शनिवार, 11 नवंबर 2023

online प्रदर्शनी: 100 साल पहले की फिल्में

Schwandorf city अभिलेखागार उन फिल्मों को इच्छुक जनता के सामने लाना चाहता है जो 100 साल पहले Schwandorf में दिखाई जाती थीं. इस परियोजना का विचार 2022 की गर्मियों में पूर्व Metropol cinema में "cinema इतिहास" विषय पर चली बेहद सफ़ल प्रदर्शनी के दौरान ही आया था. चूंकि हमारे पास अभी भी उस समय के दैनिक समाचार पत्र हैं, इस लिए उस समय की फिल्मों के विज्ञापनों को शीर्षक एवं अतिरिक्त जानकारी के साथ city archives website पर प्रकाशित किया जाएगा. तो एक नज़र डालें और पता लगाएं कि 100 साल पहले Schwandorf के लोग किन "classics" पर हंसते थे, सोचते थे या इस अपेक्षाकृत नए मनोरञ्जन विकल्प का आनन्द लेते थे.

क्या आपने कभी सोचा है कि आपके माता-पिता, दादा-दादी या परदादा-परदादा मनोरञ्जन के लिए कौन सी फिल्में देखा करते थे? उस समय कोई आरामदायक अस्बाब वाली कुर्सियां या Dolby surround sound नहीं थे. यहां तक कि रंगीन या ध्वनि वाली फिल्में भी ज़रूरी नहीं थीं. लेकिन Schwandorf के कई cinema-घरों में तब भी अच्छी दर्शक संख्या होती थी. फिल्में हमेशा कुछ दिनों तक चलती थीं, आम-तौर पर शाम को या सप्ताहांत पर. उस समय फिल्में दिल बहलाने का, रोजमर्रा की ज़िन्दगी से बदलाव, बात-चीत का विषय, चलचित्र में अपने सपनों को जीने का एक ज़रिया थीं. कुछ फिल्मों पर आज हम हंस सकते हैं, जैसे comedy "Der Weiberfresser" (A woman eater), लेकिन उस समय वे बहुत लोकप्रिय थीं. शायद उस समय लोग बेहद कठिन रोजमर्रा की ज़िन्दगी से बदलाव की तलाश में थे. विशेष रूप से वर्ष 1923 (अक्सर संकट के वर्ष के रूप में जाना जाता है) ने Germany और Schwandorf शहर के लोगों के लिए बड़ी चुनौतियां प्रस्तुत कीं. France ने Ruhr क्षेत्र को घेर लिया, जिस से इस क्षेत्र में उत्पादन लगभग पूरी तरह ठप्प हो गया. अत्यधिक मुद्रास्फीति ने छोटे कर्मचारियों को सब से अधिक प्रभावित किया. हर चीज़ अधिक महंगी हो गई. बचत का कोई फ़ायदा नहीं था. सरकार ने अक्सर हड़ताल करने वाले कर्मचारियों के वेतन का भुगतान करने के लिए बहुत सारे नोट छापे. नवंबर 1923 में Adolf Hitler और general Ludendorff ने सरकार को अपदस्थ घोषित कर दिया. पर तख्तापलट का प्रयास विफल हो गया और Hitler jail चला गया.

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