रविवार, 1 नवंबर 2009

बसेरा की बैठक हुई सक्रिय

1 नवंबर को म्युनिक में हुई बसेरा की नियमित बैठक में कई लोगों ने भाग लिया और बसेरा के अगले अंक के बारे में कई सुझाव दिए। इसके अलावा कई अन्य विषयों पर चर्चा होती रही।

इस बार बैठक में कुल छह लोगों ने भाग लिया। हालांकि उपस्थित लोगों में से कोई भी ठीक से हिंदी नहीं पढ़ सकता था पर सभी का भारत या भारतीयों के साथ किसी न किसी तरह से लेना देना है। बसेरा का अगला अंक मध्य दिसंबर में प्रकाशित होगा। इसके लिए विभिन्न स्तंभों के अंतर्गत विषयों का चयन किया गया। पर्यटन संबंधी स्तंभ में Christine Liedl ने सुझाव दिया कि उस समय सर्दियों के खेल का विषय ठीक होगा। इसके लिए बायरन की पहाड़ियों में किसी स्कींईंग स्थल के बारे में लिखना प्रासंगिक रहेगा जहां लोग अकेले या बच्चों के साथ केवल एक दिन में जाकर वापस आ सकें और थोड़ी बहुत स्कींईंग सीख सकें। इसके अलावा सर्दियों में बच्चों और बड़ों के मनपसंद खेल आईस स्केटिंग पर भी कुछ लिखने का सुझाव आया। रसोई / पाक विधि के अंतर्गत भी उन्होंने क्रिस्मस पर लोगों द्वारा घरों में बनाए जाने वाले केक बनाने की विधियों पर ज़ोर डाला। Christina Barsocchi, जो लुफ़्थांसा में बतौर एयर हॉस्टेस काम कर रही हैं और उनका भारत जाना लगा रहता है, ने सुझाव दिया कि अगर बसेरा में आलेख के शुरू में अंग्रेज़ी या जर्मन भाषा में छोटी भूमिका लिखी जा सके तो अन्य लोगों को भी विषय के बारे में मूलभूत जानकारी मिल सकती है। वे अगले सप्ताह एक दोस्त की शादी के लिए गोआ जा रही हैं, तो उनके लिए यह जानना रोचक था कि भारतीय शादी में किस तरह के कपड़े पहने जाते हैं और किस तरह के उपहार दिए जाते हैं। इसी से विचार किया गया कि क्यों न बसेरा में जर्मन लोगों के लिए जर्मन भाषा में इस विषय के बारे में एक लेख प्रकाशित किया जाए। अगर आपके पास इस संबंधी सुझाव हैं तो हमें अवगत कराएं।

इसके अलावा एक पृष्ठ कैलेंडर को समर्पित करने का विचार किया गया, जिसमें जर्मनी में होने वाले भारतीय संबंधी विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी जाए। इसके लिए कार्यक्रमों के बारे में जानकारी एकत्रित करनी आरंभ कर दी गई है और बसेरा के वेबसाईट के मुख्य पृष्ठ पर भी कैलेंडर लगा दिया गया है। अगले अंक में दिसंबर'09 से फरवरी'10 तक के कार्यक्रमों की सूचि दी जाएगी। अगर आप किसी आयोजन को दर्ज करवाना चाहते हैं तो कृपया सूचना ईमेल द्वारा भेजें।

अगला स्तंभ था कानूनी सहायता और सलाह। इस विषय में Christine ने म्युनिक की संस्था का नाम सुझाया जो जर्मन और अन्य देशों के नागरिकों की परस्पर शादी संबंधी कानूनी सलाह देती है। यह विषय अन्य लोगों के लिए भी रोचक था।

इसके बाद बच्चों के बारे में कुछ सामग्री पर विचार किया गया। छोटी छोटी फ़ोटो के साथ जर्मन - हिंदी शब्दावली का फिलहाल ठीक लगा, जैसे जानवरों, फल, सब्ज़ियों, पौधों आदि के नाम। चित्र जुटाने के लिए किसी किंडरगार्टन से संपर्क करने का विचार हुआ।

इसके बाद बसेरा के कई छोटे छोटे विज्ञापनों पर विचार हुआ, जैसे सदस्यता के लिए, विज्ञापन दरों के लिए, विज्ञापन और सदस्य जुटाने के लिए कमीशन आधारित सहकर्मी ढूँढने के लिए आदि।

आप भी अगली बैटक में भाग लें। सूचना यहां पर हैः
http://yeh-hai-germany.blogspot.com/2009/08/blog-post_24.html