बुधवार, 3 अगस्त 2022

जीवन है हिम्मत का नाम

विदेश में बुढापा बहुत कठिन हो सकता है, खास कर जब परिवार टूट जाए और ऊपर से तरह तरह की बीमारियां परेशान करने लगें. तब व्यक्ति ना घर का रहता है और ना घाट का. ना वह भारत वापस जा सकता है और ना ही विदेश में अकेले पड़ना चाहता है. Germany में अभिनय की दुनिया में अच्छा खासा नाम कमा चुके Göttingen निवासी 48 वर्षीय प्रशांत जैसवाल की कहानी भी ऐसे ही बहुत से भारतीयों की तरह है. 2002 में 28 वर्ष की आयु में Germany आए प्रशांत अब तक करीब एक सौ German films, TV धारावाहिकों और विज्ञापनों में काम कर चुके हैं. उनका अभिनय सहज है, संवाद रटने और बोलने की कला बेमिसाल, और उनका आचरण बेहद दोस्ताना और हंसमुख. जीवन में उन्होंने बहुत सफ़लता देखी है, पर फिर भी जीवन के थपेडे उन्हें लगातार नीचे गिराने की ताक में रहते हैं. German पत्नी से तलाक के बाद वे अपनी तेरह वर्षीय प्यारी बेटी Jolina Jaiswal को बहुत कम देख पाते हैं. Jolina ने 2019 में उनके शहर Göttingen में Mini-Miss Gänseliesel प्रतियोगिता में दूसरा स्थान पाया था. Gänseliesel शहर के townhall के सामने चौक में एक सजावटी फव्वारा पर बने एक लड़की के बुत का नाम है. कहते हैं कि प्रतिबन्ध के बावजूद यह विश्व की सब से अधिक चूमे जाने वाली बाला है. उस के बाद वे sleep apnea का सामना भी कर रहे हैं, जिस में सोते हुए श्वास लेने का रास्ता बन्द हो जाता है. इस वजह से वे ना के बराबर सो पाते हैं. अब Vitiligo नामक विचित्र त्वचा की बीमारी ने उन्हें पकड़ लिया है जिस में त्वचा से pigments गायब होने लगते हैं और त्वचा में सफ़ेद दाग दिखने लगते हैं. इन सब समस्याओं ने उनके अभिनय के career को बहुत ठेस पहुंचाई है. फिर भी वे दोबारा परिवार बसाने की कोशिश कर रहे हैं, Vitiligo के लिए Homeopathic दवाएं ले रहे हैं, खुद को हमेशा ख़ुश रखने की कोशिश करते हैं और हमेशा दोस्तों में रहते हैं और उनकी मदद करने को हमेशा तत्पर रहते हैं. जब भी वे उदास होते हैं तो अपने कुछ लंगोटिया यारों (India Haus के मालिक ‘गगन पन्नू’, Delhi Palace के मालिक ‘स्वामी’, Nautibar के मालिक Wlodzimierz Daroszewski, Villa Cuba के मालिक Ben Franklin और Boris Fernberg से मिलते हैं. कपिल शर्मा के show से उन्हें बहुत ख़ुशी मिलती है और अमिताभ बच्चन के प्रेरक संवाद 'हिम्मत-ए-मर्दां, मदद-ए-खुदा' से उन्हें हिम्मत मिलती है।