रविवार, 14 नवंबर 2010

भारत संघ का दीपावली कार्यक्रम 2010

14 नवम्बर को फ्रैंकफर्ट में Bharat Verein ने Titus Forum में दीपावली के उपलक्ष्य में भव्य कार्यक्रम आयोजित करवाया जिसमें करीब नब्बे बड़े और छोटे कलाकरों ने अनेक तरह के नृत्य, नाटक और संगीत सहित 16 कार्यक्रम पेश किए। एक इण्डिनेशियन बच्चों के समूह ने रामायण की झांकियां प्रस्तुत कीं, कई कलाकारों ने भरतनाट्यम, कथक, Bollywood dance, गरबा, डाण्डिया और पॉप डांस आदि पेश किए। इसके अलावा तम्बोला खेला गया जिसमें कई सारे ईनाम दिए गए, जैसे भारत जाने और आने की टिकट, एक साल के लिए Zee TV की सदस्यता (करीब 210 यूरो), गहने, खरीदारी में छूट, एक भारतीय रेस्त्रां में दो लोगों के लिए मुफ्त भोजन, खेल कूद के कपड़े, सीडी आदि। मंच संचालन श्रीमती अनामिका सक्सेना ने किया। सबसे पहले महिलाओं ने आरती की, फिर भारत संघ के के अध्यक्ष श्री अनिल कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया और उन्हें दीपावली उत्सव के बारे में बताया। फिर भारतीय कोंसलावास से कोंसल श्री विजय नरेश मेहता ने दीपावली के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि दीपावली भारत का सबसे बड़ा पर्व है। न केवल हिन्दुओं में, बल्कि जैन और सिख धर्म में भी इस दिन का बहुत महत्व है। इस दिन 529 BC में महावीर को निर्वान प्राप्ती हुई, इसी दिन गुरू हरगोबिन्द 1612 में 52 राजाओं को छुड़ाकर लेकर आए, जिस कारण इसे बन्दी छोड़ो दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। उसके बाद कार्यक्रम शुरू हुआ। कार्यक्रम का प्रवेश निशुल्क था। श्री अनिल कुमार का कहना है कि गैर भारतीय अतिथियों को मद्दे नज़र रखते हुए मंच संचालन अंग्रेज़ी में किया गया पर कार्यक्रम बहुत सफ़ल रहा। अब कार्यक्रमों की गुणवत्ता बहुत सुधर रही है, अच्छे कार्यक्रम होने लगे हैं।