रविवार, 4 मई 2008

सगी बेटी का 24 साल तक यौन शोषण

ऑस्ट्रिया में एक 73 वर्षीय बूढ़े ने अपनी सगी बेटी को अपने घर के तलघर (Keller) में 24 वर्षों तक बंद रखा, उससे यौन सम्पर्क बनाये और उसके साथ 7 बच्चों को जन्म दिया। उसकी पत्नी और पड़ोसियों को भी पता नहीं चला।

19 अप्रैल को ऑस्ट्रिया के Amstetten गाँव में एक मिरगी की बीमार 19 वर्षीय लड़की Kerstin को उसके 73 वर्षीय नाना Josef Fritzl द्वारा अस्पताल पहुँचाया गया। लड़की की हालत गंभीर थी, उसे तुरन्त ICU में दाखिल करवाया गया। अस्पताल के स्टाफ़ ने लड़की का इतिहास जानने के लिये अपना रजिस्टर खोला तो पता चला कि उनके मुताबिक तो ये लड़की कभी पैदा ही नहीं हुयी। पूछने पर नाना ने बताया ये लड़की अचानक उनके घर के दरवाज़े पर खड़ी पायी गयी थी। उसके हाथ में उनकी 24 वर्ष से लापता बेटी Elisabeth के हाथ की लिखी चिट्ठी थी। उन्होंने 24 वर्ष से जब अपनी बेटी को ही नहीं देखा तो दोहती का पता कैसे चलता? अस्पताल वाले हैरान परेशान हो रहे थे। बात पुलिस तक पहुँची। पुलिस छानबीन कर ही रही थी कि अचानक Josef Fritzl अपनी खोयी हुयी 42 वर्षीय बेटी Elisabeth को लेकर अस्पताल आ गया। Elisabeth की शारीरिक और मानसिक हालत बहुत खराब थी, बाल बिल्कुल सफ़ेद थे और वह बहुत डरी हुयी थी। उसके साथ उसके और दो बच्चे 18 वर्षीय बेटा Stefan और 5 वर्षीय बेटा Felix भी थे। उनकी हालत भी कुछ ठीक नज़र नहीं आ रही थी। पुलिस रिकार्ड के अनुसार तो वे दोनों भी कभी पैदा नहीं हुये थे। पुलिस ने Elisabeth से पूछताछ करने की कोशिश की लेकिन वह डर के मारे कुछ बोलने को तैयार नहीं हो रही थी। पुलिस को दाल में कुछ काला नज़र आया। उन्होंने उसे आश्वासन दिया कि अगर वह अपने पिता से डर रही है तो डरने की कोई बात नहीं, उसे दोबारा अपने पिता का सामना नहीं करना पड़ेगा, उसके बच्चों का भी उचित ध्यान रखा जायेगा। तब वो जाकर कुछ बोलने को तैयार हुयी। फिर खुलने लगी एक अंधकारमय कहानी।

Elisabeth ने पुलिस और मनोविज्ञानिकों को बताया कि वह अपने मातापिता के साथ उस गाँव के Ybbstraße 40 में स्थित घर में रहती थी। उसके पिता तबसे ही उसे तंग करने लगे थे जब वह मात्र 11 वर्ष की थी। उसने दो बार घर से भागने की कोशिश भी की थी। फिर एक दिन अगस्त 1984 में उसके पिता ने उसे बाँध कर घर के नीचे तलघर में बंद कर दिया। तब वह 18 वर्ष की थी। तलघर का दरवाज़ा भारी लोहे का बना हुआ था जिसपर एक इलेक्ट्रॉनिक ताला लगा हुआ था। उसके पिता इलेक्ट्रॉनिक तक्नीशियन का काम करते थे। वह उस तलघर से बाहर नहीं निकल सकती थी। उसके पिता ने उससे कई बार ज़बरदस्ती चिट्टठियां लिखावायी कि वह किसी सम्प्रदाय की अनुयायी हो गयी है और वह घर वापस नहीं आयेगी और उसे ढूँढने की कोशिश न की जाये। उसके पिता ने यह चिट्ठियां खुद किसी दूसरे शहर में जाकर अपने ही पते पर डाक द्वारा भेजीं। इस तलघर में ही उसने 24 वर्ष गुज़ार दिये। यहां उसके अपने पिता ने उसके साथ यौन संबंध स्थापित किये और सात बच्चों को जन्म दिया। तीन बच्चों को (15 वर्षीय Monika, 14 वर्षीय Lisa और 12 वर्षीय Alexander) उसके पिता ने पुलिस के साथ ये कहकर रजिस्टर करवाया कि मैंने उन्हें पालन पोषण के लिये अपने मातापिता के पास भेजा है। ये तीन बच्चे अपनी नानी Rosemarie के पास रहे, आम बच्चों की तरह स्कूल गये। लेकिन दूसरे तीन बच्चों ने कभी दिन की रौशनी नहीं देखी (19 वर्षीय बेटी Kerstin, 18 वर्षीय बेटा Stefan और 5 वर्षीय बेटा Felix). वे हमेशा इस तलघर में बंद रहे। एक बच्चे की जन्म के कुछ दिन बाद ही मौत हो गयी। उसकी लाश उसके पिता Josef Fritzl ने जला दी। अब अपने साथ रह रही उनकी सबसे बड़ी बेटी Kerstin की तबीयत बहुत अधिक खराब हो गयी थी और अपने पिता के मना करने के बावजूद वह उसे अस्पताल में दाखिल करवाने के लिये ज़िद पर अटकी रही। अंत में उसके पिता उसे अस्पताल ले जाने के लिये राज़ी हो गये।


राज़ खुलने के बाद पुलिस द्वारा ली गयी Josef Fritzl की फ़ोटो


निचले ऑस्ट्रिया के प्रांतीय अपराध विभाग के अध्यक्ष Franz Polzer, प्रेस वार्ता में

निचले ऑस्ट्रिया के प्रांतीय अपराध विभाग के अध्यक्ष Franz Polzer कहते हैं कि Josef Fritzl हमेशा सुपरमार्केट से बड़ी मात्रा में किराने का सामान खरीदता था। और ये भी सुनने में आया है कि वह कभी कभी कोठरी में सोता था। पुलिस ने उस घर में पहले रह चुके कई लोगों से भी पूछताछ की। उस बहु-परिवार वाले घर में इतने वर्षों में सैंकड़ों किरायेदार रह चुके थे। पड़ोसियों का कहना है कि वे उन्हें बहुत अच्छे लोग समझते थे।

अस्पताल, जहां Elisabeth और उसके तीन बच्चों को दाखिल करवाया गया है, ने अपनी सुरक्षा बढ़ा दी है। पहले टीवी चैनलों की टीमें और फ़ोटोग्राफ़र ने परिवार तक पहुँचने की कोशिश की है। उनकी पहली फ़ोटो के लिये बड़ी उँची रकम पायी जा सकती है। अस्पताल ने उष्ण कैमरों द्वारा रात को झाड़ियों, वृक्षों में छुपे हुये सनसनीखेज खबरों के भूखे फ़ोटोग्राफ़रों, रिपोर्टरों का पता लगाने की कोशिश की है। उष्ण कैमरे वे कैमरे होते हैं जो प्रकाश की बजाय बदन की गर्मी समेटते हैं, जिनसे अंधेरे में भी दूर छुपे मनुष्यों का पता चल जाता है।


केवल पौने दो मीटर उँची इस कोठरी में सब कुछ था, रसोई, गुसलखाना, टीवी, रेडियो आदि।


कोठरी की मोटी दीवारों से बाहर कोई आवाज़ नहीं जा सकती थी।


कोठरी का दरवाज़ा एक इलेक्ट्रॉनिक ताले के साथ बंद होता था जो किसी खास नंबर के साथ खुलता था। ये नंबर केवल Josef Fritzl को पता था।


29 अप्रैल को Amstetten में हुयी पत्रकार वार्ता में बताया गया कि DNA टेस्ट ने पुष्टि की है कि सभी छह बच्चे Josef Fritzl के ही हैं।


घर के सामने का दृश्य


Josef Fritzl के घर के चारों ओर कई दिनों तक दुनिया भर के पत्रकारों का तांता लगा रहा

ऐसा ही एक केस जर्मनी में Natascha Kampusch के साथ हुआ था जिसे 1998 में एक आदमी ने अगवा करके अपने घर के कारागार में बंद कर दिया था। उस समय उसकी आयु दस वर्ष थी। उसे साढ़ आठ वर्षों बाद 2006 की गर्मियों में छुड़ाया गया था।
Natascha Kampusch