ‘ख’ पर निकाल लें फिर बीच की लाइन पार करके पहले टाँके के नीचे सूई डालें। धागे को ‘ग’ पर निकालें। इसी प्रकार दूसरा टाँका पिछले टाँके के ऊपर चढ़ा कर लें। इसी प्रकार बारी-बारी दोनों ओर से टाँके लेकर पूरा आकार भर दें।
couching
इसमें लाइन के आरम्भ में एक धागा पिरोएँ। इस धागे को लाइन के साथ-साथ ही रखें। दूसरा धागा सूई में पिरोएँ। लाइन के साथ वाले धागे को सूई के धागे से कपड़े के साथ टाँकें। ध्यान रहे कि टाँके छोटे और बराबर दूरी पर लगने चाहिए।
seeding stitch
इस प्रकार के टाँके आकार को भरने के लिए प्रयोग किए जाते हैं। बराबर की लम्बाई के छोटे टाँके लगाए जाते हैं। ये टाँके बिखेर कर काढ़े जाते हैं।
काज stitch (button hole stitch) और blanket stitch
इस तरह की stitches एक ही ढंग से बनाए जाते हैं। काज stitch में टाँके पास-पास और किनारे पर कसते हुए लगाए जाते हैं। जब टाँके ढीले डाले जाते हैं तो उन्हें blanket stitch कहते हैं। readymade कम्बलों के किनारे इसी stitch से सजाए जाते हैं इसलिए इसे blanket stitch कहते हैं। काज stitch cut work बनाने के लिए प्रयोग की जाती है।
cross stitch
आप चित्र की मदद से पहले एक दिशा में फिर दूसरी दिशा में टाँके लगाएँ।
herring bone stitch (जाली टाँके)
पहले दो टाँके क्रास stitch के लें। अब सूई को ‘क’ से निकालें और ‘ख’ से अन्दर डालें। ‘ग’ से सूई ऊपर लाकर ‘घ’ पर अन्दर डालें। इस प्रकार विभिन्न तरह की कढ़ाई के लिए अनेकों प्रकार की विधि बताई गई है। सुन्दर कढ़ाई के लिए टाँकों एवं धागों तथा कपड़े का सही चुनाव बहुत जरूरी होता है।
नमूना छापने के लिए विभिन्न संयोजना
अनुक्रम
कढ़ाई की कला 5
सुन्दर कढ़ाई और विभिन्न टाँके 9
नमूना छापने के लिए विभिन्न संयोजना 21
रूमाल, मेजपोश और ट्रे कवर के लिए बूटे 22
मेजपोश और तकिए के लिए कोने 23
टीकोजी के लिए नमूना 24
बेलों के नमूने 25
गले, दामन और आस्तीन के लिए बूटे 25
बच्चों के कपड़ों के लिए नमूने 26
कट वर्क के लिए नमूने 27
कढ़ाई की कला
कढ़ाई एक कला है। कपड़े को सुन्दर बनाने में इसका बहुत महत्त्व है। हम इस पुस्तक में तकिए के गिलाफ, मेजपोश, टीकोजी, ट्रे-कवर, रूमाल, ब्लाउज, साड़ी के बॉर्डर और बच्चों के कपड़ों आदि के लिए नमूने दे रहे हैं। लेकिन यह सभी नमूने तभी सुन्दर कढ़ेंगे जब इन आवश्यक बातों पर ध्यान रखा जाए:
(क) कहाँ छापें कपड़े पर नमूना
वैसे तो यह आपकी अपनी पसंद पर निर्भर होता है। विभिन्न प्रकार की संयोजना पृष्ठ 21 और 27 पर दी जा रही है। इनके अलावा भी आप अपनी पसंद की संयोजना बना सकते हैं।
(ख) कपड़े पर नमूने को छापना
कभी भी नमूने को सीधे किताब से कपड़े पर न उतारें। इससे किताब फट सकती है। नमूना छापने का सही ढंग इस प्रकार है:
- आप butter’ papar (tracing papar) को किताब पर रख लीजिए। उसके बाद पेंसिल से papar पर नमूना उतार दीजिए।(butter papar (ट्रेसिंग papar) और carbon किताबों की दुकान पर मिलते हैं।)
- नमूना छापने से पहले कपड़े पर उन जगहों पर निशान लगाएँ जहाँ नमूना छापना है।
- आप कपड़ा किसी स्लेट, दफ्ती या तख्ते पर अच्छी तरह से बिछाकर सेट करें।
- उसके बाद कपड़े पर carbon papar रख लें। carbon papar इस प्रकार रखें कि उसका गहरा रंग कपड़े की ओर रहे।
- जिस पर नमूना उतारा था इसके ऊपर वह butter papar रखें। कपड़े के चारों कोनों पर चार आलपिनें लगा दें ताकि नमूना उतारते समय कागज़ खिसके नहीं।
- तब किसी बारीक नोक की पेंसिल या रिफिल पेन को हल्के हाथ से हर लाइन पर फेरें। हाथ अगर दबाकर चलाएँगे तो butter papar फट सकता है। उसके बाद नमूना कपड़े पर उतर जाएगा।
(ग) धागा कैसा हो
- जब हम धागा खरीदें तो ध्यान रखें कि धागा मजबूत हो और उसका रंग कच्चा न हो।
- धागों को कपड़ों का रंग और डिजाइन ध्यान में रखते हुए चुनें।
- सूई में धागा बहुत लम्बा नहीं रखना चाहिए। लम्बा धागा काढ़ते समय उलझ सकता है।
- धागे में गाँठ बहुत हलकी लगाएँ।
- सुई का नम्बर कढ़ाई की सुन्दरता के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण है। कढ़ाई की सुन्दरता में सुई का ठीक नम्बर का होना जरूरी है।
कपड़ा सूई का नम्बर
लट्ठा, केसमेंट 6
पापलीन, रुबिया, नायलोन, टेरीकॉट 7,8
जॉर्जेट, मलमल, आरगन्डी, वायल 9,10
पतले बढ़िया सूती कपड़े नेट, जारजेट 11
पोत (बारीक मोती) का काम करने के लिए 12
धागों की मोटाई पर भी सूई का नम्बर निर्भर करता है। एक या दो धागों के लिए पतली और अधिक धागों के लिए मोटी सूई का प्रयोग कर सकते हैं।
(ङ) सदैव लम्बे नाके की सूई का प्रयोग करें। सूई खोंसने के लिए कुशन बना सकते हैं। इससे सूई में मुर्चा नहीं लगता।
(च) अगर आपको कढ़ाई का ज़्यादा अभ्यास नहीं है तो, कढ़ाई करते समय फ्रेम का प्रयोग कर सकते हैं।
(छ) यह चुनाव आप पहले ही कर लें कि कहाँ पर कौन-सा टाँका काढ़ना है।
(ज) सफाई का, सुन्दर कढ़ाई में काफ़ी योगदान होता है। कढ़ाई करने से पहले हाथों को अच्छी तरह साफ कर लेना चाहिए ताकि कपड़े और धागे गंदे न हों। जब आप कढ़ाई कर लें तो कपड़े और धागों को संभाल कर साफ जगह पर रखें।
(झ) जब आप कढ़ाई कर लें तो उस पर उलटी तरफ़ अच्छी तरह इस्त्री करें जिससे कपड़े की सिकुड़न खत्म हो जाए।
(×ा) अगर कपड़े में सिलवटें हों तो काढ़ने से पहले उस पर इस्त्री अवश्य कर लें।
(ट) कट वर्क काटने के लिए बारीक तेज कैंची या blade का प्रयोग करें। लेकिन सावधान रहें कि कपड़ा और कढ़ाई न कटने पाए।
सुन्दर कढ़ाई और विभिन्न टाँके
स्टेम stitch
सबसे पहले लाइन के ऊपर बाईं ओर से दाईं ओर थोड़े तिरछे टाँके मारें। टाँके बराबर लम्बाई के होने चाहिए। धागा हमेशा पिछले टाँके की बाईं ओर से ऊपर निकलता है। यह stitch तने और आउट लाइन बनाने के लिए प्रयोग की जाती है। भरवाँ कढ़ाई के लिए स्टेम stitch की बहुत-सी लाइनें पास-पास बनाकर आकार को भर देना चाहिए।
running stitch (कच्चे टाँके)
हम सभी जानते हैं कि कच्चे टाँकों का प्रयोग सिलाई करते समय होता है। लेकिन कढ़ाई के लिए भी इनका प्रयोग किया जा सकता है। टाँके बराबर की लम्बाई के लें। नीचे के टाँकों की लम्बाई भी बराबर रखें। परन्तु नीचे के टाँकों की लम्बाई ऊपर के टाँकों की आधी या उससे कम होनी जरूरी होती है।
बैक stitch (उलटी बखिया)
डिजाइन की लाइन पर से धागा ऊपर लाएँ। फिर एक टाँका पीछे की ओर लेकर सूई को पहले टाँके से थोड़ा आगे की ओर निकालें। अब पीछे की ओर एक और टाँका इस प्रकार लें कि सूई वहीं से नीचे डाली जाए जहाँ से उसे पहले आपने निकाला था।
straight stitch (सीधे टाँके)
इसे हम कच्चा टाँका कहते हैं या कहिए कि यह एक कच्चे टाँके जैसा होता है। इसके टाँके बराबर की दूरी पर लिए जाते हैं। हर टाँके की लम्बाई एक-सी या छोटी-बड़ी हो सकती है। टाँके पास-पास या दूर-दूर लिए जा सकते हैं। इसमें जरूरी यह होता है कि टाँके बहुत ढीले या बहुत लम्बे नहीं होने चाहिए।
साटन stitch
प्रस्तुत चित्र में बताई गई विधि से straight stitch से शुरूआत करें। अगर चाहते हों कि कढ़ाई उभरी दिखे तो पहले चेन stitch या running stitch उसे भर दीजिए। ये टाँके गद्दी का काम करेंगे और कढ़ाई उभरी हुई प्रतीत होगी। बस ध्यान रखें कि टाँके सीमा रेखा से बाहर न आ पावें।
long and short stitch (असम टाँके)
एक छोटा और एक बड़ा टाँका सीध में जब डाला जाता है तो वह अ-सम टाँका कहलाया जाता है। सबसे पहली पंक्ति में बारी-बारी से एक लम्बा और एक छोटा टाँका लें। यह टाँके ख़ूब पास-पास लें। ध्यान रखें कि टाँके सीमा रेखा से बाहर न जाने पाएँ। दूसरी पंक्ति में टाँकों की लम्बाई बराबर रखें ताकि कढ़ाई इकसार हो जाए। यदि आपको shade-दार कढ़ाई करनी है तो इस कढ़ाई के लिए अलग-अलग पंक्ति में हल्के और गहरे रंग के धागों का इस्तेमाल करें तो अच्छा है।
चेन stitch (जंजीरा)
नीचे से धागा ऊपर लाएं और उसे बाएँ अंगूठे से दबाए रखें। फिर सूई को दुबारा वहीं से नीचे डालें जहाँ से पहले ऊपर निकाली गई थी। सूई को कुछ आगे से बाहर निकालें। अब धागे को सूई की नोक के नीचे रखते हुए बाहर खींचें। हम इसका प्रयोग भरवा कढ़ाई के लिए भी किया करते हैं।
open chain stitch
धागे को ‘क’ स्थान से ऊपर लाएं। धागे को बाएँ अंगूठे से दबाकर रखें। अब सूई को ‘ख’ से नीचे डालकर ‘ग’ पर बाहर निकाल लीजिए। इस तरह बने फंदे को थोड़ा ढीला रखें। सूई को ‘घ’ से नीचे डालें और धागे को सूई की नोक के नीचे रखते हुए इस प्रकार ऊपर लाएं कि दूसरा टाँका लगाया जा सके। अंतिम फंदे के दोनों ओर दो छोटे टाँके लगाने चाहिए।
lady daisy stitch
यह टाँका चेन stitch के ही समान है। लेकिन इसमें हर फंदे को एक छोटे से टाँके से बन्द किया जाता है। यह टाँका फूल की पंखुड़ियाँ और पत्ती बनाने के लिए इस्तेमाल होता है।
Feather stitch
इसमें सबसे पहले धागे को ऊपर लाएँ। उसे बाएँ अंगूठे से नीचे दबाए रखें। थोड़ी दाहिनी ओर पहले टाँके की बराबर ऊँचाई पर से सूई नीचे डालें। अब सूई इस प्रकार बाहर लाएँ कि धागा सूई की नोक के नीचे ही रहे। अगली बार सूई को बाईं ओर टाँके की बराबर ऊँचाई पर से नीचे डाल दीजिए। अब फंदे के बीच में धागा सूई की नोक के नीचे रखते हुए टाँका लगा लें। इस तरह से बारी-बारी दाहिनी और बाईं ओर टाँके लगाइए।
फ्लाई stitch
इससे पहले एक ढीला-सा टाँका लीजिए। धागे को दाहिने अंगूठे से नीचे की ओर दबाए रखें। इस टाँके के बीच में थोड़ा नीचे एक छोटा-सा टाँका लगाएँ (जैसे प्रस्तुत चित्र में दर्शाया गया है) इन टाँकों को लम्बाई में या खड़ी पंक्तियों में काढ़ा जाता है।
स्पाइडर वेब फिलिंग stitch (मकड़ी जाला stitch)
सबसे पहले गोले में चित्र के अनुसार एक टाँका फ्लाई stitch का काढ़ें। उसके बाद दो सीधे टाँके लें। ऐसे गोला पाँच बराबर भागों में बँट जाएगा। ये पाँच टाँके जाले की नींव हैं। अब इन टाँकों के ऊपर और नीचे से धागा भरें। धागा तब तक भरें जब तक गोला पूरा न भर जाए।
rose stitch (फ्रेंच नॉट)
जिस जगह french knot बनाना है वहाँ से धागा ऊपर लाएं। धागे को बाएँ अंगूठे से दबाते हुए सूई पर दो बार लपेटें। धागे को कस कर दबाते हुए सूई को मोड़ कर उसी जगह लाएं जहाँ से पहले ऊपर लाए थे। अब सूई को उसी जगह के पास से नीचे घुसेड़ें। धागा खींच कर पीछे निकाल लीजिए। चित्र के अनुसार सूई को वहाँ निकालें जहाँ दूसरा टाँका लेना है। यदि rose stitch से फूल बनाना हो तो सूई पर धागा बहुत बार लपेटें। इससे फूल सुन्दर बनेगा।
स्क्रोल stitch
स्क्रोल stitch बाईं ओर से दाईं ओर काढ़ी जाती है। धागे को दाहिनी ओर से बाईं ओर इस प्रकार ले जाएँ कि एक फंदा-सा बन जाए। इस फंदे के बीच में चित्र के अनुसार एक छोटा-सा तिरछा टाँका लीजिए। यह टाँका लाइन से थोड़ा नीचे धागे को सूई की नोक से दबाते हुए लें। ये टाँके बराबर दूरी पर लगाएँ तभी सुन्दर लगेंगे।
फिश बोन stitch (मछली काँटा)
धागे का ‘क’ पर बाहर निकालें और एक छोटा-सा टाँका बीच की लाइन पर लीजिए। धागा ‘ख’ पर निकाल लें फिर बीच की लाइन पार करके पहले टाँके के नीचे सूई डालें। धागे को ‘ग’ पर निकालें। इसी प्रकार दूसरा टाँका पिछले टाँके के ऊपर चढ़ा कर लें। इसी प्रकार बारी-बारी दोनों ओर से टाँके लेकर पूरा आकार भर दें।
couching
इसमें लाइन के आरम्भ में एक धागा पिरोएँ। इस धागे को लाइन के साथ-साथ ही रखें। दूसरा धागा सूई में पिरोएँ। लाइन के साथ वाले धागे को सूई के धागे से कपड़े के साथ टाँकें। ध्यान रहे कि टाँके छोटे और बराबर दूरी पर लगने चाहिए।
seeding stitch
इस प्रकार के टाँके आकार को भरने के लिए प्रयोग किए जाते हैं। बराबर की लम्बाई के छोटे टाँके लगाए जाते हैं। ये टाँके बिखेर कर काढ़े जाते हैं।
काज stitch (button hole stitch) और blanket stitch
इस तरह की stitches एक ही ढंग से बनाए जाते हैं। काज stitch में टाँके पास-पास और किनारे पर कसते हुए लगाए जाते हैं। जब टाँके ढीले डाले जाते हैं तो उन्हें blanket stitch कहते हैं। readymade कम्बलों के किनारे इसी stitch से सजाए जाते हैं इसलिए इसे blanket stitch कहते हैं। काज stitch cut work बनाने के लिए प्रयोग की जाती है।
cross stitch
आप चित्र की मदद से पहले एक दिशा में फिर दूसरी दिशा में टाँके लगाएँ।
herring bone stitch (जाली टाँके)
पहले दो टाँके क्रास stitch के लें। अब सूई को ‘क’ से निकालें और ‘ख’ से अन्दर डालें। ‘ग’ से सूई ऊपर लाकर ‘घ’ पर अन्दर डालें। इस प्रकार विभिन्न तरह की कढ़ाई के लिए अनेकों प्रकार की विधि बताई गई है। सुन्दर कढ़ाई के लिए टाँकों एवं धागों तथा कपड़े का सही चुनाव बहुत जरूरी होता है।
नमूना छापने के लिए विभिन्न संयोजना
Penguin books catalog
13 December (Hindi), Roy, Arundhati
365 Dalai Lama (Hindi), Mehrotra, Rajiv (Ed.)
Amrita-Imroz (Hindi), Trilok, Uma
Areba Pareba (Hindi), Prakash, Uday
Black Friday: (Hindi), Zaidi, S. Hussain & Narayan, Kuldip
Book of Devi (Hindi), Sharma, Bulbul
Code Name God (Hindi), Bhaumick, Mani
Diabetic Cook Book (Hindi), Billimoria, Frenny & Wadhawan, Surinder
दोहरी ज़िंदगी, Detha, Vijaidan
एक भूत और दो स्वपनों की राह, Pandeya, S. D.
एक धर्मनिर्पेक्ष रूढ़िवादी की, Aiyar, Mani Shankar
घर-बेघर, Kumar, Kamal
Ghunda Dhur Ki Taalash Mein, Sundar, Nandini
Hamara Hissa, Prakash, Arun
Hum Hindustani - Hindi, Kakar Sudhir & Kakar Katharina
Hum Yun Ashana Na The, Sarna, Navtej
Imam Bukhari ka Napkin, Zauqui, M. A.
Is Taaj Ke Heerey Chubhte Hain, Trivedi, Ira
Jallad Ki Diary, Warrier, Shashi
Jannat Aur Anya Kahaniyan, Singh, Khushwant
Jill Aur Yadav, Lowe, Jill
Joote ka Jorhh Gobhi ka Torh, Garg, Mridula
Kahani Ek Parivar Ki, Das, Gurcharan
Karva Geeton Ka - Hindi, Neeraj, Gopal Das
Katha Oorja.com, Jain, Rajesh
Khali Lifafa : Shreshtha Kahaniya, Seth, Rajee
Kuch Atke, Kuch Bhatke, Garg, Mridula
Ladies Coupe (Hindi), Nair, Anita
Life of Pi (Hindi), Martel, Yann
Mango Sil (Hindi), Prakash, Uday
Maslaram, Chakradhar, Ashok
Nahin Rahaman Babu, Pal, Joginder
Nav Samrajya Ke Naye Kisse, Roy, Arundhati
Oona : Pahadon Ki Beti, Mansingh, Jasjit
Paisa, Parkhiji Tejguru Sarshree
Parvaaz, Bond, Ruskin
Patangwala Aur Annya Kahaniya, Bond, Ruskin
Pavitra Papi, Suri, Kulwant Singh & Singh, Nanak
Penguin Guide- Bharat ke Rajya,
Pita Ke Patra Putri Ke Naam, Vadra, Priyanka Gandhi
Pushp Parijat Ke, Neeraj, Gopal Das
Saaf Mathe ka Samaaj - Hindi, Mishra, Anupam
Saatvan Button, Vajpeyi, Udayan
Sadak Chaap, Pestonji, Meher
Samay, Sapna aur Tum, Mohta, Madhup
Sannate, Manasi, Pamela (Ed)
Sau Saal Swastha Kaise Rahin, Tiwari, Salila
Saundarya Ki Nadi Narmada, Vegad, Amrit Lal
Schizophrenia (Hindi), Chaudhury, Diwakar
Shakuntala, Gokhale, Namita
Sham Ka Saye, Halan, Mridula
Shiv Mahima, Gokhale, Namita
Shree Ganesh Katha, Grewal, Royina
Shree Vishnu Katha, Krishna, Nanditha
Shri Krishnavatar, Varma, Pawan K.
Sphatik : 2 (Hindi), Malviya, Laxmidhar
Sphatik Vol.1 (Hindi), Malviya, L
Spouse ( Hindi), De, Shobhaa
Superstar India (Hindi), De, Shobhaa
Sur ki Baradri,
Swapna Ghar - Hindi, Prakash, Arun
Tainti Bai, Chandrakanta
Theatre road ke Kauve, Kalia, Mamata
Urf Hitler (Hindi), Kant, Meera
Yadein Je Uthi, Dey, Manna
Yaspal ki 21 Kahaniyan, Yaspal
Yun Hi, Chakradhar, Ashok
Zarri Bano : Ishq Ki Dastan, Qaisra Shahraz
Zindagi Zinda Dili Ka Nam, Zaheer, Zakia & Zaheer, Rima
अंगारों पे नंगे पांव, Kaushik, Mahdhav
अंधेरी गुफाएं, Halan, Mridula
अंबेदकर, Omvedt, Gail
अगला यथार्थ, Joshi, Himanshu
अभिशप्त देव, Savi, Anjana
अयोध्या-दिसंबर 1992, Narshima Rao
अर्ध-कथानक, Chowdhury, Rohini
आकाश ही आकाश, Kannan, Lakshmi
आखिरी अध्याय (उर्दू), Zakir, Kashmiri Lal
आधी सदी का सफ़रनामा, Prakash, Swayam
आरोहन, Sanjeev
एक और पंचवटी, Ansal, Kusum
एक मयान दो तलवार, Suri, Kulwant Singh & Singh, Nanak
औरतें रोटी नहीं, Ranganathan, Jayanti
कुन्दन, Dutt, Sarad
गदर के 150 साल, ICCR
चतुर चतुर नाना, Chowhan, Manhar
चूड़ियांवाला और अन्य कहानियां, Kumar, Amrendra
चेतना, Bharat-Ram, Vinay
चेहरे, Mudgal, Chitra
चोर पुरान, Kumar, Vimal
दालचीनी के जंगल, Kamleshwar
दासतां हज़ार दिन, Sehgal, Charanjit Sigh
दीदी, Pande, Ira
देवी देवताओं की कहानी,
दौरान-ए-तफ़तीश, Pandey, S. D.
धूप के रंग, Arya, Viky
नए दौर की उर्दू कहानियां, Dr. Sadique
नरक यात्रा का सुख, Sharma, Jaswinder
नौशादः ज़र्रा जो आफ़ताब बना, Imam, Chaudhary Zia
बाज़ार ने पहनाया बार्बी को बुर्का, Sharma, Kshama
बिगड़े बच्चे सबसे अच्छे, Yogi, Bedbati Rabindra & Ved, P G
भारत का भविष्य, Jalan, Bimal
भारत की राजनीति, Jalan, Bimal
भारत की लोक कथाएं,
भारतीय अर्थ-व्यवस्था पर एक नज़र, Chidambaram, P
भीम अकेला, Nautiyal, Vidyasagar
महानगर: Bombay की तलाश, Mehta, Suketu
मुसलमां कैसे कैसे, Mamdani, Mahmood
मुसाफ़िरख़ाना, Vivek, Gyanprakash
मेघदूत, Ram, Vinay Bharat
मेरे नालों की गुमशुदा आवाज़, Aleem, Mohammed
365 Dalai Lama (Hindi), Mehrotra, Rajiv (Ed.)
Amrita-Imroz (Hindi), Trilok, Uma
Areba Pareba (Hindi), Prakash, Uday
Black Friday: (Hindi), Zaidi, S. Hussain & Narayan, Kuldip
Book of Devi (Hindi), Sharma, Bulbul
Code Name God (Hindi), Bhaumick, Mani
Diabetic Cook Book (Hindi), Billimoria, Frenny & Wadhawan, Surinder
दोहरी ज़िंदगी, Detha, Vijaidan
एक भूत और दो स्वपनों की राह, Pandeya, S. D.
एक धर्मनिर्पेक्ष रूढ़िवादी की, Aiyar, Mani Shankar
घर-बेघर, Kumar, Kamal
Ghunda Dhur Ki Taalash Mein, Sundar, Nandini
Hamara Hissa, Prakash, Arun
Hum Hindustani - Hindi, Kakar Sudhir & Kakar Katharina
Hum Yun Ashana Na The, Sarna, Navtej
Imam Bukhari ka Napkin, Zauqui, M. A.
Is Taaj Ke Heerey Chubhte Hain, Trivedi, Ira
Jallad Ki Diary, Warrier, Shashi
Jannat Aur Anya Kahaniyan, Singh, Khushwant
Jill Aur Yadav, Lowe, Jill
Joote ka Jorhh Gobhi ka Torh, Garg, Mridula
Kahani Ek Parivar Ki, Das, Gurcharan
Karva Geeton Ka - Hindi, Neeraj, Gopal Das
Katha Oorja.com, Jain, Rajesh
Khali Lifafa : Shreshtha Kahaniya, Seth, Rajee
Kuch Atke, Kuch Bhatke, Garg, Mridula
Ladies Coupe (Hindi), Nair, Anita
Life of Pi (Hindi), Martel, Yann
Mango Sil (Hindi), Prakash, Uday
Maslaram, Chakradhar, Ashok
Nahin Rahaman Babu, Pal, Joginder
Nav Samrajya Ke Naye Kisse, Roy, Arundhati
Oona : Pahadon Ki Beti, Mansingh, Jasjit
Paisa, Parkhiji Tejguru Sarshree
Parvaaz, Bond, Ruskin
Patangwala Aur Annya Kahaniya, Bond, Ruskin
Pavitra Papi, Suri, Kulwant Singh & Singh, Nanak
Penguin Guide- Bharat ke Rajya,
Pita Ke Patra Putri Ke Naam, Vadra, Priyanka Gandhi
Pushp Parijat Ke, Neeraj, Gopal Das
Saaf Mathe ka Samaaj - Hindi, Mishra, Anupam
Saatvan Button, Vajpeyi, Udayan
Sadak Chaap, Pestonji, Meher
Samay, Sapna aur Tum, Mohta, Madhup
Sannate, Manasi, Pamela (Ed)
Sau Saal Swastha Kaise Rahin, Tiwari, Salila
Saundarya Ki Nadi Narmada, Vegad, Amrit Lal
Schizophrenia (Hindi), Chaudhury, Diwakar
Shakuntala, Gokhale, Namita
Sham Ka Saye, Halan, Mridula
Shiv Mahima, Gokhale, Namita
Shree Ganesh Katha, Grewal, Royina
Shree Vishnu Katha, Krishna, Nanditha
Shri Krishnavatar, Varma, Pawan K.
Sphatik : 2 (Hindi), Malviya, Laxmidhar
Sphatik Vol.1 (Hindi), Malviya, L
Spouse ( Hindi), De, Shobhaa
Superstar India (Hindi), De, Shobhaa
Sur ki Baradri,
Swapna Ghar - Hindi, Prakash, Arun
Tainti Bai, Chandrakanta
Theatre road ke Kauve, Kalia, Mamata
Urf Hitler (Hindi), Kant, Meera
Yadein Je Uthi, Dey, Manna
Yaspal ki 21 Kahaniyan, Yaspal
Yun Hi, Chakradhar, Ashok
Zarri Bano : Ishq Ki Dastan, Qaisra Shahraz
Zindagi Zinda Dili Ka Nam, Zaheer, Zakia & Zaheer, Rima
अंगारों पे नंगे पांव, Kaushik, Mahdhav
अंधेरी गुफाएं, Halan, Mridula
अंबेदकर, Omvedt, Gail
अगला यथार्थ, Joshi, Himanshu
अभिशप्त देव, Savi, Anjana
अयोध्या-दिसंबर 1992, Narshima Rao
अर्ध-कथानक, Chowdhury, Rohini
आकाश ही आकाश, Kannan, Lakshmi
आखिरी अध्याय (उर्दू), Zakir, Kashmiri Lal
आधी सदी का सफ़रनामा, Prakash, Swayam
आरोहन, Sanjeev
एक और पंचवटी, Ansal, Kusum
एक मयान दो तलवार, Suri, Kulwant Singh & Singh, Nanak
औरतें रोटी नहीं, Ranganathan, Jayanti
कुन्दन, Dutt, Sarad
गदर के 150 साल, ICCR
चतुर चतुर नाना, Chowhan, Manhar
चूड़ियांवाला और अन्य कहानियां, Kumar, Amrendra
चेतना, Bharat-Ram, Vinay
चेहरे, Mudgal, Chitra
चोर पुरान, Kumar, Vimal
दालचीनी के जंगल, Kamleshwar
दासतां हज़ार दिन, Sehgal, Charanjit Sigh
दीदी, Pande, Ira
देवी देवताओं की कहानी,
दौरान-ए-तफ़तीश, Pandey, S. D.
धूप के रंग, Arya, Viky
नए दौर की उर्दू कहानियां, Dr. Sadique
नरक यात्रा का सुख, Sharma, Jaswinder
नौशादः ज़र्रा जो आफ़ताब बना, Imam, Chaudhary Zia
बाज़ार ने पहनाया बार्बी को बुर्का, Sharma, Kshama
बिगड़े बच्चे सबसे अच्छे, Yogi, Bedbati Rabindra & Ved, P G
भारत का भविष्य, Jalan, Bimal
भारत की राजनीति, Jalan, Bimal
भारत की लोक कथाएं,
भारतीय अर्थ-व्यवस्था पर एक नज़र, Chidambaram, P
भीम अकेला, Nautiyal, Vidyasagar
महानगर: Bombay की तलाश, Mehta, Suketu
मुसलमां कैसे कैसे, Mamdani, Mahmood
मुसाफ़िरख़ाना, Vivek, Gyanprakash
मेघदूत, Ram, Vinay Bharat
मेरे नालों की गुमशुदा आवाज़, Aleem, Mohammed
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