Mannheim निवासी computer engineer आतिश पतंगे और उनकी पत्नी प्रियंका कल्याणकर मिल कर बच्चों के लिए robotics और 3D printing courses आयोजित करते हैं। इसमें वे बच्चों को रोचक robot बनाना सिखाते हैं और अन्तरराष्ट्रीय robotic प्रतियोगिताओं में भाग लेने को भी प्रेरित करते हैं. 2010 में robotics में masters करने के लिए Germany आए आतिश पतंगे ने masters के दौरान और बाद में Fraunhofer Institute में कई शोध कार्यों पर काम किया. फिर एक मित्र के साथ अपनी company खोल कर खाद्य उत्पाद बनाने वाली companies के लिए गुणवत्ता नियन्त्रण के लिए यन्त्र बनाने लगे. 2020 में अपनी पत्नी के साथ मिल कर उन्होंने Honeydew Robotics नामक company खोली. इस में उन्होंने 8 से 15 उम्र तक के बच्चों के लिए bionics, robotics, 3D printing और neural censor पर प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए. ये सभी सत्र चार चार महीने के होते थे. सप्ताह में दो बार मिल कर बच्चों को Arduino और Microbit आधारित छोटे छोटे program बना कर stepper motors और servo motors चलाना सिखाते थे. इन सत्रों में उन्होंने हाथी की सूण्ड की तरह हिलने वाला robot, मछली की तरह तैरने वाला robot और भी कई अनोखे यन्त्र बनाए. तरह तरह के sensors का इस्तेमाल कर के दूरी, रंग, तापमान आदि का अन्दाज़ा लगाना सिखाया. 3D printing, जिसे Additive Manufacturing भी कहा जाता है, में उन्होंने बच्चों छोटी छोटी चीज़ें, जैसे उंगली की छांप, Spiderman का logo बनाना सिखाया. वर्ष 2021 में उन्होंने अपने विद्यार्थियों की छह teams बना कर आधिकारिक तौर पर विश्व robot Olympiad में भाग लिया. इस में से दो teams semi final में पहुंच चुकी हैं जो 17 से 19 सितंबर 2022 तक Chemnitz में आयोजित होंगे.
https://honeydew-robotics.de/
अर्पित जैन