रविवार, 17 जुलाई 2022

म्युनिक में सबसे अधिक सक्रिय कन्नड़ा लोग

आज की तेज़ी से बढ़ती वैश्वीकृत दुनिया में अधिक से अधिक लोग विदेशों में रहना पसन्द कर रहे हैं. यह सुनने में जितना रोमांचक लगता है उतना ही अकेलेपन का आभास भी देता है. इस लिए हम समान विचारधारा वाले लोगों को ढूंढते हैं. Munich एक ऐसा समुदाय "Munich Kannadigaru" है जो अपनी समावेशिता, खुले दिमाग और उदारता के लिए जाना जाता है. मई 2022 में Food Fest में 2500 से अधिक लोगों को खाना खिलाने से ले कर जून में "Munich Welcomes Modi" कार्यक्रम में स्वेच्छा से इसे सफ़ल बनाने के लिए उन्होंने अथक काम किया है.

भयानक Covid समय के बाद जब हर कोई अन्य लोगों से मिलने के लिए तरस रहा था, Munich Kannadigaru ने एक "Food Fest" का आयोजन किया, जिस में लोगों को तरह तरह की भारतीय मिठाइयां, नमकीन और शीत पेय का आनन्द लेने से ले कर सैंकड़ों अन्य भारतीयों से मिलने का मौका मिला. महीनों की सावधानी-पूर्वक योजना के बाद यह आयोजन 30 से अधिक खाद्य stalls के साथ एक बड़ी सफ़लता था. साथ ही इसने अनेक भारतीयों को छोटे पैमाने के खाद्य व्यवसाय स्थापित करने में मदद की. Swagat रेस्त्रां ने वित्तीय मदद कर के इस आयोजन को सफ़ल बनाने में मदद की.

इस सफ़लता के बाद Munich Kannadigaru समाज अगली चुनौती के लिए तैयार था जिस में उसने 26 जून को Munich के Audi Dome में भारतीय प्रधान मन्त्री नरेन्द्र मोदी जी के स्वागत कार्यक्रम में “Deli Tadka” रेस्त्रां की मदद से पांच हज़ार आंगतुकों को भोजन उपलब्ध करवाने का बीड़ा उठाया. संक्षेप में कहें तो Munich Kannadigaru सभी को घर से दूर घर जैसा अहसास दिलाता है. आयोजनों के अलावा अन्य हर तरह की मदद के लिए वे तैयार रहते हैं. गंगोत्री संग्राम अशोक, Munich