सोमवार, 30 अगस्त 2010

कविताओं और चित्रों में भारत

जर्मन लेखक, गायक और फोटोग्राफर 'राएनर थीलमान' ने अपनी भारत यात्राओं के महत्वपूर्ण अंशों को एक पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया है। इस पुस्तक में उन्होंने चित्रों और जर्मन भाषा में कविताओं के द्वारा भारत की विषमताओं को उजागर करने की कोशिश की है। इस पुस्तक का शीर्षक है 'Indien von innen', यानि भारत, अन्दर से। वे इस पुस्तक को लेकर जर्मनी के विभिन्न शहरों में अपनी कविताएं पढ़कर भी सुना रहे हैं और साथ अपने द्वारा लिए गए चित्रों के साथ व्याख्यान भी दे रहे हैं। भारत के बारे में उनका कहना है 'पश्चिमी दुनिया के लोग भारत के बारे में केवल दो ही राय रखते हैं, या तो वे तुरन्त वहां से भाग जाना चाहते हैं, या फिर वे इस देश से इतना प्यार करने लगते हैं कि बार बार वहां जाने की इच्छा उन्हें सताने लगती है। मैं दो बार नौ नौ सप्ताह के लिए भारत गया हूं। मुझे सबसे अधिक वहां लोगों ने प्रभावित किया है जो घोर गरीबी और दुख के बावजूद मुख पर मुस्कान लिए रहते हैं। मैं फिर से वहां जाना चाहता हूं।' 116 पृष्ठों की हार्ड कवर की इस पुस्तक में 80 कविताएं और 190 रंगीन चित्र हैं। इस पुस्तक का मूल्य है €24.90.

http://www.indienvoninnen.de/