शुक्रवार, 27 दिसंबर 2019

हिन्दी और अंग्रेजी के बीच कशमकश

मैं हिन्दी भाषा और अंग्रेजी के बीच कशमकश पर बने वीडियो या फिल्में बड़ी उम्मीद से देखता हूं पर हमेशा निराशा हाथ लगती है क्योंकि उन सब में अंत में जीत हमेशा अंग्रेज़ी की होती है पर बखान हिन्दी का किया जाता है. चाहे वो श्रीदेवी की English Vinglish हो, इरफ़ान ख़ान की Hindi Medium हो, या फिर हाल ही में समाप्त हुए India, West Indies के बीच test cricket के बाद जडेजा और भोगले के साक्षातकार पर बने इस वीडियो पर हो. जीत अंग्रेज़ी की होती है। यहां भी बताया गया है कि जडेजा पहले अंग्रेजी अच्छी नहीं बोलते थे. इसलिए उनसे प्रश्न हिन्दी में पूछा गया. पर इस बीच उन्होंने अंग्रेज़ी पर मेहनत की और जवाब अंग्रेजी में जवाब देने चाहे. पर ये वीडियो वाले भाई साहब दर्शकों का मज़ाक उड़ा रहे हैं. English Vinglish के अंत में भी श्रीदेवी धाराप्रवाह अंग्रेजी बोलती दिखाई गई है। भारतीय लोग अपनी भाषाओं का कितना भी समर्थन कर लें, अंग्रेज़ी की गिरफ्त से बाहर नहीं आ सकते. अगर आप अंतर राष्ट्रीय celebrity हैं तो आपके पास तमाम भाषाओं के मीडिया कर्मी आपसे आपकी भाषा में प्रश्न पूछने और उत्तर सुनने का जुगाड़ कर के आएंगे। आपको उन सबकी भाषा, चाहे वो अंग्रेज़ी हो, जर्मन हो, रूसी हो, चाइनीज हो, सीखने की ज़रूरत नहीं है। अगर आप ज़बरदस्ती अंग्रेजी का ज्ञान दिखाने पर तुले हैं तो आप ख़ुद अपनी भाषा की भद्द पिटवा रहे हैं।