कला, राजनीतिक सक्रियता और मानसिक स्वास्थ्य को आपस में जोड़ता हुआ, कार्य-शालाओं, panel चर्चा, live संगीत और सांझे भोजन के साथ एक शुल्क रहित आयोजन.
रविवार, 12.11.2023
15:00 – 21:00
Fat Cat
Kellerstraße 8a
81667 München
कार्य-शालाएं (15:00 - 17:30):
शुक्रिया सूफी
Caritas & Refugio München
सदमा और अभिघात-जन्य तनाव विकार (PTSD) से निपटने के दौरान क्या महत्वपूर्ण है. एक मनो-वैज्ञानिक के साथ बैठक कैसी दिखती है? अफगान मनो-वैज्ञानिक और आघात विशेषज्ञ 'शुक्रिया सूफी' के साथ कार्य-शाला इस विषय से सम्बन्धित है. उन्होंने काबुल विश्व-विद्यालय में मनो-विज्ञान का अध्ययन किया. उन्होंने 100 से अधिक doctors, nurses, police अधिकारियों, धार्मिक नेताओं और विभिन्न INGO और ग़ैर सरकारी संगठनों के कर्मचारियों को आघात संवेदनशीलता में प्रशिक्षित किया है.
Agnes Fuchsloch
Bellevue di Monaco
यह कार्य-शाला कानूनी स्तर पर प्रदर्शनों और कार्यक्रमों के आयोजन से सम्बन्धित हर चीज़ के बारे में है. हमारे पास क्या अधिकार हैं? हम संरचनात्मक शक्ति, उत्पीड़न के तन्त्र और विविध भेदभाव को कैसे पहचानें? हमारे पास क्या रणनीतियां हैं?
Fátima de Souza
कला स्वयं के द्वन्द्वों से निपटने और खुद को व्यक्त करने का एक अद्भुत माध्यम है. Brazil में जन्मी और acrylic और कला शैली अमूर्त कला के साथ Germany आईं 68 वर्षीय Fátima de Souza एक व्यावहारिक कार्य-शाला के साथ समझाएंगी.
Kevin Ostoyich
Gastprofessor
Institut für Bayerische Geschichte
LMU
München
स्मृति (विशेष कर holocaust) और रंगमंच के बीच सम्बन्ध में माहिर प्रसिद्ध वैज्ञानिक और theatre व्यवसायी Ostoyich ऐतिहासिक स्रोतों और यादों को एक मनोरम और मार्मिक नाटकीय अनुभव में बदलने की कला सिखाएंगे.
panel चर्चा (शाम 6:30 - 8:00 बजे)
Lise-Christine Kobla Mendama ने 2020 में Germany में सब से बड़े 'Black Lives Matter' demo का सह-आयोजन किया. वहां उन्होंने उपस्थित 25,000 प्रदर्शनकारियों के सामने भाषण दिया. जिस ने उनकी ज़िन्दगी बदल दी. media प्रचार के बाद वे एक freelancer के रूप में "QUEEN Lizzy" नाम से प्रमुख मंचों पर दिखाई दीं. इस वर्ष उन्होंने असन्तोष को एक प्रेरक शक्ति के रूप में उपयोग करने के विषय पर एक TEDx वार्ता दी. 2022 में उन्हें Bayrischen Rundfunk के द्वारा 'Münchnerin des Jahre' चुना गया.
Yumn Ammar एक media निर्माता, podcaster और migration पृष्ठ-भूमि वाली प्रस्तुतकर्ता हैं. वह विशेष रूप से नस्लवाद-विरोधी और समावेशन के क्षेत्रों के लिए प्रतिबद्ध हैं.
Sophie Eisenried 'global dis:connect' नामक LMU के एक अनुसंधान केन्द्र का हिस्सा हैं. एक कला इतिहासकार के रूप में उनका ध्यान कला सिद्धांत, कलात्मक प्रथाओं, संस्थागत आलोचना और विशेष रूप से सामाजिक और राजनीतिक आन्दोलनों और कला के सम्बन्ध और वियोग पर है.