गुरुवार, 9 जुलाई 2020

आखिर खुल गया दक्षिण भारतीय रेस्त्रां


At last, the long awaited south Indian restaurant has opened in Munich to serve Masala Dosa, Idli, Uttapam and many more south Indian dishes. There has been a dearth of south Indian food in Germany. North Indian food has traditionally been representing the Indian food. Time to break monotony and add up spice. Good news especially for south Indians but also for other people.

भारतीय खाने के नाम पर विदेशों में मुगलाई खाना ही प्रसिद्ध है। शाही पनीर, चिकन बादामी आदि तो सभी को पता है। पर दक्षिण भारत की विलक्षण रसोई को बहुत कम लोग जानते हैं। म्युनिक में मसाला डोसा, इडली, उत्तपम आदि की कमी भारतीयों को भी बहुत देर से खल रही थी जो अब पूरी हो गई है। Prinzregentenplatz के पास ही 1 जनवरी से म्युनिक का पहला दक्षिण भारतीय रेस्त्रां खुला है जिसका नाम है 'केरला'। यहां व्यंजनों से लेकर साज सज्जा, वातावरण पूर्ण रूप से दक्षिण भारत का प्रतिनिधित्व करता है। चेन्नई से गणेष और कृष्ण की खास तौर से लायी गई मूर्तियां और चित्र, केले और नारियल के पेड़, मेज़ों पर पीतल की कटोरी में पानी में तैरता गुलाब, प्रवेशद्वार पर बड़े से पीतल के बर्तन में पानी में तैरती गुलाब की पंखुड़ियां, दक्षिण भारत से पांच सितारा होटलों में अनुभव वाले खास तौर पर आमन्त्रित किये गये रसोइयों द्वारा तैयार किये गये सांबर डोसा, इडली रसम, उत्तपम और अन्य ढेर सारे व्यंजनों को खाकर आप अंगुलियां चाटते रह जायेंगे। रेस्त्रां की ओर से इकबाल कहते हैं कि इस रेस्त्रां में आपको उत्तर भारत की तनिक भी झलक नहीं मिलेगी। यहां पहुंचना भी बहुत आसान है, U4 Prinzregentenplatz, Bus 100 / Tram 18 Friedensengel यहां से चन्द मिनटों की पैदल दूरी पर हैं। रेस्त्रां इतना बड़ा है कि आप अन्दर डेढ सौ लोगों तक की पार्टी भी आयोजित कर सकते हैं। गर्मियों में बाहर अलग से करीब सौ लोगों के बैठने की जगह है। एक बार आज़माईये।

http://www.kerala-restaurant.de/