शनिवार, 4 नवंबर 2023

The Hitler Diaries - German पत्रकारिता का सब से बड़ा घोटाला

The Hitler Diaries (German: Hitler-Tagebücher) को German पत्रकारिता का सब से बड़ा घोटाला माना जाता है. इस में Germany की जानी-मानी पत्रिका Stern ने 1983 में Gerd Heidemann (*1931) नामक एक पत्रकार से 93 लाख DM (उस समय की मुद्रा) दे कर Hitler के हाथ से लिखीं 62 diaries ख़रीदीं, इस उम्मीद में कि वे इन्हें आगे अन्तर-राष्ट्रीय प्रकाशकों को बेच कर बहुत सारा धन कमा सकेंगे. लेकिन अन्य प्रकाशनों और इतिहासकारों द्वारा की गई गम्भीर Forensic studies से यह साफ़ हो गया कि ये diaries नक़ली थीं. Hitler को लिखने का शौक़ नहीं था. यहां तक कि उसने अपना आत्मकथात्मक घोषणा-पत्र 'Mein Kampf' (मेरा संघर्ष) भी Landsberg की jail में अपने साथी कैदियों से लिखवाया था. Heidemann ने ये diaries 25 लाख DM में Konrad Paul Kujau (1938 - 2000) नामक एक पेशेवर जालसाज से ख़रीद कर मोटा मुनाफ़ा कमाया था. Kujau का पूर्वी Germany से प्रथम विश्व युद्ध और नाजियों के जमाने के अनेक सस्ते समृति-चिन्हों को पश्चिम Germany में तस्करी कर के झूठ-मूठ की कहानियां बना कर संग्रहकों को बेचने का, और Hitler के जाली नोट, कविताएं और चित्र आदि बना कर बेचने का पुराना इतिहास था. उसने प्रथम विश्व युद्ध का एक सस्ता helmet यह कह कर बहुत मंहगा बेच दिया था कि यह helmet October 1914 में Ypres (Belgium) के युद्ध के दौरान खुद Hitler ने पहना हुआ था. यहां तक कि उसने 30 सितंबर 1938 को Germany, France, England और Italy के बीच हुए 'Munich समझौते' की नक़ल बना कर भी बेच दी थी. लेकिन वह वर्तनी और व्याकरण में बहुत गलतियां करता था. खास कर अंग्रेज़ी अनुवादों में. उसने Hitler के नाम से कई चित्र बना कर भी बेचे. ये चित्र इतने बचकाना होते कि उसने खुद एक बार कहा था कि कोई चौदह साल का चित्रकार भी इन नक़ली चित्रों को पहचान सकता था. सफ़ल कारोबार में काफ़ी हिम्मत बढ़ने के बाद 1975-78 के बीच उसने पहली बार एक Hitler की लिखी हुई जाली diary तैयार की. इस के लिए उसने एक महीने तक पुरानी German Gothic लिपि में लिखने का अभ्यास किया. फिर एक सस्ती notebook ख़रीद कर उस के पन्नों को पुराना दिखाने के लिए चाय में भिगो कर, Pelikan की काली और नीली स्याही को मिला कर लिखने के बाद, Letraset company के सुनहरी रंग के अक्षरों से cover को सजा कर एक diary तैयार की और अपने एक नियमित ग्राहक Fritz Stiefel को दिखाई. Stiefel ने इसे ख़रीदना चाहा. पर उसने बेची नहीं, केवल उधार दी. Stiefel के द्वारा 'Stern' के पत्रकार Heidemann की नज़र इस diary पर पड़ी तो उसने अपने नियोक्ताओं से इसे ख़रीदने के लिए पैसे मांगे. Kujau ने अगले तीन सालों में Heidemann के लिए 61 अन्य ऐसी diaries तैयार कीं. रहस्य खुलने पर Kujau और Heidemann, दोनों को साढे चार साल की सजा हुई और कई प्रकाशनों के सम्पादकों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा. Kujau की पत्नी Edith Lieblang को उस की मदद करने के लिए एक साल की सजा हुई. दरअसल 20 April 1945 को, जब Soviet सेना ने Berlin पर लगभग कब्जा कर लिया था और मित्र राष्ट्र पहले ही कई German शहरों पर कब्जा कर चुके थे, Operation Seraglio के तहत Hitler के प्रमुख और पसन्दीदा officers को दस उड़ानों द्वारा Berlin bunker से दक्षिण Germany के Berchtesgaden शहर के पास एक bunker में सुरक्षित पहुंचाया जाना था. लेकिन अन्तिम जहाज़ Czechoslovakia सीमा के पास दुर्घटना ग्रस्त हो गया जिस में Hitler के गुप्त कागज़ातों की बक्से भी थे. स्थानीय लोगों ने police और SS के लोगों के पहुंचने से पहले ही इस दुर्घटना के मलबे की महत्वपूर्ण चीज़ों पर कब्जा कर लिया था. Hitler ने इन कागज़ातों के खोने का गम भी जताया था. इन कागज़ातों को ले कर लोगों में उत्सुकता बनी रही जिस ने इस घोटाले को सनसनी बनने में मदद की.