गुरुवार, 14 अक्तूबर 2010

दुर्गा पूजा



जर्मनी के कई शहरों में बंगाली और बंगलादेशी समुदायों ने दुर्गा पूजा धूमधाम से मनाई। म्युनिक, बर्लिन, हैम्बर्ग, फ्रैंकफर्ट शहरों में काफी उत्साह के साथ पांच दिन की पूजा आयोजित की गई और भारतीय लोगों ने सजधज कर उत्साह के साथ पूजा में भाग लिया। फ्रैंकफर्ट के बंगाली समाज से मीरा चक्रबर्ती कहती हैं कि हमारे बच्चों को हमारी मूल संस्कृति से जोड़ने के लिए हमारे मूल त्यौहारों का मनाया जाना आवश्यक है। पर केवल दो तीन त्यौहार और थोड़ी बहुत पूजा इसके लिए काफी नहीं। इसके लिए भाषा की ओर ध्यान देना भी आवश्यक है क्योंकि भाषा और संस्कृति का बहुत गहरा नाता होता है। पर हमारे बच्चे अपने स्कूल के काम काज और अन्य गतिविधियों में इतने व्यस्त रहते हैं कि इन चीज़ों की ओर ध्यान नहीं दे पाते। यही दिक्कत आज कल राजनीति में बहुचर्चित Integration के साथ भी है। Integration एकतरफा नहीं हो सकती। जर्मनों को भी हमारी संस्कृति के बारे में जानना चाहिए।